Post Viewership from Post Date to 04-Jun-2023 30th day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1524 419 1943

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

साहित्य व गणित का अनोखा गठजोड़, छात्रों की जिज्ञासा को प्रेरित कर, सीखने के अनुभवों को बढ़ाता है

लखनऊ

 01-05-2023 10:06 AM
विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

हिंदी साहित्य के महान लेखक, मुंशी प्रेमचंद्र और भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन दोनों ही एकदम विपरीत क्षेत्रों से संबंध रखते हैं। किंतु यह आवश्यक नहीं है कि इन साहित्यकारों एवं गणितज्ञों की रुचि अपने से विपरीत विषय में कदापि न हो अथवा दोनों के दर्शक और पाठक भी अलग-अलग रूचि रखते हों, एक ही पाठक की रूचि समान रूप से दोनों ही विषयों में भी हो सकती है। असमानताओं के बावजूद गणित एवं साहित्य के बीच एक ऐसा प्रबल चुंबकीय आकर्षण मौजूद है, जो शुरुआत से ही दोनों विषयों को आपस में मजबूती से जोड़े हुए है।
पहली नजर में गणित और साहित्य दोनों ही बहुत अलग-अलग क्षेत्र प्रतीत होते हैं। गणित को अक्सर एक विज्ञान के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, लेकिन वास्तव में गणित विज्ञान से बढ़कर है और यह विशुद्ध रूप से स्वतः विकसित हुआ है। हालांकि, गणित और साहित्य के बीच मूलभूत अंतर होते हैं। जैसे एक गणितज्ञ के रूप में, आपको एक ऐसी समस्या को दूर करना पड़ता है, जिसका कोई ओर-छोर ही नहीं होता। ऐसा करना यकीनन बेहद पीड़ादायक हो सकता है। इसके अलावा, गणितज्ञ सप्ताहों या कई बार महीनों तक समाधान की झलक देखे बिना भी स्वयं को दिन-रात किसी समस्या में झोंके रहते हैं। यह कदापि आसान नहीं है। गणित में कोई प्रगति कभी भी दिखाई नहीं देती है। साथ ही आप कागज पर कोई आड़ी-तिरछी लकीरें खीचकर कुछ भी रचनात्मक नहीं बना सकते है। वहीं इसके विपरीत, एक साहित्यिक लेखक अपने पृष्ठ को धीरे-धीरे शब्दों से भरते हुए देख सकता है,और अपनी इस दृश्यमान प्रगति को देखकर उसे सुकून मिलता है। हालांकि, लेखन की भी अपनी चुनौतियाँ (खासकर शुरुआत में) होती हैं। लिखते समय पुस्तक या लेख का प्रारंभिक भाग सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि इस दौरान लेखक को अस्पष्ट विचारों के दलदल से एक स्पष्ट सार निकालने की आवश्यकता होती है। हालाँकि, लेखन के अंतर्गत लेखक अपनी कल्पनाओं का तड़का लगा सकता है।
दूसरी ओर, गणित एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें या तो कोई अपने प्रमेय को पूर्ण रूप से सिद्ध कर सकता है या बिल्कुल भी कुछ नहीं कर सकता। गणित के मामले में पूरा सिद्धांत सौ प्रतिशत स्पष्ट होना चाहिए, जिसमें त्रुटि की कोई संभावना नहीं है । यद्यपि गणित और साहित्य को आमतौर पर पूरक विषयों के रूप में नहीं माना जाता है, लेकिन गणितज्ञ सारा हार्ट (Sara Hart) अपनी एक किताब ‘वन्स अपॉन ए प्राइम’ (Once Upon A Prime) में तर्क देती हैं कि वास्तव में गणित और साहित्य दोनों क्षेत्र घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। अपनी पुस्तक में वह लिखती हैं कि “मानव जीवन और ब्रह्मांड में हमारे स्थान को समझने के लिए गणित और साहित्य को एक ही खोज के पूरक भागों के रूप में देखकर, हम दोनों क्षेत्रों को असीम रूप से समृद्ध कर सकते हैं।" उदाहरण देते हुए वह कहती हैं कि एलेनोर कैटन (Eleanor Catton) की बुकर पुरस्कार (Booker prize) विजेता पुस्तक ‘द ल्यूमिनरीज़’ (The Luminaries) की संरचना गणित पर आधारित है, वही ‘ऐलिस एडवेंचर्स इन वंडरलैंड’ (Alice’s Adventures in Wonderland) जैसी साहित्यिक कृति में, जोकि गणित के एक प्रोफेसर द्वारा लिखी गई पुस्तक है, में गणित की पहेलियाँ बिखरी हुई हैं। एक अन्य उदाहरण के तौर पर वह मेलविल (Melville) के महाकाव्य मोबी-डिक (Moby-Dick) के बारे में बताती हैं कि यह साहित्यिक कृति भी गणितीय विचारों से भरी पड़ी है । हार्ट का मानना है कि गणित और अन्य रचनात्मक कलाओं के बीच असमानता हाल के दशकों में जन्मी है; इतिहास में तो गणित हर शिक्षित व्यक्ति की सांस्कृतिक जागरूकता का हिस्सा हुआ करता था। इसलिए ये लेखक गणितीय विचारों का उपयोग करने में सहज महसूस करते थे। ‘स्कूली गणित के लिए सिद्धांत और मानक: एक अवलोकन’ (Principles And Standards For School Mathematics: An Overview)" नामक एक अन्य पुस्तक में यह कहा गया है कि जहां गणितीय कौशल की कमी से कई सुनहरे अवसर छूट सकते हैं, वहीं साहित्य पढ़ने से हमारे दिमाग और नई दुनिया के द्वार खुल सकते हैं। गणित हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसीलिए जिन लोगों में गणित कौशल की कमी होती है, वे महत्वपूर्ण अवसरों से चूक सकते हैं। दूसरी ओर, पढ़ना भी आवश्यक है! साहित्य हमारे दिमाग, नौकरी के अवसरों और व्यक्तिगत आकांक्षाओं के बंद द्वारों को खोल सकता है। इसलिए, दोनों विषयों में रुचि उत्पन्न करने के लिए गणित और साहित्य के प्रतिच्छेदन का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, कहानियों और अन्य साहित्य में सन्निहित गणितीय अवधारणाओं की खोज और अन्वेषण करके, दोनों विषयों को बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है। गणित और साहित्य को जोड़ने से सीखने की प्रक्रिया को अधिक आसान तथा लचीला बनाया जा सकता है, और पढ़ने की समझ में सुधार हो सकता है। साहित्य में समस्याओं को हल करने हेतु गणित का संदर्भ भी प्रदान किया जा सकता है। साथ ही गणितीय अवधारणाओं के साथ समृद्ध साहित्य के अध्ययन में प्रवेश करने से पहले यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक कक्षा स्तर पर बच्चों को गणित की कौन सी अवधारणाओं को विकसित करने की आवश्यकता है। गणित को साहित्य की कक्षा में शामिल करके, शिक्षक तार्किक समझ और उत्साह के माहौल का निर्माण कर सकते हैं तथा नई गणितीय अवधारणाओं की खोज कर सकते हैं।
छात्रों को सक्रिय रूप से पाठ्य सामग्री के साथ जुड़ने और महत्वपूर्ण सोच कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए पूछताछ-आधारित शिक्षा और समस्या-समाधान का उपयोग किया जा सकता है। कुल मिलाकर मुंशी प्रेमचंद्र और श्रीनिवास रामानुजन भले ही अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन गणित और साहित्य के प्रतिच्छेदन से यह साबित होता है कि ये दो अलग-अलग प्रतीत होने वाले लोग भी घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। गणित और साहित्य दोनों व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए आवश्यक हैं, और दोनों का एकीकरण सीखने के अनुभवों को बढ़ा सकता है और छात्रों में जिज्ञासा को प्रेरित कर सकता है। इन दो क्षेत्रों के बीच तालमेल को अपनाकर, हम एक अधिक व्यापक शिक्षा का निर्माण कर सकते हैं जो महत्वपूर्ण सोच, रचनात्मकता और समस्या को सुलझाने के कौशल को बढ़ावा देती है।

संदर्भ

https://bit.ly/3L4U31m
https://bit.ly/3V9fX8k
https://bit.ly/3LwdmC5

चित्र संदर्भ

1. कक्षा में बच्चों को दर्शाता एक चित्रण (Flickr)
2. गणितीय सवालों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. ‘हिंदी पुस्तकों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. सारा हार्ट (Sara Hart) की किताब ‘वन्स अपॉन ए प्राइम’ को संदर्भित करता एक चित्रण (amazon)
5. पुस्तक पढ़ते साधु को दर्शाता एक चित्रण (Pixabay)
6. पुस्तक में डूबे हुए बच्चे को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id