पृथ्वी पर सबसे ऊंची आवाज उत्पादित करने वाला जानवर है, अंटार्कटिक ब्लू व्हेल

लखनऊ

 11-07-2021 02:24 PM
स्तनधारी
अंटार्कटिक ब्लू व्हेल (Antarctic blue whale), जिसे वैज्ञानिक तौर पर बालेनोप्टेरा मस्कुलस एसएसपी इंटरमीडिया (Balaenoptera musculus ssp Intermedia) कहा जाता है, इस ग्रह पर सबसे बड़ा जानवर है, जिसका वजन 400,000 पाउंड (लगभग 33 हाथी) तक होता है और लंबाई 98 फीट तक होती है। व्हेल का दिल एक छोटी कार के आकार का होता है, तथा मुख्य भोजन के मौसम के दौरान, यह प्रति दिन लगभग 7936 पाउंड क्रिल (Krill) की खपत करता है। यह पृथ्वी पर सबसे ऊंची आवाज उत्पादित करने वाला जानवर है, जिसकी आवाज एक जेट इंजन से भी ऊंची होती है। इसकी ऊंची आवाज 188 डेसिबल तक पहुंचती है, जबकि एक जेट की ऊंची आवाज 140 डेसिबल तक पहुंचती है। व्हेल की कम आवृत्ति वाली सीटी सैकड़ों मील तक सुनी जा सकती है और संभवत: अन्य ब्लू व्हेल को आकर्षित करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। अंटार्कटिक ब्लू व्हेल 'गंभीर रूप से संकटग्रस्त' है। अंटार्कटिका में ब्लू व्हेल की आबादी वाणिज्यिक व्हेलिंग से काफी कम हो गई थी, जो 1904 में दक्षिणी अटलांटिक (Atlantic) महासागर में शुरू हुई थी। 1960 के दशक में अंतर्राष्ट्रीय व्हेलिंग आयोग के माध्यम से कानूनी संरक्षण के बावजूद, अवैध शिकार 1972 तक जारी रहा। 1926 में इनकी संख्या लगभग 125,000 थी, जो 2018 में लगभग 3,000 तक कम हो गयी थी, जिसकी वजह से प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ की रेड लिस्ट में इसे "गंभीर रूप से संकटग्रस्त" जीव के रूप में वर्गीकृत किया गया। हाल ही में अंटार्कटिक ब्लू व्हेल की एक उल्लेखनीय संख्या देखी गई थी। ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने 2020 के अपने अभियान के दौरान दक्षिण जॉर्जिया (Georgia) के उप-अंटार्कटिक द्वीप में से लौटते समय 55 अंटार्कटिक ब्लू व्हेल की गिनती की। इससे पता चलता है, कि दक्षिण जॉर्जिया का जल उनके लिए एक महत्वपूर्ण ग्रीष्मकालीन भोजन स्थल बना हुआ है। ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण में व्हेल पारिस्थितिकीविद् डॉ जेनिफर जैक्सन (Dr Jennifer Jackson) कहती हैं, कि "हम यह देखकर रोमांचित हैं कि तीन साल के सर्वेक्षण के बाद, दक्षिण जॉर्जिया में फिर से इतने सारे व्हेल देखने को मिले हैं, जो यहां अपना भोजन प्राप्त कर रहे हैं। यह एक ऐसी जगह है जहां व्हेलिंग और सीलिंग दोनों बड़े पैमाने पर किए जाते थे। यह स्पष्ट है कि व्हेलिंग से जो सुरक्षा व्हेल को दी गयी थी, उसने काम किया है। अब हंपबैक (Humpback) व्हेल भी उसी घनत्व में यहां दिखाई देने लगी, जिस घनत्व में यह एक सदी पहले अर्थात दक्षिण जॉर्जिया में व्हेलिंग की शुरूआत के समय दिखाई देती थी।

संदर्भ:
https://wwf.to/3k0kWrr
https://bit.ly/3humiJ6
https://bit.ly/3ww7aPQ


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