जौनपुर के नागरिक, इस बात से सहमत होंगे कि भाषाई बाधा के बावजूद, तमिल गीत भारत में काफ़ी लोकप्रिय हैं। तमिल गीत, मुख्य रूप से अपने चलचित्रों (music videos) और सिनेमैटोग्राफ़ी (cinematography) के लिए जाने जाते हैं। ये गाने, न केवल मनोरंजन प्रदान करते हैं बल्कि अपने क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करते हैं और उसे बढ़ावा देते हैं। तमिल गीत, वास्तव में दर्शकों की भावनाओं को जगाने, उनसे गहरे स्तर पर जुड़ने और किसी कहानी को उपयुक्त तरीके से वर्णित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन फ़िल्मी गानों के बोल, अक्सर भावनात्मक रूप से आवेशित और बहुत ही मार्मिक होते हैं। तमिल गीत, प्यार, दिल टूटने, खुशी, दुख और कई अन्य मानवीय भावनाओं को बहुत खूबसूरती से व्यक्त करते हैं, जिससे दर्शकों का कथानक के साथ स्वतः ही भावनात्मक जुड़ाव बढ़ जाता है। तमिल फ़िल्मों के गानों में, अक्सर पारंपरिक संगीत के तत्व जैसे लोक धुन और शास्त्रीय राग शामिल होते हैं। साथ ही, यहां के संगीत में क्षेत्रीय वाद्ययंत्रों का उपयोग किया जाता है, जो गीत को और भी अधिक आनंददायक बना देता है। पारंपरिक तत्वों का यह सम्मिश्रण, तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है तथा सांस्कृतिक संबंध को मज़बूत बनाता है। तो आइए, हम आज, अब तक के कुछ बेहतरीन तमिल गीतों के चलचित्र देखें। इन गीतों में ‘रक्कम्मा कैया थट्टू’, ‘ वाई दिस कोलावेरी डी’, ‘तुम तुम’ और ‘चिन्ना चिन्ना कंगल’ शामिल हैं।
संदर्भ:
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.