City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
1730 | 165 | 1895 |
***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions
उत्तर प्रदेश आज भारत में निवेश (खासकर आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में) के लिए एक पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है। क्या आप जानते हैं, कि हमारे शहर लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में विशाल डेटा सेंटर (Massive Data Center) स्थापित किये जा रहे हैं। आज पूरा उत्तर प्रदेश आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का एक प्रमुख केंद्र बनने की राह पर है।
उत्तर प्रदेश राज्य, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात बाजार (Electronics Export Market) में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। यहाँ पर 196 से अधिक ईएसडीएम कंपनियां (ESDM companies) और देश की लगभग 60% मोबाइल फोन और घटक विनिर्माण इकाइयां मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Uttar Pradesh Global Investors Summit) 2023 में, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने तीन नीतियों:
आईटी और आईटीईएस नीति (IT and ITES Policy),
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति (Electronics Manufacturing Policy (PLP) और
डेटा सेंटर नीति (Data Center Policy) के तहत 310 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इन समझौतों में कुल 5,25,331 करोड़ रुपये के निवेश की बात कही गई हैं। इनमें से ₹90,778.89 करोड़ की 53 परियोजनाओं का शुभारंभ हो भी चुका है।
एमओयू का विवरण इस प्रकार है:
☑ आईटी और आईटीईएस नीति के तहत 12 एमओयू
☑ इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति के तहत 35 एमओयू
☑ डेटा सेंटर नीति के तहत 6 एमओयू
इस निवेश का हिस्सा मुख्य रूप से नवीकरणीय ऊर्जा (15%), आवास (19.24%), इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण (5.27%), खाद्य प्रसंस्करण (6.01%), विनिर्माण (13%), और शिक्षा (2.96%) जैसे उभरते क्षेत्रों को समर्पित हैं।
इसके तहत विभिन्न कंपनियां, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं। उदाहरण के लिए:
✒ एनआईडीपी (National Industrial Development Policy), सिफी टेक्नोलॉजीज (Sify Technologies), एसटीटी ग्लोबल और जैक्सन लिमिटेड (STT Global and Jackson Limited), राज्य में डेटा सेंटर स्थापित करेंगे।
टॉर्क सेमीकंडक्टर (Tark Semiconductors), डिक्सन टेक्नोलॉजीज (Dixon Technologies), हायर (Haier), एडवर्ब टेक्नोलॉजीज (Adverb Technologies) और केंट आरओ सिस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक्स (Kent RO Systems Electronics) राज्य में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करेंगे।
✒ अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) और यामाहा ऑटोमोबाइल (Yamaha Automobile) ईवी परियोजनाएं शुरू करेंगे।
✒ एनटीपीसी (NTPC), ग्रीनको ग्रुप (Greenko Group), टोरेंट पावर (Torrent Power), एसीएमई ग्रुप (ACME Group), जेएसडब्ल्यू एनर्जी पीएसपी सिक्स (JSW Energy PSP Six) और टस्को थर्मल (Tusco Thermal), हाइड्रो पावर और सौर परियोजनाओं (Hydro Power and Solar Projects) को लागू करेंगे।
✒ एम3एम इंडिया (M3M India) और आईएनजीकेए (INGKA) आवासीय तथा खुदरा संपत्तियों का निर्माण करेंगे। टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) 150 आईटीआई को अपग्रेड करेगी।
✒ एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज (Air India SATS Airport Services) और शराफ ग्रुप (Sharaf Group) एक एयर कार्गो टर्मिनल (Air Cargo Terminal), कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स पार्क (Cold Storage and Logistics Park) स्थापित करेंगे।
✒ शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (Sharda Group of Institutions), यशोदा हॉस्पिटल (Yashoda Hospital) और अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital), सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (Super Specialty Hospital) स्थापित करेंगे।
✒ एबी माउरी (AB Mauri) और वरुण बेवरेजेज (Varun Beverages), खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करेंगे।
✒ अडाणी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज (Adani Defence Systems and Technologies), एंकोर रिसर्च लैब्स (Encore Research Labs), एरोलॉय टेक्नोलॉजीज (Aerolloy Technologies) रक्षा और हथियार निर्माण में निवेश करेंगी।
✒ बनास डेयरी (Banas Dairy) और सीपी मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट्स (CP Milk and Food Products) डेयरी उद्योग में निवेश करेंगे।
✒ सेंचुरी पल्प एंड पेपर (Century Pulp and Paper), डालमिया सीमेंट भारत (Dalmia Cement Bharat), इंडोरामा इंडिया (Indorama India), रिमझिम इस्पात और फन ज़ू टॉयज़ (Rimjhim Ispat and Fun Zoo Toys) विभिन्न विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित करेंगे।
उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024 (Uttar Pradesh Semiconductor Policy-2024) का उद्देश्य निवेशकों को प्रोत्साहित करना और उत्तर प्रदेश को सेमीकंडक्टर अनुसंधान (semiconductor research) और विकास का केंद्र बनाना है। इससे चिप निर्माण (chip manufacturing) की दिशा में देश को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। गुजरात, ओडिशा और तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति वाला देश का चौथा राज्य है। 2025 तक सेमीकंडक्टर्स की मांग 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। वर्तमान में, यह मांग आयात से पूरी की जा रही है। यह नीति निवेशकों को राज्य में सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और फैब पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए एक प्रवेश द्वार प्रदान करेगी, जिससे इसे एक ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ में एक नया आईटी हब (IT Hub) स्थापित करने की तैयारी कर रही है। इस परियोजना का खाका उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) द्वारा तैयार किया गया। इसके तहत कानपुर रोड पर अमौसी के नादरगंज औद्योगिक क्षेत्र में 40 एकड़ के भूखंड पर आईटी हब स्थापित करने का प्रस्ताव है।
आईटी हब को तीन मुख्य वर्गों में विभाजित किया जाएगा:
✒ एक आईटी पार्क: 11.47 एकड़ में।
✒ एक बिजनेस पार्क: 7.4 एकड़ में।
✒ एक अंतर्राष्ट्रीय इन्क्यूबेशन सुविधा केंद्र (International Incubation Facility): 6.9 एकड़ में।
साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए 8.7 एकड़ भूमि को हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। आईटी हब में इमारतों के बीच कनेक्टिविटी (connectivity) सुनिश्चित करने के लिए 5.8 एकड़ में फैली सड़कों का एक नेटवर्क बनाया जाएगा।
तीन मुख्य इमारतों में से प्रत्येक इमारत छह मंजिला होगी, जिसमें एक बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर शामिल होगा, जहां पर हाइड्रोलिक पार्किंग सिस्टम से सुसज्जित अपनी पार्किंग सुविधाएं होंगी।
सरकार वर्तमान में भूमि आवंटन और सफल परियोजना कार्यान्वयन के लिए सलाहकारों का चयन कर रही है। आईटी हब का लक्ष्य बड़ी आईटी, वित्तीय और तकनीकी कंपनियों के साथ साझेदारी करके नवाचार और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देना है। इससे आईटी पेशेवरों के लिए रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा होने और लखनऊ के आर्थिक विकास में योगदान मिलने की उम्मीद है।
आईटी हब देश में एक प्रमुख इनक्यूबेटर के रूप में भी काम करेगा, जिसमें छह प्रमुख विंग होंगे:
✒ महिला उद्यमी हब (Women Entrepreneur Hub)
✒ कौशल और ज्ञान अकादमी (Academy of Skills and Knowledge)
✒ प्रोटोटाइपिंग सेंटर (Prototyping Center)
✒ रिसर्च एंड इनोवेशन सर्कल (Research and Innovation Circle)
✒ इमर्जिंग टेक विंग (Emerging Tech Wing)
✒ यू हब इनोवेशन हब (U Hub Innovation Hub)
पांच एकड़ भूमि पर विकसित किए जाने की योजना वाले इन स्थानों को लोगों को आकर्षित करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया जाएगा। ठाणे नगर निगम ने सुविधा प्लॉट विकास परियोजना के तहत ग्रैंड सेंट्रल पार्क (Grand Central Park ) विकसित किया है। इस पार्क को दुनिया भर के प्रसिद्ध पार्कों, जैसे न्यूयॉर्क के ग्रैंड सेंट्रल पार्क (New York's Grand Central Park ) और लंदन के हाइड पार्क (London's Hyde Park) की प्रेरणा से विकसित किया गया है। इस पार्क में यहाँ के निवासियों को एक अनोखा और देखने में आकर्षक अनुभव देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश की गई है। 20.5 एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में फैले ग्रांड सेंट्रल पार्क को ठाणे का सबसे बड़ा पार्क माना जा रहा है, जो यहाँ के निवासियों को एक बड़ा, हरा, खुला स्थान प्रदान करता है। इस पार्क में पक्षियों और तितलियों की 100 से अधिक प्रजातियो और 3,500 से अधिक पेड़ों को क़रीब से देखा जा सकता है। यहाँ पर मुगल, चीनी, मोरक्कन और जापानी डिजाइनों से प्रेरित बगीचे भी हैं।
संदर्भ
https://tinyurl.com/sces5fdm
https://tinyurl.com/mkcvznmh
https://tinyurl.com/ybpjnyru
चित्र संदर्भ
1. लखनऊ के चारबाग़ रेलवे स्टेशन को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
3. नोएडा में आईटी परिसर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. सेमीकंडक्टर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. उत्तर प्रदेश के शीर्ष 10 जिलों की प्रति व्यक्ति आय को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. ग्रैंड सेंट्रल पार्क को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.