रामपुर के तारामंडल के निवेश का क्या प्रभाव है विज्ञान शिक्षा की गुणवत्ता पर

लखनऊ

 11-07-2021 08:19 AM
वास्तुकला 1 वाह्य भवन

हमारा शहर रामपुर बहुत ही भाग्यशाली है, कि यहां एक उच्च गुणवत्ता वाले तारामंडल और भारत के सर्वश्रेष्ठ पुस्तकालयों में से एक का निवेश किया गया है। इसके बावजूत, 2018 में हुए एक सर्वेक्षण में हमारा यह शहर भारत के एक ऐसे शहर के रूप में उभरा जहां रहने की स्थिति सबसे खराब है। यहां सार्वजनिक परिवहन की कोई सुविधा मौजूद नहीं है, अपशिष्ट निपटान के लिए उचित स्थल नहीं है, स्थानीय अस्पतालों में आपातकालीन सेवा का कोई प्रबंध नहीं है, स्कूलों में किताबें नहीं है और साथ ही बिजली आपूर्ति की स्थिति भी बेहद खराब है। इसी प्रकार से 2011 की जनगणना सर्वेक्षण में भारत के 640 से अधिक जिलों में रामपुर एक ऐसे जिले के रूप में सामने आया जहां साक्षरता या शिक्षा का स्तर बेहद खराब है। वास्तव में हम कहां चूक कर रहे हैं, इस बात को हम कभी नहीं जान पाएंगे, क्योंकि हमने वास्तव में रामपुर के स्कूलों और कॉलेजों की विज्ञान शिक्षा की गुणवत्ता पर तारामंडल के निवेश के प्रभाव को नहीं मापा है। यदि छात्र तारामंडल का दौरा करते हैं, तो विज्ञान शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है, तथा इस प्रभाव को देखने के लिए एक मात्रात्मक तकनीक को मापना होगा, जिसके लिए रामपुर सरकार और तारामंडल के अधिकारियों को स्कूलों और शिक्षकों के साथ मिलकर काम करना आवश्यक है।
दूसरे देशों में तारामंडल स्कूली शिक्षकों और छात्रों के साथ मिलकर कैसे काम कर रहा है, जब हम यह सीखेंगे, तब वास्तव में ऐसे निवेशों का लाभ प्राप्त कर पाएंगे। अन्यथा, मनोरंजन के साधन के रूप में देंखे तो, ऐसे निवेशों का महत्व बहुत कम है। तारामंडल एक गुंबददार छत वाला विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया थिएटर है, जो चार दीवारी के अंदर रात के आकाश की यथार्थवादी छवि पेश करने में सक्षम है। पहले इनका उपयोग सितारों, ग्रहों और नक्षत्रों के बारे में शिक्षित करने के लिए किया जाता था, किंतु आज ये विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित को सीखने या समझने के लिए अद्वितीय इमर्सिव सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ कला, संस्कृति और इतिहास विषयों को भी समझने और सीखने में सहायता कर रहे हैं। रामपुर का आर्य भट्ट तारामंडल भारत का पहला डिजिटल लेजर तारामंडल है, जो अद्भुत ब्रह्मांड की विभिन्न जानकारी हासिल करने का अवसर प्रदान कर रहा है। अब दुनिया भर में स्कूलों, संग्रहालयों, विज्ञान केंद्रों और अन्य स्थानों में कई प्रकार और आकार के हजारों तारामंडल मौजूद हैं, जिनका उपयोग यदि सही तरीके से किया जाए, तो अत्यधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यह अनुमान लगाया गया है, कि इसकी शुरूआत के बाद लगभग एक अरब से अधिक लोगों ने इनका उपयोग कर लाभ प्राप्त किया है। सोवियत अंतरिक्ष यात्री जिन्होंने पहली बार अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी और 50 साल पहले चंद्रमा पर चलने वाले अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों को तारामंडल में ही प्रशिक्षित किया गया था। खगोल विज्ञान मानव इतिहास का एक अभिन्न अंग है, तथा तारामंडल खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तारामंडल सांस्कृतिक नक्षत्र कहानियों को दर्शाता है,तथा बताता है कि पिछले समाज के लोग अपनी दुनिया को कैसे देखते थे। शिकारी, किसान, नाविक, खोजकर्ताओं आदि ने अपने अस्तित्व को बनाए रखने हेतु प्रकृति को समझने के लिए आकाश का अध्ययन किया। यदि तारामंडल की मदद से आधुनिक खगोल विज्ञान को समझा जाता है, तो लोग अंतरिक्ष और समय में अपने स्थान को समझ पाएंगे। चूंकि,खगोलीय समझ आज हमारे जीवन के कई हिस्सों को नियंत्रित करती है,इसलिए तारामंडल की मदद से खगोल विज्ञान को समझना काफी प्रभावी हो सकता है। प्रत्येक तारामंडल आगंतुकों को 3-D वातावरण उपलब्ध करवाता है, जो यथार्थवाद को उजागर करता है। अंधेरे आकाश में दिखाई देने वाले सितारों का दृश्य तुरंत ध्यान आकर्षित करता है और विस्मय का कारण बनता है। किंतु जैसे-जैसे शहरों का विस्तार हो रहा है, प्रकृति के साथ व्यक्तिगत संपर्क टूटता जा रहा है, जिससे नकारात्मक मनोवैज्ञानिक प्रभाव उत्पन्न हो रहा है।इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में तारामंडल का उपयोग अत्यधिक लाभदायक है।तारामंडल का रात्रि आकाश एक शक्तिशाली, यादगार और सुखदायक छवि है,जो सीखने को प्रोत्साहित करता है। यह दर्शक की रचनात्मकता, रुचि और जुड़ाव, शिक्षा के प्रभावशाली क्षेत्र के पहलूओं को जाग्रत करता है। इमर्सिव तारामंडल शिक्षार्थियों को हमारे ब्रह्मांड को इस तरह से दिखाता है, जैसा कि वे फ्लैट स्क्रीन फिल्मों के माध्यम से अनुभव नहीं कर सकते।उदाहरण के लिए, आकाश में सूर्य, चंद्रमा और सितारों की गति के पैटर्न को देखा जा सकता है,वर्णित किया जा सकता है, और इसकी भविष्यवाणी की जा सकती है, क्यों कि तारामंडल अप्राप्य घटनाओं को दिखाने में सक्षम है।यह एक ऐसा स्थान है, जहां अनुसंधान आधारित अधिगम सम्भव है। यह अधिगम या सीखने की एक ऐसी रणनीति है, जो छात्रों के प्रश्नों, विचारों और विश्लेषणों को प्राथमिकता देती है। तारामंडल का वातावरण शिक्षार्थियों की जिज्ञासा को इस तरह से बढ़ाता है, कि सामान्य कक्षाओं में ऐसी जिज्ञासाओं को बढ़ाना संभव नहीं। यह क्लासरूम लर्निंग और प्रतिधारण का सुदृढीकरण करता है। जो छात्र क्लासरूम लर्निंग के साथ तारामंडल प्रेजेंटेशन में भाग लेते हैं, उनके पास 2- D टेक्स्टबुक इलस्ट्रेशन और कंप्यूटर डायग्राम द्वारा पेश की गई समस्याओं या गलत फहमियों को हल करने का अवसर होता है। चूंकि कई प्राथमिक कक्षा शिक्षकों को विज्ञान में केवल सीमित प्रशिक्षण ही प्राप्त होता है, इसलिए तारामंडल उन्हें अपने स्वयं के ज्ञान और शिक्षण विधियों में सुधार करने का अवसर प्रदान करता है। जो बच्चे औपचारिक वातावरण में सीखना पसंद नहीं करते, उनके लिए तारामंडल का अनुभव बहुत प्रभावी होता है।तारामंडल डिजिटल प्रोजेक्टरों को नियोजित करते हैं तथा यहां वस्तुओं को विभिन्न दृष्टिकोणों से देखा जा सकता है, यह क्षमता अंतरिक्ष में हमारे वास्तविक स्थान को समझने का अवसर प्रदान करती है। ऐसे कई शोध किए जा चुके हैं, जो बताते हैं कि तारामंडल समन्वित कक्षा शिक्षण अधिगम और अवधारण में अत्यंत लाभकारी है। एक शोध के अनुसार विज्ञान शिक्षा में बाहरी गतिविधियों के रूप में तारामंडल का उपयोग करने से छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि छात्र इस विषय को प्यार और मस्ती के साथ सीखते हैं, इसलिए प्राप्त ज्ञान उनके दिमाग में स्थायी रूप से संग्रहित हो जाता है। संग्रहालय और तारामंडल छात्रों को अनौपचारिक अधिगम का माहौल प्रदान कर सकते हैं।
वर्तमान में तारामंडल में प्राकृतिक बहु-अनुशासन सेवाएं या सुविधाएं मौजूद हैं। दूसरे शब्दों में यह जहां विज्ञान, खगोलीय विज्ञान आदि के प्रभावी शिक्षण में सहायक है, वहीं कला, इतिहास, भाषा आदि के प्रभावी शिक्षण में भी उपयोगी है।दुनिया भर में ऐसे हजारों तारामंडल कार्यक्रम पेश किए जाते हैं, जहां लाइव कलात्मक प्रदर्शन से लेकर ऐसे अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो खगोल विज्ञान से सम्बंधित विषयों के अलावा अन्य विषयों के बारे में जानने के लिए भी प्रेरित करते हैं।वर्तमान में कई कलाकार, संगीतकार, लेखक, एनिमेटर और कई अन्य पेशेवर तारामंडल से प्रेरित हैं। रामपुर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, जिनके कारण पहले की तुलना में स्कूलों में छात्रों के नामांकन और उपस्थिति में सुधार हुआ है। यदि स्कूलों में अच्छा माहौल और बुनियादी ढांचा तैयार करने के साथ-साथ तारामंडल का समुचित रूप से उपयोग किया जाता है, तो बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सकती है, तथा तारामंडल का वास्तविक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3hlSMoR
https://bit.ly/3jQRSme
https://bit.ly/2Uv0YdG
https://bit.ly/3hK24Kf
https://bit.ly/3AxLWUV

चित्र संदर्भ
1. रामपुर के आर्यभट्ट नक्षत्रशाला (प्लैनेटेरियम) का एक चित्रण (Prarang)
2. रामपुर के आर्यभट्ट तारामंडल का निर्माण का एक चित्रण (wikimedia)
3. आर्यभट्ट नक्षत्रशाला में लेज़र शो (Lager Show) के दौरान लिया गया एक चित्रण (Prarang)



RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id