यह कहना गलत नहीं होगा कि मेरठ के छात्र, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, जिसे यूपी बोर्ड कहा जाता है, से जुड़े हैं। भारत की शिक्षा प्रणाली कई बोर्डों से मिलकर बनी है, जिनमें सी बी एस ई (CBSE), आई बी (IB), आई सी एस ई (ICSE), एन आई ओ एस (NIOS), सी आई ई (CIE), सी आई एस सी ई (CISCE) और अन्य राज्य बोर्ड शामिल हैं। शिक्षा बोर्ड का चयन छात्रों और माता-पिता के लिए अक्सर भ्रमित करने वाला होता है। इस राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर, चलिए विभिन्न शिक्षा बोर्डों को समझते हैं और उनके पाठ्यक्रम तथा परीक्षा पैटर्न की तुलना करते हैं।
इसके बाद, हम चार प्रमुख शिक्षा प्रणालियों— सी बी एस ई , आई सी एस ई , आई जी सी एस ई ( सी आई ई द्वारा विकसित) और आई बी —के बीच आपकी आवश्यकताओं के अनुसार सही विकल्प चुनने की कोशिश करेंगे। इस संदर्भ में, हम इन बोर्डों के उद्देश्यों, लाभों और कमियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
भारत के विभिन्न बोर्ड
1.) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE): सी बी एस ई को भारत के सबसे प्रमुख शिक्षा बोर्डों में से एक माना जाता है। यह भारतीय सरकार द्वारा चलाया जाता है और देश का सबसे प्रसिद्ध स्कूल बोर्ड है। भारत में CBSE से जुड़े 21,000 से अधिक स्कूल हैं और 28 अन्य देशों में 220 स्कूल हैं।
पाठ्यक्रम: सी बी एस ई से जुड़े स्कूल, एन सी ई आर टी (NCERT) पाठ्यक्रम का उपयोग करते हैं। प्राथमिक स्कूल में, बच्चे शब्द और सामाजिक विषयों को सीखते हैं। मध्य और उच्च विद्यालय में, वे विज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी और अन्य भाषाओं के साथ-साथ कला, खेल आदि का अध्ययन करते हैं। उच्च विद्यालय के छात्र विज्ञान, मानविकी या वाणिज्य जैसे स्ट्रीम चुन सकते हैं।
परीक्षा पैटर्न: CBSE कक्षा 6 से 10 के छात्रों के लिए निरंतर समग्र आकलन (CCE) करता है और ग्रेडिंग प्रणाली का उपयोग करता है। कक्षा 10 (अखिल भारतीय माध्यमिक विद्यालय परीक्षा) और कक्षा 12 (अखिल भारतीय वरिष्ठ विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा) की अंतिम परीक्षाएँ मार्च में होती हैं। सी बी एस ई ए आई पी एम टी (CBSE AIPMT) (अखिल भारतीय पूर्व चिकित्सा परीक्षा) भी आयोजित करता है और पहले ए आई ई ई ई (AIEEE) (2013 में IIT-JEE के साथ विलय, अब एन टी ए (NTA) द्वारा आयोजित) करता था।
2.) भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र (ICSE): आई सी एस ई (ICSE) भारत में एक बड़ा नाम है! यह भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय परीक्षा है, जिसे विश्व स्तर पर जाना जाता है। 2300+ स्कूलों के साथ, इसके प्रमाणपत्र हर जगह मान्यता प्राप्त हैं। आई सी एस ई (ICSE) गणित और विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करता है, लेकिन मानविकी का भी ध्यान रखता है। इसका उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान देना और उनकी विश्लेषणात्मक क्षमताओं को बढ़ाना है।
पाठ्यक्रम: आई सी एस ई (ICSE) बोर्ड, जो सी आई एस सी ई (CISCE) द्वारा प्रबंधित है, सभी विषयों जैसे कला, भाषाएँ, और विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करता है। इसकी शिक्षण पद्धति बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करती है, जिससे वे जो सीखते हैं, उसे लागू कर सकें और अपने विश्लेषणात्मक कौशल को सुधार सकें। इसका उद्देश्य छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाना है, जो समाज में सकारात्मक योगदान दें।
परीक्षा पैटर्न: आई सी एस ई (ICSE) परीक्षा में छात्रों को छह विषयों का अध्ययन करना होता है, जिनमें एक से तीन पेपर होते हैं, कुल मिलाकर आठ से ग्यारह पेपर बनते हैं। परिणाम में सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों को देखा जाता है, और अंग्रेज़ी के अंक अनिवार्य होते हैं। कक्षा 10 की परीक्षाएँ 100 अंकों के लिए होती हैं, जिनमें सिद्धांत परीक्षा 80 अंकों की और व्यावहारिक परीक्षा 20 अंकों की होती है। कक्षा 12 में कुल छह विषय होते हैं, जिनमें अंग्रेज़ी अनिवार्य है।
3.) अंतरराष्ट्रीय बैकलॉरिएट (International Baccalaureate (IB)): अंतरराष्ट्रीय एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है! यह एक प्रतिष्ठित स्कूल कार्यक्रम है, जिसे युनेस्को (UNESCO) द्वारा समर्थित किया गया है। भारत में 185 स्कूल इस कार्यक्रम की पेशकश करते हैं, जिनमें 146 स्कूल आई बी (IB) डिप्लोमा सिखाते हैं। यह विभिन्न उम्र के बच्चों के लिए कार्यक्रम प्रदान करता है, जिससे छात्रों के लिए एक वैश्विक अनुभव बनता है। आई बी 144 देशों में है, जो एक मजबूत पाठ्यक्रम प्रदान करता है और विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करना आसान बनाता है। जो माता-पिता अंतरराष्ट्रीय शिक्षा चाहते हैं, वे अक्सर आई बी को चुनते हैं।
पाठ्यक्रम: आई बी बोर्ड के पास विभिन्न आयु समूहों के लिए कार्यक्रम हैं: ● आई बी प्राइमरी ईयर प्रोग्राम (PYP) 3-12 साल के बच्चों के लिए
● आई बी मिडिल ईयर प्रोग्राम (MYP) 11-16 साल के छात्रों के लिए
● आई बी डिप्लोमा प्रोग्राम (DP) और कैरियर-संबंधित प्रोग्राम 15-19 साल के छात्रों के लिए
यह व्यावहारिक सीखने पर ध्यान केंद्रित करता है, जो निश्चित पाठ्यक्रमों के बिना लचीलापन देता है। कई छात्र, जो विदेश विश्वविद्यालयों में दाखिला लेना चाहते हैं, इस पाठ्यक्रम को चुनते हैं।
परीक्षा पैटर्न: आई बी में, PYP, MYP, और DP की परीक्षाओं के लिए 1-7 अंक प्रणाली का उपयोग होता है। ये परीक्षाएँ निबंध, प्रश्न, केस स्टडी, मौखिक कार्य, फील्डवर्क, कला, और प्रयोगशाला कार्य जैसे विभिन्न कार्यों को शामिल करती हैं। पूर्ण IB डिप्लोमा कार्यक्रम में छह परीक्षाओं के लिए तैयारी करें। DP और कैरियर-संबंधित कार्यक्रम की परीक्षाएँ हर साल नवंबर और मई में होती हैं।
4.) राज्य बोर्ड: भारत में 32 अलग-अलग राज्य शिक्षा बोर्ड हैं। इन राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्डों के परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम में विविधता होती है।
पाठ्यक्रम: राज्य बोर्ड का पाठ्यक्रम, सिलेबस और पाठ्य पुस्तकें संबंधित राज्य सरकारें निर्धारित करती हैं। इसमें राज्य की भाषा, इतिहास और संस्कृति पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कुछ राज्य बोर्ड, विभिन्न अखिल भारतीय परीक्षाओं के लिए छात्रों की तैयारी में मदद के लिए एन सी ई आर टी (NCERT) की किताबें भी निर्धारित करते हैं।
परीक्षा पैटर्न: परीक्षा का पैटर्न, राज्य के अनुसार भिन्न होता है। सभी कक्षाओं में परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं, और हर राज्य बोर्ड कक्षा 10 के लिए माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (SSC) परीक्षा और कक्षा 12 के लिए उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (HSC) परीक्षा आयोजित करता है।
भारत में कुछ प्रमुख राज्य बोर्ड:● महाराष्ट्र राज्य शिक्षा बोर्ड
● हरियाणा शिक्षा बोर्ड
● आंध्र प्रदेश माध्यमिक परीक्षा बोर्ड
● हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड
● पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड
● उत्तर प्रदेश हाई स्कूल और इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड
5.) राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS): राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, भारत सरकार का एक राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड है, जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 1989 में स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को लचीली और सुविधाजनक शिक्षा प्रदान करना है, जिससे साक्षरता बढ़े और हर किसी को शिक्षा का अवसर मिल सके। यह दुनिया का सबसे बड़ा मुक्त विद्यालयी शिक्षा तंत्र बन चुका है, जहाँ हर साल 3.5 लाख से अधिक विद्यार्थी नामांकन करते हैं।
पाठ्यक्रम: एन आई ओ एस (NIOS) बोर्ड में प्राथमिक छात्रों के लिए ओपन बेसिक एजुकेशन प्रोग्राम (OBE) है, जो कक्षा III से VIII तक तीन स्तरों में बँटा है। कक्षा X का "सेकेंडरी कोर्स" पाँच विषय और एक भाषा शामिल करता है। सीनियर सेकेंडरी कोर्स (कक्षा XII) में विज्ञान, मानविकी और वाणिज्य में से एक या दो विषय चुनने का विकल्प होता है। NIOS व्यावसायिक शिक्षा, जीवन संवर्धन कार्यक्रम और डी.ईएल.ईडी. पाठ्यक्रम भी प्रदान करता है।
परीक्षा पैटर्न: एन आई ओ एस बोर्ड प्राथमिक छात्रों के लिए ओ बी ई (OBE) परीक्षाएँ आयोजित करता है। यह माध्यमिक और सीनियर सेकेंडरी परीक्षाएँ भी संचालित करता है, जिनका पैटर्न सी बी एस ई और सी आई एस सी ई परीक्षाओं के समान होता है।
6.) काउंसिल फ़ॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफ़िकेट एग्ज़ामिनेशन्स (CISCE): सी आई एस सी ई भारत का एक निजी राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड है, जो कक्षा 10वीं के लिए भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र (ICSE) और कक्षा 12वीं के लिए भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र (ISC) परीक्षाएँ आयोजित करता है। इसे 1958 में स्थापित किया गया था और भारतीय संविधान द्वारा इसे "ग़ैर-सरकारी स्कूल शिक्षा बोर्ड" के रूप में मान्यता प्राप्त है। वर्तमान में, 2300 से अधिक विद्यालय भारत और विदेशों में सी आई एस सी ई से संबंधित हैं। यह बोर्ड, मुख्य रूप से गणित और विज्ञान पर ध्यान देता है, साथ ही भाषाओं, कला और मानविकी को भी समान महत्व देता है।
पाठ्यक्रम: सीनियर स्कूल के छात्रों के लिए विज्ञान, मानविकी और वाणिज्य संकाय उपलब्ध हैं। उन्हें कई विषयों में से चुनने का विकल्प भी दिया जाता है। अंग्रेज़ी या अन्य भाषाओं के साहित्य के लिए बोर्ड द्वारा पाठ्य पुस्तकें निर्धारित होती हैं, लेकिन अन्य विषयों के लिए नहीं। सी आई एस सी ई का पाठ्यक्रम विस्तृत, गहन और जटिल है, जिसमें 23 भारतीय भाषाएँ और 12 विदेशी भाषाएँ शामिल हैं, जो इसे भारत का सबसे कठिन बोर्ड बनाता है।
परीक्षा पैटर्न: यह बोर्ड, तीन परीक्षाएँ आयोजित करता है - कक्षा 10वीं के लिए आई सी एस ई, कक्षा 12वीं के लिए आई एस सी (ISC) और उन छात्रों के लिए व्यावसायिक शिक्षा प्रमाणपत्र परीक्षा (CVE), जो आई एस सी परीक्षा के बाद विशेष व्यवसायों में रुचि रखते हैं।
7.) कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एग्ज़ामिनेशन्स (CIE): CIE बोर्ड इंटरनेशनल जनरल सर्टिफ़िकेट ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन (IGCSE) और ए एस (AS) & ए (A) लेवल परीक्षाएँ आयोजित करता है और यह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का एक हिस्सा है। भारत में यह एक अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड है, जिसके 160 देशों में कैम्ब्रिज इंटरनेशनल से जुड़े 10,000 से अधिक विद्यालय हैं। सी आई ई (CIE) प्रमाणपत्र प्राप्त छात्रों को यू के (UK), यू एस ए (USA), कनाडा, मध्य पूर्व और पश्चिम एशिया की विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिलता है।
पाठ्यक्रम: CIE बोर्ड में कोई निर्धारित पाठ्यपुस्तक नहीं होती। यह प्राइमरी, लोअर सेकेंडरी और अपर सेकेंडरी से लेकर एडवांस लेवल तक होता है। भारत में यह सबसे लचीले शिक्षा बोर्डों में से एक है, जिसमें आई जी सी एस ई (IGCSE) स्तर पर 70 से अधिक विषयों और एस एवं ए लेवल पर 55 से अधिक विषय विकल्प उपलब्ध हैं। यह बोर्ड अंग्रेज़ी भाषा पर विशेष ध्यान देता है, जो इसे विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए अनुकूल बनाता है।
परीक्षा पैटर्न: मुख्य परीक्षाओं में आई जी सी एस ई (IGCSE), ए एस लेवल और ए -लेवल परीक्षाएँ शामिल हैं।
BSE बनाम ICSE बनाम IB बनाम IGCSE: आपके लिए कौन सा बेहतर है?
सी बी एस ई और आई सी एस ई बोर्ड भारतीय संदर्भ में अच्छे हैं और आर्थिक दृष्टि से किफायती होते हैं। हालाँकि, इनका पाठ्यक्रम वैश्विक अवसरों तक पहुँच को सीमित कर सकता है। फिर भी, ये भारतीय शिक्षा में मजबूत नींव देते हैं और देश में बहुत से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं।
दूसरी ओर, आई जी सी एस ई और आई बी स्कूलों का पाठ्यक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। ये छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए बेहतर तैयार करते हैं। भले ही इनकी फीस अधिक हो, ये छात्रों को विभिन्न शैक्षिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। जबकि सी बी एस ई और आई सी एस ई भारतीय संदर्भ पर ध्यान केंद्रित करते हैं, आई जी सी एस ई और आई बी छात्रों में वैश्विक दृष्टिकोण और महत्वपूर्ण कौशल विकसित करते हैं। भारत में आई जी सी एस ई और आई बी स्कूलों की संख्या कम होने के बावजूद, ये वैश्विक शिक्षा और सफलता की ओर अग्रसर करता है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/3zuk6z2h
https://tinyurl.com/sem2dfkv
https://tinyurl.com/2h7r5nxf
https://tinyurl.com/2vzxc4u8
चित्र संदर्भ
1. स्कूल में पढ़ती छात्रा को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. सी बी एस ई (CBSE) उच्चतर माध्यमिक प्रमाण पत्र को संदर्भित करता एक चित्रण (pixahive)
3. एक समारोह के अवसर पर स्कूल के छात्रों को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
4. राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के लोगो को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. सीनेट हाउस में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की 800वीं वर्षगांठ (anniversary) पर प्रकाश शो (lighting show) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)