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जीवन रक्षक दवा के नवाचार हेतु प्रतिबद्धता है आधार,स्विस फार्मा कम्पनी रोशे व नोवार्टिस का

मेरठ

 10-06-2024 09:34 AM
कोशिका के आधार पर

फार्मास्युटिकल (Pharmaceutical) उद्योग दवाओं और स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों के अनुसंधान, विकास, विनिर्माण और व्यावसायीकरण के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। फार्मास्युटिकल कंपनियां विभिन्न प्रकार की बीमारियों और चिकित्सा स्थितियों की खोज करती हैं और उनका उपचार प्रदान करके वैश्विक स्वास्थ्य परिणामों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। तो आइए, आज हम स्विट्जरलैंड (Switzerland) स्थित दो बहुत प्रसिद्ध फार्मास्युटिकल कंपनियों ‘रोशे’ (Roche) और ‘नोवार्टिस’ (Novartis) के विषय में जानते हैं ।
रोशे फार्मास्यूटिकल्स ने जीवन रक्षक दवाओं और नैदानिक ​​समाधानों की खोज, विकास और व्यावसायीकरण में खुद को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है। आज, रोशे का मुख्यालय बेसल, स्विट्जरलैंड (Basel, Switzerland) में है। दुनिया भर में कंपनी के कई फार्मास्युटिकल और डायग्नोस्टिक स्थलों पर 80,000 लोग कार्यरत हैं। रोशे की स्थापना औद्योगिक क्रांति के दौरान 1896 में फ्रिट्ज़ हॉफमैन-ला रोशे (Fritz Hoffmann-La Roche) नामक एक दूरदर्शी व्यक्ति ने की थी। वह यह पहचानने वाले पहले लोगों में से एक थे कि मानकीकृत दवाओं का औद्योगिक निर्माण बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी प्रगति होगी। उन्होंने अपनी कंपनी का ध्यान नवप्रवर्तन और अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति स्थापित करने पर केंद्रित किया। फ्रिट्ज़ ने अपने साथी कार्ल मीरवीन के साथ 1897 और 1910 के बीच जर्मनी के ग्रेनज़ाच (Grenzach) में अपनी विस्तारित उत्पादन सुविधा में समस्त विनिर्माण कार्य शुरू कर दिया। और विदेशी एजेंटों और सहायक कंपनियों का एक यूरोपीय नेटवर्क स्थापित किया। 1914 तक, रोशे ने मिलान (Milan), न्यूयॉर्क (New York), सेंट पीटर्सबर्ग (St. Petersburg) और लंदन (London) में अपने कार्यालय स्थापित कर लिए थे।
1915 में प्रथम विश्व युद्ध के शुरू होने पर रोशे को अंतरराष्ट्रीय और वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ा। जर्मनी में इसके उत्पादों का बहिष्कार कर दिया गया और बेसल में रोशे के मुख्यालय से ग्रेनज़ैच में इसके विनिर्माण संयंत्र से संपर्क टूट गया। फिर, 1917 की क्रांति के दौरान रूसी दवा बाजार में कंपनी की संपत्ति ज़प्त कर ली गई। लेकिन कंपनी धीरे-धीरे इन सभी संकटों से बाहर आई। बहुत पहले से ही, कंपनी विभिन्न विटामिन तैयारियों और डेरिवेटिव के उत्पादन के लिए जानी जाती थी। 1934 में, रोशे रेडॉक्सन (Redoxon) ब्रांड नाम के तहत बड़े पैमाने पर सिंथेटिक विटामिन सी (vitamin C) का उत्पादन करने वाली पहली कंपनी बनी। इस सफलता के बाद रोशे ने संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) के साथ अपनी मजबूत प्रतिबद्धता को और बढ़ाया। 1950 के दशक की शुरुआत और 1960 के दशक के मध्य के बीच, रोशे ने अपने फार्मास्युटिकल पोर्टफोलियो में अवसादरोधी और प्रतिसूक्ष्मजीवी से लेकर कैंसर कीमोथेरेपी के लिए उत्पाद शामिल कर लिए। 1965 और 1978 के बीच, रोशे ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपने व्यवसाय का और विस्तार किया। बुनियादी बायोमेडिकल अनुसंधान की दिशा में आगे बढ़ते हुए, इसी अवधि के दौरान अमेरिका के नटली (Nutley) में 'रोशे इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी' (Roche Institute of Molecular Biology), 'बेसल इंस्टीट्यूट फॉर इम्यूनोलॉजी' (Basel Institute for Immunology) और कामाकुरा, जापान (Kamakura, Japan) में 'निप्पॉन रिसर्च सेंटर' (Nippon Research Center) की स्थापना की। 1982 में, रोशे की अमेरिका की शाखा ने 163.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर में 'बायोमेडिकल रेफरेंस लेबोरेटरीज' (Biomedical Reference Laboratories) का अधिग्रहण किया। उसी वर्ष, रोशे ने अपनी सभी प्रयोगशालाओं का विलय कर दिया और कंपनी का नाम 'रोशे बायोमेडिकल लेबोरेटरीज' (Roche Biomedical Laboratories) रखा, जो बर्लिंगटन में स्थित (Burlington) है। 1990 के दशक की शुरुआत तक, 20 प्रमुख प्रयोगशालाओं और लगभग 600 मिलियन डॉलर की बिक्री के साथ, रोशे बायोमेडिकल लेबोरेटरीज संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़े नैदानिक ​​​​प्रयोगशाला नेटवर्क में से एक बन गई। इसी वर्ष भारत में रोशे की सहायक कंपनी 'रोशे फार्मा इंडिया' (Roche Pharma India) ने वैबिस्मो (Vabysmo) नामक एक दवा लॉन्च की है। यह एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दवा है जो बुजुर्गों और मधुमेह रोगियों में दृष्टि हानि के दो महत्वपूर्ण कारणों को लक्षित करती है। इस दवा को पहली बार जनवरी 2022 में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (US Food and Drug Administration (FDA) द्वारा अनुमोदित किया गया था। और तब से यह दवा 90 से अधिक देशों में उपलब्ध है, जिसकी 2 मिलियन से अधिक खुराकें बिक चुकी हैं। हालांकि भारत में अब तक इसके मूल्य निर्धारण का खुलासा नहीं किया गया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि उपचार के पहले वर्ष के लिए भारत में दवा की कीमत लगभग ₹400,000 हो सकती है, जिसे बाद के वर्षों में ₹200,000 तक कम किया जा सकता है। अमेरिका में, बीमा कवरेज भिन्नताओं के अधीन, यह $2,190 मूल्य पर सूचीबद्ध है।
वैश्विक स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए नवाचार, समर्पण और प्रतिबद्धता की शक्ति के रूप में उभरती हुई एक अन्य स्विस फार्मास्युटिकल कंपनी 'नोवार्टिस' है जो आज एक अग्रणी बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी के रूप में स्थापित है। नोवार्टिस ने ऑन्कोलॉजी (oncology) के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है जिसे इसके स्वास्थ्य सेवा में सबसे महत्वपूर्ण योगदानों में से एक माना जाता है। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के बेसल (Basel) में स्थित है। लगातार वैश्विक शीर्ष पांच में स्थान पर रहने वाली, नोवार्टिस दुनिया की सबसे बड़ी दवा कंपनियों में से एक है और 2022 में राजस्व के हिसाब से चौथी सबसे बड़ी कंपनी थी। नोवार्टिस का गठन 1996 में दो अन्य दिग्गज फार्मास्यूटिकल कंपनियों ' सीबा गाएगी ' (Ciba-Geigy) और 'सैंडोज़' (Sandoz) के विलय से हुआ था। उस समय के इतिहास में इसे सबसे बड़ा कॉर्पोरेट विलय माना गया था। इन दोनों कंपनियों के फार्मास्युटिकल और कृषि रसायन विभागों को मिलाकर नोवार्टिस को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में गठित किया गया। विलय के बाद, सीबा गाएगी और सैंडोज़ के अन्य व्यवसाय बेच दिए गए, या कुछ 'सीबा स्पेशलिटी केमिकल्स' की तरह, स्वतंत्र कंपनियों के रूप में अलग हो गए। सैंडोज़ ब्रांड तीन साल के लिए पूरी तरह बंद हो गया। लेकिन 2003 में नोवार्टिस ने अपने जेनेरिक दवाओं के कारोबार को एक सहायक कंपनी में समेकित किया और इसे सैंडोज़ नाम दिया और इस प्रकार इसे पुनर्जीवित किया।
दिल की विफलता, सोरायसिस (psoriasis) और विविध स्केलेरोसिस (sclerosis) के लिए अपनी दवाओं की बिक्री से, इस वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीनों में ही कंपनी ने अनुमान से अधिक मजबूत नतीजे पेश किये हैं। इसके कारण आने वाले समय में कंपनी ने वर्ष के लिए अपना बिक्री अनुमान भी बढ़ाया है। नोवार्टिस की 'एंट्रेस्टो' (Entresto) और 'कॉसेंटेक्स' (Cosentyx) सबसे ज्यादा बिकने वाली दवाएं हैं जिनकी पहली तिमाही में 3.2 बिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री हुई है। कुल मिलाकर, पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री $11.8 बिलियन दर्ज की गई, जो एक साल पहले की समान अवधि से 10% अधिक है। कंपनी वर्तमान में प्रोस्टेट कैंसर के लिए 'प्लुविक्टो' (Pluvicto) और एक विशेष प्रकार के न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लिए लुटेथेरा (Lutathera) नामक दो दवाएं भी बनाती है जिनकी पहली तिमाही की बिक्री क्रमशः $310 मिलियन और $169 मिलियन थी।

संदर्भ
https://tinyurl.com/3bkp3ht7
https://tinyurl.com/yrxrubhf
https://tinyurl.com/329yus43
https://tinyurl.com/42bkz8n9

चित्र संदर्भ
1. स्विस फार्मा कम्पनी रोशे व नोवार्टिस के कार्यालयों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. फ़्रिट्ज़ हॉफ़मैन-ला रोशे को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. रोश के मेडिकल उत्पाद को संदर्भित करता एक चित्रण (Open Beauty Facts)
4. वैबिस्मो को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. 'नोवार्टिस' कंपनी की ईमारत को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. नोवार्टिस की दवाइयों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)

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