Post Viewership from Post Date to 16-Jun-2023 31st
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2005 543 2548

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

रामपुर से निकलकर भारत और पाकिस्तानी सिनेमा में छा जाने वाली दो बहनें

मेरठ

 04-05-2023 10:55 AM
द्रिश्य 2- अभिनय कला

आपने भारत और पाकिस्तान के बंटवारे से जुड़ी कोई न कोई फ़िल्म अवश्य देखी होंगी! लेकिन आज हम आपको 1930 के दशक के दौरान हमारे रामपुर के एक ही परिवार से निकली, दो सगी बहनों की एक ऐसी वास्तविक कहानी बताने जा रहे हैं, जो फिल्मों से भी अधिक रोमांचक है! इस वास्तविक कहानी में एक बहन ज़ोहरा मुमताज़ सहगल (Zohra Mumtaz Sehgal) जी ने भारतीय फिल्मों में अपना लोहा मनवाया, तो वहीं दूसरी बहन उज़रा बट जी (Uzra Butt) ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तानी फिल्मों में अपने नाम के झंडे गाड़ दिए।
ज़ोहरा मुमताज़ सहगल एक उम्दा भारतीय अभिनेत्री, नृत्यांगना और कोरियोग्राफर (Choreographer) थीं। ज़ोहरा सहगल का जन्म साहिबज़ादी ज़ोहरा बेगम मुमताज़-उल्लाह खान (Sahibzadi Zohra Begum Mumtaz Ullah Khan) के रूप में 27 अप्रैल 1912 के दिन सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, भारत में एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार में, मुमताज़ुल्लाह खान और नतिका बेगम के घर में हुआ था। ज़ोहरा मुमताज़ सहगल जी का प्रारंभिक जीवन उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून जिले के चकराता में बीता और उनका पालन-पोषण एक पारंपरिक मुस्लिम घराने में हुआ। महज सात वर्ष की आयु में मोतियाबिंद ने उनकी बायीं आँख की रोशनी छीन ली। ज़ोहरा मुमताज़ सहगल जी, अपने माता पिता की सात संतानों में से तीसरी थी और खुद को टॉमबॉय (Tomboy) कहलाना पसंद करती थी। उन्हें पेड़ों पर चढ़ना और आउटडोर गेम्स (Outdoor Games) खेलना अच्छा लगता था। सहगल ने क्वीन मैरी कॉलेज (Queen Mary's College), लाहौर से स्नातक किया। उनके मामा ने उनके लिए स्कॉटलैंड (Scotland) की राजधानी एडिनबर्ग (Edinburgh) में एक ब्रिटिश अभिनेता की निगरानी में प्रशिक्षु (Internship) की व्यवस्था की। बाद में वह जर्मनी (Germany) के ड्रेसडेन शहर (Dresden) में मेरी विगमैन (Mary Wigman) के बैले स्कूल (Ballet School) गई। यहीं पर उनकी मुलाकात मशहूर नर्तक उदय शंकर जी से हुई, जिन्होंने भारत लौटने पर उन्हें अवसर देने का वादा किया। सहगल, उदय शंकर जी की मंडली में शामिल हो गई, जिसके बाद उन्होंने जापान, मिस्र और यूरोप सहित संयुक्त राज्य अमेरिका (United States Of America) के कई हिस्सों का दौरा किया। 1940 में भारत लौटने पर सहगल, अल्मोड़ा में उदय शंकर भारत सांस्कृतिक केंद्र में शिक्षक बन गई। बाद में उन्होंने एक वैज्ञानिक, चित्रकार और नर्तक रहे कामेश्वर सहगल (Kameshwar Sehgal) से शादी कर ली और इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की नृत्य अकादमी ,ज़ोहरेश नृत्य संस्थान (Zohresh Dance Institute) की स्थापना की। 1945 में सहगल, मुंबई के पृथ्वी थिएटर (Prithvi Theater) से जुड़ी और अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। सहगल 14 साल तक इंडियन पीपल्स थिएटर एसोसिएशन (Indian People's Theater Association) और पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थिएटर (Prithvi Theater) का हिस्सा रही थी। 1943 में उन्होंने फिल्म “राहगीर” में सहायक भूमिका के साथ बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया। और वृद्धावस्था में भी उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में सहायक भूमिकाओं में काम करना जारी रखा! 2007 में आई सांवरिया उनकी आखिरी फिल्म थी।
उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्मों की सूची निम्नवत दी गई है:
बॉलीवुड फिल्मों के साथ-साथ वह द ज्वेल इन द क्राउन (Jewel In The Crown), तंदूरी नाइट्स (Tandoori Nights) और अम्मा एंड फैमिली (Amma & Family) जैसी ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखलाओं में भी दिखाई दीं। वह छह दशकों से अधिक समय तक भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक प्रमुख हस्ती बनी रही थीं। अपने पूरे फ़िल्मी करियर के दौरान सहगल जी को कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। 1998 में, उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया और 2001 में, उन्हें कालिदास सम्मान मिला। 2004 में, उन्हें आजीवन उपलब्धि के लिए संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (Sangeet Natak Akademi Fellowship) से सम्मानित किया गया, तथा 2010 में, उन्हें भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया।
1959 में उनके पति कामेश्वर सहगल का निधन हो गया, जिसके बाद 1960 के दशक में जोहरा सहगल पहली बार मुंबई से दिल्ली आ गईं और 1962 में लंदन, यूनाइटेड किंगडम (London, United Kingdom) में चली गईं। 1990 के दशक की शुरुआत में भारत में लौटने के बाद भी उन्होंने भारतीय टेलीविजन और बॉलीवुड फिल्मों में काम करना जारी रखा और इस दौरान वह कई बार पाकिस्तान भी गईं। ज़ोहरा मुमताज़ सहगल एक निपुण कलाकार थीं, और भारतीय रंगमंच और सिनेमा में उनका योगदान अद्वितीय है। वह एक उम्दा पथप्रदर्शक थीं जिन्होंने जंग खाई हुई रूढ़ियों को तोड़ा और आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कई लोगों को प्रेरित किया और आज भी भारतीय सिनेमा एवं थिएटर संस्कृति में एक नायिका बनी हुई हैं। ज़ोहरा मुमताज़ सहगल ने 1993 में, अपनी छोटी बहन, उज़रा बट, जो खुद भी एक अभिनेत्री थीं, के साथ “नानी” नामक नाटक में भी अभिनय किया। उनकी बहन उज़रा बट, भारत की एक प्रसिद्ध रंगमंच हस्ती थी, जो बाद में पाकिस्तान चली गईं। उनका जन्म 22 मई 1917 के दिन हमारे रामपुर में ही हुआ था। उज़रा बट जी ने भी अपनी बहन ज़ोहरा सहगल के साथ मिलकर 1937 में उदय शंकर बैले कंपनी के साथ अपने स्टेज करियर (Stage Career) की शुरुआत की थी। उन्होंने भी अभिनेत्री और नर्तकी के रूप में प्रदर्शन करते हुए यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा की। 1944 में एक अभिनेत्री के रूप में उजरा इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन (Indian People's Theater Association) में शामिल हो गईं। बाद में, वह 1940 और 1950 के दशक में पृथ्वी थिएटर की अग्रणी महिला भी बनीं। उज़रा ने जुबेदा, शकुंतला, गदर, किसान सहित कई अन्य नाटकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
1964 में, उज़रा बट भारत छोड़कर अपने पति हमीद बट के साथ पाकिस्तान चली गईं। उन्होंने रावलपिंडी में एक नृत्य मंडली बनाई, मंच और टेलीविजन पर अभिनय किया, तथा पाकिस्तान नेशनल काउंसिल ऑफ द आर्ट्स (Pakistan National Council Of The Arts) में अपनी सेवा प्रदान की। अक्टूबर 1985 में, वह लाहौर में अजोका थिएटर (Ajoka Theater) में शामिल हुईं और कई नाटकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका अंतिम प्रदर्शन 2008 में हुआ था और 93 वर्ष की आयु में लाहौर, पाकिस्तान में उनका निधन हो गया। 1994 में उज़रा बट जी को (उर्दू) में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारतीय और पाकिस्तानी, दोनों देशों के रंगमंच और सिनेमा में उज़रा बट जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। और उनका काम आज भी कई कलाकारों को प्रेरित करता है। दोनों होनहार बहनों का करियर लंबा और सफल रहा था, और उज़रा बट का 2008 में निधन हो गया, जबकि ज़ोहरा सहगल 102 वर्ष की आयु (10 जुलाई 2014) तक जीवित रहीं। हमारे रामपुर से निकली इन दोनों शानदार अभिनेत्रियों ने भारत और पाकिस्तान के थिएटर तथा सिनेमा जगत में अपना गहरा प्रभाव छोड़ा है।

संदर्भ
https://bit.ly/40YcZEW
https://bit.ly/3LN0qbe
https://bit.ly/41X6Nyj

चित्र संदर्भ
1. ज़ोहरा मुमताज़ सहगल और उज़रा बट जी को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube, wikimedia)
2. पद्म विभूषण पुरस्कार प्राप्त करते हुए ज़ोहरा मुमताज़ सहगल जी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. युवा ज़ोहरा मुमताज़ सहगल को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
4. गूगल के ज़ोहरा मुमताज़ सहगल के डूडल को संदर्भित करता एक चित्रण (google)
5. उज़रा बट को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
6. ज़ोहरा मुमताज़ सहगल और उज़रा बट जी को दर्शाता एक चित्रण (youtube)

***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id