Post Viewership from Post Date to 17-Dec-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1012 171 1183

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

गुना समुदाय: लैंगिक समानता को केंद्र में रखकर बना एक आदर्श समुदाय

मेरठ

 16-11-2023 09:29 AM
सिद्धान्त 2 व्यक्ति की पहचान

दक्षिण अमेरिका के पनामा (Panama) और कोलंबिया (Columbia) में “गुना (Guna)” नामक एक अनोखा और निराला समुदाय रहता है। पनामा में इन लोगों के अपने स्वतंत्र क्षेत्र हैं, जिन्हें कॉमरकास (Comarcas) कहा जाता है। अधिकांश गुना लोग सैन ब्लास द्वीप समूह (San Blas Islands) पर रहते हैं, जो पनामा के तट पर छोटे द्वीपों की एक श्रृंखला है। गुना याला, जिसे पहले सैन ब्लास (San Blas) के नाम से जाना जाता था, पूर्वोत्तर पनामा में एक स्वायत्त स्वदेशी कॉमरका (प्रांत) है। इस क्षेत्र को गुना लोगों का घर माना जाता है, जिनकी समृद्ध संस्कृति और इतिहास है। आपको जानकर हैरानी होगी कि “गुना याला” में, प्रत्येक गांव की अपनी सरकार होती है, जिसका नेतृत्व एक “सैला (Saila)” करता है। सैला, गांव का राजनीतिक और धार्मिक नेता दोनों होता है। सैला, “वोसेरोस (Voseros)” की मदद से निर्णय लेता है, जो उसके सलाहकार और अनुवादक की तरह होते हैं। गुना लोग अपनी भाषा बोलते हैं, जिसे “डुलेगया (Dulegaya)” कहा जाता है, जिसका अर्थ "लोग-मुँह ("People-Mouth") होता है।" गुना परिवार, मातृसत्तात्मक और मातृस्थानीय होता हैं, जिसका अर्थ है कि दूल्हा, दुल्हन के परिवार के साथ रहता है और उन्ही का अंतिम नाम अपने नाम के साथ जोड़ता है। गुना याला में आज 49 गाँव हैं। इस पूरे क्षेत्र पर गुना जनरल कांग्रेस द्वारा शासन किया जाता है। गुना लोग अपने चमकीले और रंगीन “मोलों” के लिए जाने जाते हैं, जो कि एप्लिक और रिवर्स एप्लिक (Appliqué And Reverse Appliqué) से बनी कपड़ा कलाकृतियाँ होता हैं। इनका उपयोग पारंपरिक गुना महिलाओं के कपड़ों के ब्लाउज बनाने के लिए किया जाता है। पनामा के पूर्वी तट से दूर एक द्वीपसमूह, गुना याला में, महिलाओं को अधिकांश अन्य मध्य अमेरिकी देशों की तुलना में उच्च दर्जा प्राप्त है। यहाँ पर मुख्य खाद्य वितरक, संपत्ति की मालकिन और निर्णय निर्माता महिलाएं ही होती हैं। यहाँ के पुरुष आमतौर पर मछुआरे, शिकारी, किसान या मुखिया बनते हैं। गुना याला संस्कृति की सबसे अनूठी बात यहाँ पर लैंगिक तरलता की स्वीकृति है। यहां पर ओमेगिड (Omegid) नामक एक "तीसरा लिंग (Third Gender)" होता है, जिसका शाब्दिक अर्थ "एक महिला की तरह” होता है। ओमेगिड ऐसे लोग होते हैं, जो जन्म से तो पुरुष थे लेकिन अपनी पहचान महिला के रूप में बताते हैं। उन्हें गुना याला समाज में पूरी तरह से स्वीकार किया जाता है और वे अक्सर कढ़ाई या सुई का काम जैसे पारंपरिक महिलाओं से जुड़े कौशल सीखते हैं। ओमेगिड समुदाय, गुना याला में खूब फल-फूल रहा है। युवा ओमेगिड अपनी मां से सुई का काम सीखते हैं, या पर्यटकों के लिए टूर गाइड और अनुवादक के रूप में काम करते हैं। यहाँ पर उनके साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस प्रकार भारत में चार प्रमुख युग होते हैं, उसी प्रकार गुना लोगों का मानना है कि “पृथ्वी ग्रह जीवन के चार चक्रों से गुजर चुका है”, और हम वर्तमान में अंतिम चरण में जी रहे हैं, जिसे "अब्या याला (Abya Yala) " कहा जाता है। अब्या याला नाम का इस्तेमाल पनामा के स्वदेशी गुना लोग, अमेरिकी महाद्वीप के लिए भी करते हैं। अब्या याला का अर्थ "अपनी पूर्ण परिपक्वता में भूमि," "महत्वपूर्ण रक्त की भूमि," या "बचायी गयी भूमि होता है।" गुना के लोग सदियों से इस नाम का उपयोग कर रहे हैं, और अब इसका उपयोग पूरे महाद्वीप में स्वदेशी लोगों द्वारा किया जाता है।
अब्या याला शब्द पहली बार 1970 के दशक के अंत में पनामा में उभरा। जब गुना लोगों ने अपनी भूमि पर एक शॉपिंग मॉल के निर्माण को रोकने के लिए मुकदमा किया और उसे जीत भी लिया। उन्होंने इसका उपयोग संपूर्ण अमेरिकी महाद्वीप को संदर्भित करने के लिए किया। बोलीविया (Bolivia) के एक स्वदेशी नेता ताकीर ममानी का भी यह कहना है कि स्वदेशी लोगों (गुना लोगों) को अपनी आधिकारिक घोषणाओं में "अमेरिका" के बजाय "अब्या याला" शब्द का उपयोग करना चाहिए। "अब्या याला" शब्द का उपयोग स्वदेशी लोगों के लिए अपनी पहचान और संप्रभुता को पुनः प्राप्त करने का एक तरीका है। यह शब्द दर्शाता है कि वे लोग उपनिवेशवादियों द्वारा नहीं, बल्कि उनकी अपनी संस्कृतियों और परंपराओं द्वारा परिभाषित हैं। कई स्वदेशी कार्यकर्ताओं, लेखकों और संगठनों ने भी ममानी के इस सुझाव को अपनाया है। अब्या याला का उपयोग अब न केवल महाद्वीप को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, बल्कि एक विशिष्ट स्वदेशी सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान का प्रतिनिधित्व करने के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग मूल अमेरिकी और लैटिन महिला कलाकारों तथा कवियों के संकलन के शीर्षक और एक संगीत एल्बम के नाम में भी किया गया है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/ycxd687s
https://tinyurl.com/2uw9fww4
https://tinyurl.com/y3dztx6u
https://tinyurl.com/bdz4uubd
https://tinyurl.com/3t9m789k

चित्र संदर्भ
1. गुना समुदाय की महिलाओं को दर्शाता एक चित्रण (snl)
2. 1927 में खींची गई गुना समुदाय के बच्चों की तस्वीर को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)
3. बच्चे के साथ गुना महिला को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)
4. गुना याला को दर्शाता एक चित्रण (snl)
5. पनामा सिटी में मोला बेच रही गुना, महिला को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)

***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • उत्तर भारतीय और मुगलाई स्वादों का, एक आनंददायक मिश्रण हैं, मेरठ के व्यंजन
    स्वाद- खाद्य का इतिहास

     19-09-2024 09:25 AM


  • मेरठ की ऐतिहासिक गंगा नहर प्रणाली, शहर को रौशन और पोषित कर रही है!
    नदियाँ

     18-09-2024 09:18 AM


  • क्यों होती हैं एक ही पौधे में विविध रंगों या पैटर्नों की पत्तियां ?
    कोशिका के आधार पर

     17-09-2024 09:16 AM


  • आइए जानें, स्थलीय ग्रहों एवं इनके और हमारी पृथ्वी के बीच की समानताओं के बारे में
    पर्वत, चोटी व पठार

     16-09-2024 09:34 AM


  • आइए, जानें महासागरों से जुड़े कुछ सबसे बड़े रहस्यों को
    समुद्र

     15-09-2024 09:27 AM


  • हिंदी दिवस विशेष: प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण पर आधारित, ज्ञानी.ए आई है, अत्यंत उपयुक्त
    संचार एवं संचार यन्त्र

     14-09-2024 09:21 AM


  • एस आई जैसी मानक प्रणाली के बिना, मेरठ की दुकानों के तराज़ू, किसी काम के नहीं रहते!
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     13-09-2024 09:10 AM


  • वर्षामापी से होता है, मेरठ में होने वाली, 795 मिलीमीटर वार्षिक वर्षा का मापन
    जलवायु व ऋतु

     12-09-2024 09:25 AM


  • परफ़्यूमों में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक रसायन डाल सकते हैं मानव शरीर पर दुष्प्रभाव
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     11-09-2024 09:17 AM


  • मध्यकालीन युग से लेकर आधुनिक युग तक, कैसा रहा भूमि पर फ़सल उगाने का सफ़र ?
    मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक

     10-09-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id