Post Viewership from Post Date to 18-May-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
3197 493 3690

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

जानते हैं आप कि कितना पसंद था मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब को हमारे लखनऊ का दशहरी आम?

लखनऊ

 19-04-2023 09:22 AM
साग-सब्जियाँ

आम, जिसे वैज्ञानिक तौर पर मेंजीफेरा इंडिका (Mangifera Indica) कहा जाता है, उष्णकटिबंधीय फलों में सबसे प्राचीन फल माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति इंडो-बर्मा (Indo–Burma) क्षेत्र में हुई थी। भारत दुनिया के प्रमुख आम उत्पादक देशों में से एक है, जिसका वार्षिक उत्पादन दस लाख हेक्टेयर क्षेत्र से 8.50 मिलियन टन है।आम मूल रूप से एक उष्ण कटिबंधीय पौधा है, लेकिन यह अत्यधिक तापमान को भी सहन कर सकता है। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय परिस्थितियों में अच्छी तरह से बढ़ता है। जहां तापमान 27 डिग्री सेल्सियस होता है, वहां यह अच्छी तरह से पनपता है और कम (25 सेंटीमीटर) से उच्च(250 सेंटीमीटर) वर्षा वाले क्षेत्रों में अच्छी तरह से बढ़ता है।यह लैटेराइट (laterite), जलोढ़, लाल, रेतीली दोमट से लेकर 5.5 से 8.0 तक की pH रेंज वाली मिट्टी की एक विस्तृत श्रृंखला में विकसित हो सकता है।इसके उत्पादन के लिए मिट्टी उपजाऊ होनी चाहिए और मिट्टी में जल निकासी अच्छी होनी चाहिए। भारत के विभिन्न भागों में आम की अनेकों महत्वपूर्ण व्यावसायिक किस्में उगाई जाती हैं। उदाहरण के लिए उत्तर भारत में आम की दशहरी, लंगड़ा, चौसा, बंबई, हरा, सोमर बहिश्त किस्में उगाई जाती हैं। पूर्वी भारत में आम की फजली, कृष्ण भोग, हिमसागर, गुलाब खास, जर्दालु किस्में उगाई जाती हैं। पश्चिमी भारत में अल्फ़ॉन्सो, केसर, पैरी, मानकुर्द, और फर्नांडिन किस्म लोकप्रिय है, तो दक्षिणी भारत में बैंगलोर (तोतापुरी), नीलम, बानेशान, बादामी, सुवर्णा रेखा किस्म उगाई जाती हैं। भारत में आम की नई विकसित किस्मों में मल्लिका, आम्रपाली, अर्का अरुणा, अर्का पुनीत, अर्का अनमोल, रत्ना, सिंधु, साई सुगंध शामिल है। विश्व के कुल आम उत्पादन का 63% से अधिक हिस्सा भारत द्वारा उत्पादित किया जाता है। हमारा लखनऊ जहां अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, वहीं यह आम की लोकप्रिय किस्म, “दशहरी आम” के लिए भी प्रसिद्ध है। लखनऊ में इस किस्म का एक समृद्ध इतिहास रहा है। ऐसा माना जाता है कि इस किस्म की खेती सबसे पहले 18वीं सदी में लखनऊ के नवाब के बगीचों में की गई थी। दशहरी आम का अनोखा स्वाद और इसकी सुगंध जल्द ही लोकप्रिय हो गई और इसका नाम लखनऊ के पास स्थित दशहरी गाँव के नाम पर रख दिया गया। आज, उत्तर प्रदेश में दशहरी आम की व्यापक रूप से खेती की जाती है और यह भारत और दुनिया भर में आम की सबसे लोकप्रिय किस्मों में से एक है। दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के पहले दशहरी आम का पेड़ आज भी मौजूद है। यह उत्तर प्रदेश में लखनऊ जिले के काकोरी के पास स्थित दशहरी गाँव में है। अवध के दशहरी आम इतने मशहूर थे कि मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब भी दशहरी आम के लिए अपने लालच को रोक नहीं पाए! ऐसा कहा जाता है कि मिर्जा गालिब जब भी अपनी पेंशन लेने के लिए दिल्ली से कोलकाता जाते, तो वे दशहरी आम का स्वाद लेने के लिए अवध में जरूर रुकते थे। मलिहाबाद को दशहरी आम का सबसे बड़ा उत्पादक माना जाता है। भारत के प्रमुख आम उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, गुजरात और तमिलनाडु हैं। आम उत्पादन में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 23.47% है। अकेले उत्तर प्रदेश में ऐसे 14 विशेष क्षेत्र या बेल्ट हैं, जहां आम उगाए जाते हैं। मलिहाबाद इन सभी क्षेत्रों में आम का सबसे बड़ा उत्पादक है, तथा यहां आम उगाने के लिए 30,000 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है। उत्तर प्रदेश भारत में आम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, जबकि दक्षिणी भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश आम का पहला सबसे बड़ा उत्पादक है। दशहरी आम को मलेशिया (Malaysia), फिलीपींस (Philippines), हांगकांग (Hong Kong), सिंगापुर (Singapore) आदि देशों में निर्यात भी किया जाता है। भारत में अल्फ़ॉन्सो, केसर, तोतापुरी और बंगनपल्ली तीन ऐसी किस्में हैं, जिनका निर्यात प्रमुख रूप से किया जाता है।आम का निर्यात मुख्य रूप से तीन रूपों में होता है,ताजा आम, आम का गूदा और आम के टुकड़ों के रूप में । वर्ष 2019-20 के दौरान भारत ने दुनिया को 49,658.68 मीट्रिक टन ताजा आमों का निर्यात किया था, जिसकी कीमत 400.21 करोड़ रुपए थी।हालांकि, आम उत्पादन के मामले में भारत अग्रणी देशों में से एक है, लेकिन यह अपने कुल उत्पादन का केवल 0.52% हिस्सा ही निर्यात करता है। वहीं अन्य देशों को देंखे तो वे उत्पादन की एक अच्छी मात्रा का निर्यात करते हैं। उदाहरण के लिए पेरू (Peru) अपने कुल आम उत्पादन का लगभग 46%, थाईलैंड (Thailand), 24%, मेक्सिको (Mexico) और ब्राजील (Brazil) को 11% हिस्सा निर्यात करता है। इसलिए निर्यात का हिस्सा बढ़ाने हेतु सस्ते परिवहन तंत्र को विकसित करने, प्रमुख आयातक देशों के साथ व्यापार समझौतों को बढ़ाने और उत्पादकता बढ़ाने के प्रयासों की आवश्यकता है। हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान अपने कुल उत्पादन का लगभग 4.5% हिस्सा निर्यात करने का प्रबंधन कर रहा है,जो दर्शाता है कि भारत में भी वैश्विक बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की काफी क्षमता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3L3ueQu
https://bit.ly/3KFchX7
https://bit.ly/3A8jE4t
https://bit.ly/3L3uK0S

चित्र संदर्भ
1. कटे हुए आम को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
2. आम के पेड़ को दर्शाता एक चित्रण (Peakpx)
3. दशहरी आम को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)
4. मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)
5. कटे हुए दशहरी आम को संदर्भित करता एक चित्रण (wikipedia)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • नदियों के संरक्षण में, लखनऊ का इतिहास गौरवपूर्ण लेकिन वर्तमान लज्जापूर्ण है
    नदियाँ

     18-09-2024 09:20 AM


  • कई रंगों और बनावटों के फूल खिल सकते हैं एक ही पौधे पर
    कोशिका के आधार पर

     17-09-2024 09:18 AM


  • क्या हमारी पृथ्वी से दूर, बर्फ़ीले ग्रहों पर जीवन संभव है?
    पर्वत, चोटी व पठार

     16-09-2024 09:36 AM


  • आइए, देखें, महासागरों में मौजूद अनोखे और अजीब जीवों के कुछ चलचित्र
    समुद्र

     15-09-2024 09:28 AM


  • जाने कैसे, भविष्य में, सामान्य आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, पार कर सकता है मानवीय कौशल को
    संचार एवं संचार यन्त्र

     14-09-2024 09:23 AM


  • भारतीय वज़न और माप की पारंपरिक इकाइयाँ, इंग्लैंड और वेल्स से कितनी अलग थीं ?
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     13-09-2024 09:16 AM


  • कालिदास के महाकाव्य – मेघदूत, से जानें, भारत में विभिन्न ऋतुओं का महत्त्व
    जलवायु व ऋतु

     12-09-2024 09:27 AM


  • विभिन्न अनुप्रयोगों में, खाद्य उद्योग के लिए, सुगंध व स्वाद का अद्भुत संयोजन है आवश्यक
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     11-09-2024 09:19 AM


  • लखनऊ से लेकर वैश्विक बाज़ार तक, कैसा रहा भारतीय वस्त्र उद्योग का सफ़र?
    मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक

     10-09-2024 09:35 AM


  • खनिजों के वर्गीकरण में सबसे प्रचलित है डाना खनिज विज्ञान प्रणाली
    खनिज

     09-09-2024 09:45 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id