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हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति ‘जो बाइडन’ (Joe Biden) का एक बयान सभी समाचार चैनलों और अखबारों की प्रमुख सुर्ख़ियों में बना हुआ है। दरअसल, अपने इस बयान में वह कहते हैं कि टाटा समूह (Tata Group) के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) और अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निगम बोइंग (Boeing) का आपसी सौदा, अमेरिका (America) के 44 राज्यों में 1 मिलियन नौकरियां पैदा करेगा। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति का भारत के विमानन सौदे को लेकर दिया गया यह बयान, पूरे विश्व में भारत की विमानन क्षमता के विकास की बानगी भर है।
एयर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक और परिवर्तन अधिकारी निपुण अग्रवाल (Nipun Agarwal) के अनुसार, एयर इंडिया ने एयरबस (Airbus) और बोइंग से 840 विमानों के लिए सौदा किया हैं, जिसमें अतिरिक्त 370 विमान खरीदने के विकल्प भी शामिल हैं। उनके अनुसार, 840 विमानों के इस सौदे की तैयारी लगभग दो साल पहले एयर इंडिया की निजीकरण प्रक्रिया के बाद ही शुरू हो गई थी। सौदे के तहत अगले दशक में एयरबस और बोइंग से खरीदे जाने वाले 470 फर्म विमान (Firm Plane), 370 अतिरिक्त विमान और खरीद अधिकार शामिल हैं। इसे आधुनिक विमानन इतिहास का सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है। एयरबस के ऑर्डर में 210 ‘A320/321 NEO/XLR’ और ‘40 A350-900/1000’ विमान शामिल हैं। बोइंग ऑर्डर में 190 ‘737-MAX’, 20 ‘787’ और 10 ‘777s’ विमान शामिल हैं।
एयर इंडिया ने सीएफएम इंटरनेशनल (CFM International), रोल्स-रॉयस (Rolls-Royce) और जीई एयरोस्पेस (GE Aerospace) के साथ इंजनों के दीर्घकालिक रखरखाव के लिए भी सौदा किया है। 17 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एयर इंडिया (जिसे जनवरी 2022 में टाटा समूह द्वारा सरकार से अधिग्रहित किया गया था) ने विमानों की ख़रीद का आदेश दिया है। पहला A350 विमान इस वर्ष के अंत तक एयरलाइन को सौंप दिया जाएगा।
बाज़ार के जानकारों के अनुसार, यह आदेश टाटा समूह की दूरदृष्टि और आकांक्षा को दर्शाता है। आज टाटा, एयर इंडिया को विश्व स्तरीय एयरलाइन में बदलने की आकांक्षा रखता हैं। निपुण अग्रवाल के अनुसार, यह सौदा वास्तव में एयर इंडिया और भारतीय विमानन के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ‘जो बाइडन’ के साथ-साथ भारत के प्रधानमंत्री ने भी एयर इंडिया और बोइंग के बीच हुए इस महत्वाकांक्षी समझौते का स्वागत किया है। सरकारी स्वामित्व के अंतर्गत एयरलाइन का पिछला सौदा 2005 में 111 विमानों की ख़रीद के लिए हुआ था। इस सौदे के तहत बोइंग से 68 और एयरबस से 43 विमान ख़रीदे गये थे। यह सौदा 10.8 बिलियन अमरीकी डालर का था।
वर्तमान में, भारत में, एयरबस के लगभग 470 वाणिज्यिक विमान सेवा में हैं। भारतीय वाहक लगभग 159 बोइंग विमानों का संचालन करते हैं। टाटा ग्रुप द्वारा यह फ़ैसला देश में विमानन उद्योग के भविष्य को ध्यान में रखकर लिया गया है।
नीचे दी गई सूची के द्वारा आप विभिन्न देशों सहित भारत में भी वायु परिवहन की बढ़ती संभावनाओं को देख सकते हैं-
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