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आज़ादी से पहले भारत में 584 रियासतें थीं, जिनमें से हर रियासत का एक अपना महल था। इनमें से कुछ महल आज अच्छी हालत में नहीं हैं, लेकिन कुछ का इस्तेमाल आज भी किया जा रहा है। ग्वालियर किला, ताज झील महल, रामबाग महल, उम्मेद भवन महल आदि इन जीवंत महलों का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
वर्तमान मध्य प्रदेश में विंध्या पर्वत की एक पहाड़ी पर स्थित ग्वालियर किला भारत के सबसे अद्भुत किलों में से एक माना जाता है। इस किले को ग्वालियर नगर दक्षिणपथ के समृद्ध व्यापार मार्ग पर रणनीतिक रूप से बनाया गया था, जो इसे उत्तर में तक्षशिला और दक्षिण में कांचीपुरम से जोड़ता था। इस किले पर कई राजवंशों का शासन रहा और उनमें से प्रत्येक ने इस किले के निर्माण में अपना योगदान दिया। उदयपुर का ‘ताज झील महल’ भारत का एक अन्य भव्य महल है,
जिसका निर्माण 1743 ईस्वी में महाराणा जगत सिंह ने करवाया था। विशेष बात यह है कि यह महल “पिछोला झील” के बीचो बीच स्थित है तथा झील में तैरता हुआ दिखाई देता है। इस महल की वास्तुकला बेहद जटिल है तथा यह चारों ओर से कीमती पत्थरों से सजाया गया है। वर्तमान समय में इस महल को एक शानदार फाईव स्टार होटल में बदल दिया गया है। 19वीं सदी के अंतिम और 20वीं सदी के आरंभिक वर्षों में भारत में अनगिनत महलों का निर्माण किया गया, तथा जोधपुर, राजस्थान में स्थित उम्मेद भवन भी उनमें से ही एक है। चित्तर पहाड़ी पर 26 एकड़ के हरे-भरे मैदान पर सुनहरे बालू पत्थर से बने इस महल से मेहरानगढ़ क़िले और जोधपुर शहर का सुंदर नजारा दिखाई देता है। तो आइए आज हम भारत के इन प्रसिद्ध और भव्य जीवंत महलों की सैर करें।
संदर्भ:
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