वैज्ञानिकों ने एक शोध में असीम भूमिगत नेटवर्क के वैश्विक मानचित्र का खुलासा किया है, जो जड़ों,
कवक और बैक्टीरिया को जोड़ते हैं और पेड़ों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं, लगभग 500 मिलियन
वर्ष पुराने इस भूमिगत नेटवर्क को "वुड वाइड वेब" (Wood Wide Web) कहते हैं। शोध से पता
चलता है कि जंगलों और लकड़ियों के नीचे जड़ों, कवक और बैक्टीरिया का जटिल भूमिगत जाल
होता है जो पेड़ पौधों को एक दूसरे से जोड़ने में मदद करता है। सूक्ष्म जीव वनों के ऊपर इस
विस्तृत जाल-तंत्र का निर्माण करते हैं, जो पेड़ो के लिए मिट्टी और जड़ों के बीच एक आवश्यक
परिशिष्ट के आदान-प्रदान में बहुत महत्वपूर्ण हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि मानचित्रण और गहरे
भूमिगत सूक्ष्म जीवों की गहन समझ के माध्यम से इस बात के पर्याप्त परिणाम प्राप्त किए जा
सकते हैं कि जलवायु परिवर्तन इन सूक्ष्म जीवों को कैसे प्रभावित करता है और पारिस्थितिकी को
सुधारने में मदद कर सकता है।
एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन ने इस गुप्त दुनिया पर हावी होने वाले "माइकोरिज़ल कवक नेटवर्क"
(mycorrhizal fungi networks) का पहला वैश्विक मानचित्र तैयार किया है। ईटीएच ज्यूरिख,
स्विट्जरलैंड (ETH Zurich, Switzerland) में क्राउथर लैब (Crowther Lab) और अमेरिका
(US) में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) के शोधकर्ताओं ने, मशीन लर्निंग
(Machine Learning) का उपयोग करते हुए, ग्लोबल फॉरेस्ट इनिशिएटिव डेटा (Global Forest
Initiative data) का विश्लेषण किया,जिसमें 70 से अधिक देशों में 1.2 मिलियन वनों के आवरण
और पेड़ों की लगभग 28,000 विभिन्न प्रजातियों की विस्तृत जानकारी शामिल है।
शोधकर्ता, जमीन
पर पेड़ों और उनके सहजीवी संघों के लाखों प्रत्यक्ष अवलोकनों का उपयोग करते हुए, पहली बार इन
फंगल नेटवर्क की कल्पना करने के लिए नीचे से ऊपर तक एक मॉडल तैयार कर सकते हैं। डिजाइन
का उपयोग, विभिन्न प्रकार के सूक्ष्म जीवों और स्थानीय जलवायु परिस्थितियों के बीच संबंधों के
आधार पर अज्ञात जानकारी का पता लगाने के लिए किया गया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि,
अर्बुस्कुलर कवक (एएम) (arbuscular fungi (AM)) मुख्य प्रकार के बैक्टीरिया थे। सूक्ष्म जीवों
की ये प्रजातियां मेजबान जड़ों में प्रवेश करती हैं, जो नाइट्रोजन को स्थिर करने वाले जड़ों और
जीवाणुओं की सीमा बनाते हैं।
सूक्ष्म जीव ग्लोबल वार्मिंग (global warming) को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं,
इस नेटवर्क के किसी भी तरह की क्षति के परिणामस्वरूप तापमान में वृद्धि हो सकती है। गर्म
जलवायु परिस्थितियों वाले जंगलों में एक्टोमाइकोरिज़ल कवक (ईएम) (ectomycorrhizal fungi
(EM)) नामक एक अद्वितीय प्रकार का कवक पाया जाता है, यह कवक हवा से कार्बन (carbon)
ग्रहण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अर्बुस्कुलर कवक (एएम) कार्बन परिसंचरण को
तेजी से ट्रैक करते हैं। एएम मेजबान की जड़ों में प्रवेश करते हैं और ईएम पेड़ की जड़ों को बिना भेदे
घेर लेते हैं, ये दोनों कवक, पौधों के साथ सहजीवी संबंध बनाने वाले माइकोरिज़ल कवक
(Mycorrhizal fungi) के दो मुख्य समूह हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि "वुड वाइड वेब"
तापमान, वर्षा, मिट्टी और भूगोल में रासायनिक संरचना जैसी स्थानीय जलवायु परिस्थितियों पर
निर्भर होते हैं।
"माइकोरिज़ल कवक नेटवर्क" रिपोर्ट के लेखकों में से एक, प्रोफेसर थॉमस क्रॉथर (Prof Thomas
Crowther) ने बीबीसी (BBC) को बताया, "यह पहली बार है कि हम अपने पैरों के नीचे की
दुनिया को समझ पाए हैं, लेकिन वैश्विक स्तर पर।" यह डेटा शोधकर्ताओं को कार्बन भंडारण पर
तापमान में वृद्धि और कार्बन वनों की मात्रा के विशेषण में नए और बेहतर अभ्यावेदन बनाने में
सहायता करेगा। ठंडी जलवायु और ठंडे जंगलों में ईएम कवक अधिक प्रचलित थे, शोध से यह भी
पता चला कि कम से कम 60% पेड़ ईएम कवक से जुड़े हुए हैं, लेकिन जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा, ये
कवक और उनसे जुड़ी पेड़ों की प्रजातियों में गिरावट आएगी और अंततः यह एएम कवक द्वारा
प्रतिस्थापित किए जाएंगे।
इस अध्ययन में यह भी पता चला है कि एएम कवक उष्ण कटिबंध में
अधिक प्रभावी होते हैं और कार्बन के पुनर्चक्रण को बढ़ावा देने में मदद करता है और ईएम कवक
ज्यादातर समशीतोष्ण और बोरियल सिस्टम (boreal systems) में मौजूद होते हैं और वातावरण
से अधिक कार्बन को लॉक करने में मदद करते हैं, वे जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक संवेदनशील
होते हैं। लेकिन मुख्य मुद्दा यह है कि ईएम कवक ग्लोबल वार्मिंग से अधिक ख़तरे में हैं, जिससे
यह स्पष्ट है कि भविष्य में एक महत्वपूर्ण गिरावट हो सकती है।
इस शोध से यह भी पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन को सीमित करने के लिए माइकोरिज़ल
नेटवर्क (mycorrhizal networks) कितने महत्वपूर्ण हैं और वे इसके प्रभावों के प्रति कितने
संवेदनशील हैं। प्रो क्रॉथर ने बताया कि, "जैसे मस्तिष्क का एमआरआई स्कैन (MRI scan) हमें
यह समझने में मदद करता है कि मस्तिष्क कैसे काम करता है, उसी प्रकार मिट्टी के नीचे कवक
का यह वैश्विक मानचित्र हमें यह समझने में मदद करता है कि वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र कैसे काम
करता है"। क्राउथर ने बीबीसी को बताया कि, "मिट्टी में विशाल कार्बन भंडार का समर्थन करने वाले
कवक के प्रकार नष्ट हो रहे हैं और उनकी जगह वे ले रहे हैं जो वातावरण में कार्बन को उगलते हैं"।
संभावित रूप से यह जलवायु परिवर्तन में तेजी ला सकता है, अगर 2100 तक कार्बन उत्सर्जन में
कमी नहीं हुई, तो ईएम और उन पर निर्भर पेड़ों में 10% की कमी हो सकती है। इस खोज के
परिणाम अब संयुक्त राष्ट्र (United Nation’s) के ट्रिलियन ट्री (trillion trees) अभियान जैसे
पुनर्निर्माण के प्रयासों के आधार के रूप में काम कर सकते हैं।
कॉमिक (Comic) पुस्तकों को अक्सर काल्पनिक कहानियों के रूप में देखा जाता है, लेकिन कभी-
कभी, डीसी के स्वैम्प थिंग (DC Comic's Swamp Thing) के साथ, वे वास्तव में भविष्य की
वैज्ञानिक खोजों की भविष्यवाणी कर सकते हैं। परिकल्पना अक्सर विज्ञान से पहले होती है और डीसी
के स्वैम्प थिंग के मामले में इसका मतलब है कि, पेड़ों का नेटवर्क जंगल में एक दूसरे के साथ
संवाद करता है। हालांकि स्वैम्प थिंग की वास्तविक उत्पत्ति वर्षों में बदल गई है क्योंकि डीसी ब्रह्मांड
को लगातार रिबूट किया गया है, लेकिन एक पात्र के रूप में वह जो है उसका मूल लगभग वही रहा
है। स्वैम्प थिंग, ग्रीन का अवतार है, जो एक ऐसा डोमेन है जो पृथ्वी पर सभी पौधों के जीवन को
शामिल करता है। ग्रीन, "पेड़ों की संसद" (Parliament of Trees) नामक एक रहस्यमय समूह पर
आधारित है, यह बात करने वाले पेड़ों का एक इल्लुमिनाटी (Illuminati) जैसा संगठन है।
"पेड़ों की संसद" एक जंगली और काल्पनिक अवधारणा है, नेशनल ज्योग्राफिक (National
Geographic) में "द वुड-वाइड वेब" लेख, प्रकृति में मौजूद "पेड़ों की संसद" के एक अधिक
आधारभूत और वास्तविक संस्करण के बारे में बताता है। लंबे समय से यह सोचा गया है कि जंगल
में पेड़ मिट्टी, पानी और सूरज की रोशनी जैसे संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले एकल जीवों
के रूप में कार्य करते हैं।
लेकिन वैज्ञानिक सुज़ैन सिमर्ड (Suzanna Simard) ने बताया कि
वास्तव में जंगलों को विस्तृत कवक जड़ प्रणालियों (fungal root systems) के माध्यम से जोड़ा
जा सकता है, जिसके माध्यम से पेड़ पोषक तत्व और पानी को साझा करते हैं और उन पेड़ों को भी
अधिक फ़नल करते हैं जिन्हें इसे स्वयं प्राप्त करने में परेशानी हो रही हो। डीसी के "पेड़ों की संसद"
("पार्लियामेंट ऑफ़ ट्रीज़") और जिस तरह से पेड़ वास्तव में एक जंगल में काम करते हैं, दोनों के
बीच कई अंतर हैं। संसद के विपरीत, असली पेड़ न तो संवेदनशील होते हैं और न ही वे हर जगह
पेड़ों का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन स्वैम्प थिंग कल्पना बिल्कुल अलग है, यह वैज्ञानिकों के बाहर
जाने और एक हास्य विचार के आधार पर कुछ बनाने के बजाय, वैज्ञानिक प्रकृति में किसी ऐसी
चीज पर ठोकर खा रहे हैं जो पहले से मौजूद है।
संदर्भ:
https://bit.ly/3NsdAIC
https://bbc.in/3G7jcWk
https://bit.ly/3wOZzhE
चित्र संदर्भ
1 "वुड वाइड वेब" (Wood Wide Web) को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. जंगलों और लकड़ियों के नीचे जड़ों, कवक और बैक्टीरिया का जटिल भूमिगत जाल होता है जो पेड़ पौधों को एक दूसरे से जोड़ने में मदद करता है। को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
3. डीसी के स्वैम्प थिंग (DC Comic's Swamp Thing) को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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