गर्मियां शुरू होते ही पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली की कटौती शुरू हो जाती है चाहे फिर वह कटौती थोड़े समय के लिए हो या लम्बे समय के लिए। बिजली की इस समस्या के कारण यहाँ के लोगों को भीषण गर्मी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है-जैसे पीने के लिए ठंडा पानी उपलब्ध नहीं हो पाता, पंखे और कूलर नहीं चल पाते, इतना ही नहीं रोशनी के बिना ही अपने कार्य करने पड़ते हैं। रामपुर भी बिजली की इस समस्या से बहुत अधिक ग्रसित है, जहाँ आये दिन लोगों को कम या अधिक समय के लिये बिजली की समस्या का सामना करना पड़ता है। रामपुर में बिजली उत्तर प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाले पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है। यहाँ की विद्युत समस्या के निवारण के लिये उत्तर प्रदेश की विद्युत् प्रबंधक संरचना और कंपनियों को समझना बहुत ही जरूरी है।
उत्तरप्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL – Uttar Pradesh Power Corporation Limited) कंपनी भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के भीतर विद्युत प्रसारण और वितरण के लिए उत्तरदायी है। कुशल संचालन और प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड का पुनर्गठन निम्न प्रकार से किया गया है:
• दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL)- आगरा जोन डिस्कॉम
• मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL)- लखनऊ जोन डिस्कॉम
• पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL)- मेरठ जोन डिस्कॉम
• पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PUVVNL)- वाराणसी जोन डिस्कॉम
• कानपुर विद्युत वितरण आपूर्ति कंपनी (KESCO)- कानपुर सिटी डिस्कॉम
• लखनऊ विद्युत आपूर्ति प्रशासन (LESA) - लखनऊ शहर डिस्कॉम
• उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड- स्टेट ट्रांसमिशन यूटिलिटी
उत्तरप्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) बिजली खरीद समझौते के माध्यम से सबसे कम प्रति यूनिट लागत के साथ राज्य सरकार के स्वामित्व वाले बिजली जनरेटर (उत्तरप्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम और उत्तर प्रदेश जल विद्युत निगम लिमिटेड), केंद्र सरकार के स्वामित्व वाले बिजली जनरेटर (एनटीपीसी लिमिटेड और टीएचडीसी लिमिटेड) और स्वतंत्र विद्युत निर्माता जैसे IPP (ज्यादातर निजी बिजली कंपनियों) से बिजली प्राप्त करता है। यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का कुल नुकसान 29,000 करोड़ रुपये से 35,000 करोड़ रुपये के बीच आंकलित किया गया है। इस नुकसान के चलते यूपीपीसीएल को राज्य, केंद्र और अन्य निजी बिजली कंपनियों को भुगतान करना मुश्किल हो रहा है। यूपीपीसीएल की ऐसी खराब वित्तीय स्थितियों के कारण निम्नलिखित हैं:
• पुराने तनावग्रस्त बुनियादी ढांचे की वजह से नुकसान।
• बड़े पैमाने पर बिजली की चोरी।
• ट्रांसफार्मर (Transformer) और अन्य उपकरणों की निम्न गुणवत्ता।
• व्यापक भ्रष्टाचार।
• प्रशासनिक और तकनीकी उद्देश्यों के लिए निम्न स्तर की आईटी आधारित संरचना का उपयोग।
2010-11 की अवधि में सकल टेक्निकल एंड कमर्शियल (एटीएंडसी) लॉस (Aggregate Technical and Commercial Loss )/टोटल लाइन लॉस (Total Line Loss) (% में) निम्न प्रकार है:
• दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL) - 46.80%
• मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (MVVNL) - 39.10%
• पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) - 31.60%
• पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PUVVNL) - 29.72 %
उत्तर प्रदेश राज्य में नई पावर प्लांट परियोजनाओं के कार्यान्वयन में निजी निवेश को आकर्षित करने, उत्तरप्रदेश राज्य की बढ़ती बिजली की माँग को पूरा करने और न्यूनतम संभव दरों पर बिजली को खरीदने के लिए यूपीपीसीएल ने एसपीवी (शेल कंपनियां) बनायी हैं। एसपीवी का कार्य व्यवहार्यता रिपोर्ट (प्रौद्योगिकी, आकार, कोयला लिंकेज, भूमि और पानी के मुद्दे सहित) तैयार करना है। इन एसपीवी को डेवलपर प्राइवेट कंपनी (Developer Private Companies) में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड
पश्चिमांचल विद्युत निगम लिमिटेड, उत्तरप्रदेश के पश्चिम में बिजली वितरण के लिए उत्तरप्रदेश पावर कॉर्पोरशन लिमिटेड का उत्तराधिकारी है। यह जुलाई, 2003 में प्रबंध निदेशक श्री अनवनीश कुमार अवस्थी के नेतृत्व में शुरू किया गया था। नवगठित कंपनी की भौगोलिक व्याप्ति मेरठ के हेडक्वाटर्स (Headquarters) के साथ-साथ सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, ज्योतिबा फुले नगर, मुरादाबाद, रामपुर और गौतमबुद्ध नगर के जिलों तक फैली हुई है। राजस्व संग्रह के संदर्भ में, पीवीवीएनएल 17,000 करोड़ से भी अधिक की (वित्तीय वर्ष 2002-03) कंपनी है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड बेहतर उपभोक्ता सेवा, अधिक राजस्व प्राप्ति और अच्छी गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है।
निम्नलिखित जिलों में पीवीवीएनएल द्वारा बिजली उपलब्ध करवायी जाती है:
1. सहारनपुर
2. मेरठ
3. गाजियाबाद
4. मुजफ्फरनगर
5. बुलंदशहर
6. बागपत
7. नोएडा
8. जे.पी नगर
9. रामपुर
10. बिजनौर
11. मुरादाबाद
जुलाई 2003 से पश्चिमांचल विद्युत निगम लिमिटेड ने पश्चिमी उत्तरप्रदेश में बिजली वितरण की जिम्मेदारी यूपीपीसीएल से ली है। पीवीवीएनएल सभी उपभोक्ताओं के लिए 24 घंटे की गुणवत्ता वाली बिजली की उपलब्धता को प्राप्त करने हेतु बिजली वितरण की दक्षता में तेजी से सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
आप किसी भी प्रकार की विद्युत् सम्बन्धी समस्या के लिए निम्न लिंक का प्रयोग कर सकते है:
http://pvvnl.org/contactus.html
उत्तरप्रदेश पावर कॉरपोरेशन से सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए निम्न लिंक का प्रयोग कर सकते हैं:
http://www.uppclonline.com/dispatch/Portal/appmanager/uppcl/wss?_nfpb=true&_pageLabel=uppcl_static_rpf&pageID=ST_06
पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड का हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number):
1800-180-3002
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड का हेल्पलाइन नंबर:
1800-180-8752
संदर्भ:
1. http://indianpowersector.com/home/2010/10/1123/
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Uttar_Pradesh_Power_Corporation_Limited
3. http://pvvnl.org/
4. https://bit.ly/2vRS8Xz
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