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उत्तर प्रदेश की स्थानीय ‘भदावरी’ भैंस एवं गुजरात की ‘सुरती’ नस्ल में क्या है अंतर?

मेरठ

 11-12-2023 09:55 AM
निवास स्थान

‘सुरती’, जल भैंस या वैज्ञानिक तौर पर, बुबलस बुबलिस (Bubalus bubalis) की एक नस्ल है, जो माही और साबरमती नदियों के बीच फैले, गुजरात राज्य के कैरा, आनंद एवं वडोदरा जिलों में पाई जाती है। सुरती भैंस मध्यम आकार और विनम्र स्वभाव की होती है। इस नस्ल का सिर काफी चौड़ा और लंबा होता है, तथा सींगों के बीच वाला शीर्ष स्थान उत्तल होता है। सींग दरांती के आकार के और चपटे होते हैं, जो नीचे और पीछे की दिशा में बढ़ते हैं; और फिर, उनके सिरे पर ऊपर की ओर एक हुक(Hook) का आकार बनाते हैं। इनका रंग एवं त्वचा काली या भूरी होती है। साथ ही, सुरती नस्ल को एक अनोखी एवं सीधी पीठ मिली है। इस नस्ल की औसत दूध उपज 1,600-1,800 लीटर है। जबकि, इनके दूध में वसा की मात्रा लगभग 8-10% होती है। आइए, इनके औसत दूध उत्पादन पर थोड़ी जानकारी प्राप्त करते हैं। •प्रथम स्तनपान के समय दूध उत्पादन:-1500-1600 किलोग्राम
•प्रथम स्तनपान के अलावा, दूध उत्पादन:- 1900-2000 किलोग्राम
•दूध में वसा की मात्रा:- 7 से 7.5%
•दूध में एसएनएफ(SNF–Solids-Not-Fat) की मात्रा:- 9 से 9.15%
•प्रथम ब्यांत के समय आयु:- 45 से 47 महीने
•ब्यांत का अंतराल:- 400 से 425 दिन
•प्रजनन अवधि:- मौसमी (सितंबर से अप्रैल महीनों के दौरान)
सुरती भैंस नस्ल की ख़ासियत यह है कि, इसमें दो सफेद कॉलर(Collar) होते हैं, एक इनके जबड़े के चारों ओर, जबकि, दूसरा इनके सीने के पास। इस नस्ल की अन्य ख़ासियत, इनके दूध में वसा का प्रमाण भी है। सुरती को ‘चरोटारी’, ‘डेक्कनी’, ‘गुजराती’, ‘नडियाडी’ और ‘तलबड़ा’ के नाम से भी जाना जाता है। कैरा, आनंद एवं वडोदरा जिलों के अलावा, इस नस्ल के प्रजनन पथ में, गुजरात के भरूच, खेड़ा और सूरत जिले भी शामिल हैं। और, इस नस्ल का नाम उसके मूल स्थान, ‘सूरत’ के नाम पर रखा गया है। अधिकांश किसान भैंसों और गायों का मिश्रित झुंड पालते हैं। सुरती नस्ल भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों के बीच लोकप्रिय है। नर सुरती भैंस हल्के काम के लिए अच्छे होते हैं। पशु गोशाला अधिकतर मानव निवास का हिस्सा होते हैं, लेकिन, कुछ किसान इन मवेशियों के लिए अलग जगह भी उपलब्ध कराते हैं। इस प्रकार, इन्हें मिश्रित आवास में पाला जाता है।
सुरती भैंस के शरीर का वजन भारी भैंसों की तुलना में, कम होता है। ये नस्ल चारा भी कम खाती है। साथ ही, वे स्टोवर(stover) और सीमित या बिना हरे चारे पर भी, अच्छी तरह से अपना भोजन प्राप्त कर सकती है। फिर भी, वे उच्च वसा और एसएनएफ सामग्री के साथ, दूध का उत्पादन करती है।
क्या आप, सुरती एवं हमारे राज्य उत्तर प्रदेश की स्थानीय ‘भदावरी’ नस्ल के बीच अंतर कर सकते हैं? हमारे राज्य के आगरा और इटावा जिले की भदावर तहसील तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर ज़िले में पाई जाने वाली, भदावरी भैंस, एक अन्य महत्त्वपूर्ण नस्ल है। इनका शरीर मध्यम आकार तथा फन्नी या पच्चर के आकार का होता है। इनका सिर तुलनात्मक रूप से छोटा होता है; पैर छोटे और मज़बूत होते हैं; खुर काले होते हैं। जबकि, इनकी पूंछ लंबी, पतली और लचीली होती है, जिस पर काले और सफेद या शुद्ध सफेद निशान होते हैं। और इनकी त्वचा आमतौर पर, हल्के या तांबे के रंग की होती है, जो इस नस्ल की विशेषता है। भदावरी नस्ल का औसत दूध उत्पादन, 800 से 1,000 किलोग्राम होता है। जबकि, नर भदावरी भैंसों को गर्मी सहन करने वाले एवं अच्छे वज़न ढोने वाले, मवेशियों के रूप में जाना जाता है। इन नस्लों के अलावा, क्या आप भैंसों की मुर्रा नस्ल के बारे में जानते हैं? मुर्रा नस्ल हमारे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा एवं पंजाब की मूल है। हमारे शहर मेरठ में, लगभग 15 क्विंटल वजन का मुर्रा नस्ल का एक भैंसा– गोलू-2, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ में पिछले वर्ष आयोजित कृषि मेले में एक खास आकर्षण था।
गोलू-2 का जन्म, पानीपत ज़िले के एक गांव में हुआ था, और तब उसकी उम्र 4 साल थी। वह रोज़ाना 30 किलो हरा और सूखा चारा खाता है। इसके अलावा यह लगभग 7.5 किलोग्राम गेहूं और चना भी खाता है। एक वरिष्ठ पशुचिकित्सक के अनुसार, हर वर्ष गोलू 10,000 भैंसों के गर्भाधान के लिए, आवश्यक मात्रा में वीर्य का उत्पादन करता है। मुर्रा नस्ल अपने दूध उत्पादन के लिए, प्रख्यात है।
गोलू-2 देश में मुर्रा नस्ल का सबसे अच्छा भैंसा है। इस नर भैंस के घुंघराले सींग, काली पूंछ और अच्छी ऊंचाई के कारण, इसे मेले में प्रदर्शित किया गया था, ताकि, अधिक किसान इस नस्ल को पालने का विकल्प चुन सकें।

संदर्भ
https://tinyurl.com/y7u5szrm
https://tinyurl.com/3s3pbsy4
https://tinyurl.com/4232u9y2
https://tinyurl.com/463us5xz
https://tinyurl.com/4jh88t4y
https://tinyurl.com/3j787k3y

चित्र संदर्भ
1. ‘सुरती’ भैंस को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
2. ताबिले में ‘सुरती’ भैंस को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
3. ‘भदावरी’ भैंस को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)

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