दर्शकों का मनोरंजन करना है, कॉमेडी का मुख्य उद्देश्य

लखनऊ

 02-05-2021 12:59 PM
व्यवहारिक
हास्यप्रधान नाटक या कॉमेडी, साहित्य की एक शैली है, और इसे एक नाटकीय कार्य के रूप में संदर्भित किया जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है, कि इसका अंत सुखद होता है। इसकी प्रकृति दिलचस्प, मनोरंजक और व्यंग्यपूर्ण होती है। कॉमेडी का विषय हमेशा अप्रिय परिस्थितियों पर विजय प्राप्त करना होता है और इसका अंत सुखद निष्कर्ष के साथ होता है। हालांकि, कॉमेडी का मुख्य उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन करना है। संदर्भ और हास्य के स्रोत के आधार पर, कॉमेडी को 3 प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है, जैसे – नकल या स्वांग, परिहास करना, व्यंग। दुखांत नाटक कॉमेडी का विपरीत रूप है। कॉमेडी शैली की शुरुआत 5 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के समय में एथेंस (Athens)‌, ग्रीस (Greece) में हुई थी। रोमांटिक कॉमेडी, हास्य कॉमेडी, शिष्टाचार की कॉमेडी, दुखद कॉमेडी और भावुक कॉमेडी विभिन्न प्रकार की कॉमेडी हैं, जो आमतौर पर फिल्मों और किताबों में दिखायी देती हैं। विलियम शेक्सपियर (William Shakespeare) द्वारा लिखित ‘ए मिडसमर नाइट्स ड्रीम’ (A Midsummer Night’s Dream) एक रोमांटिक कॉमेडी है। ‘एवरी मैन इन हिज ह्यूमर (Every Man in His Humor) हास्य कॉमेडी का एक उदाहरण है। इसके अतिरिक्त, सर रिचर्ड स्टील (Richard Steele) द्वारा लिखित एक नाटक ‘द कॉन्शियस लवर्स’ (The Conscious Lovers), एक मेलोड्रामा (Melodrama) है, और इसे एक भावुक कॉमेडी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। हालांकि, सभी प्रकार की कॉमेडी का कार्य मनोरंजन लाना ही है। इसके अंतर्गत नाटकों, फिल्मों और थिएटर में ऐसे दृश्य या संवाद होते हैं, जो लोगों को हंसाए। यह दर्शकों का मनोरंजन करती है, और साथ ही पाठकों या दर्शकों को एक संदेश भी देती है। यह साहित्य और फिल्मों दोनों में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ ऐसे लोग भी शामिल होते हैं, जो भ्रष्ट हैं। कॉमेडी में, बुरी आदतों या बुरे व्यवहार वाले व्यक्ति को उसकी नकल करके या उस पर हास्यपूर्ण व्यंग करके उसे इंगित किया जाता है। संक्षेप में, कॉमेडी लोगों के अवगुणों का मज़ाक बनाती है।

संदर्भ:
https://bit.ly/2RdowSK


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