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अनोखे उपायों और आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करके अपने व्यापार को बढ़ा रही है, आविन डेयरी

मेरठ

 21-05-2024 09:30 AM
आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

आविन डेयरी एक सहकारी समिति है, जिसका लक्ष्य गांवों से दूध खरीदकर, उसका प्रसंस्करण करके और दुग्ध उत्पाद बनाकर कृषक समुदाय को आर्थिक रूप से बढ़ने में मदद करना है। यह तमिलनाडु को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स फेडरेशन लिमिटेड (Tamil Nadu Co-operative Milk Producers Federation Limited (TCMPF Limited) के तहत संचालित एक सहकारी संगठन है।
1958 में, तमिलनाडु में दूध उत्पादन और इसके वाणिज्यिक वितरण के प्रबंधन तथा नियंत्रण के लिए, डेयरी विकास विभाग की स्थापना की गई थी। इस विभाग ने दुग्ध सहकारी समितियों का कार्यभार संभाला। 1 फरवरी 1981 को, सहकारी समिति की व्यावसायिक गतिविधियां, तमिलनाडु सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (Tamil Nadu Cooperative Milk Producers' Union Limited) को हस्तांतरित कर दी गईं। वे "आविन (aavin)" ब्रांड नाम के तहत दूध और दूध उत्पाद बेचते थे। तमिल में, 'आ' या 'ஆ' का अर्थ 'गाय' और 'பால்' का अर्थ 'दूध' होता है। इस प्रकार 'आविन पाल' ('ஆவின் பால்') का अनुवाद 'गाय का दूध' होता है। तमिलनाडु, दूध उत्पादन के मामले में भारत का अग्रणी राज्य है, जो प्रतिदिन लगभग 14.5 मिलियन लीटर दूध का उत्पादन करता है और 1 करोड़ दैनिक उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करता है। अप्रैल 2020 में, फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म (food delivery platform) स्विगी (Swiggy) ने अपने डेयरी उत्पादों को बेचने के लिए 'आविन के साथ साझेदारी की। इस साझेदारी के तहत, स्विगी चेन्नई शहर के 21 आउटलेट्स से आविन उत्पादों की डिलीवरी करती है।
जुलाई 2020 में, 'आविन ने एक नई पहल शुरू की। उन्होंने पूरे तमिलनाडु में ऑटो और कॉल टैक्सी चालकों को अपने 'मोबाइल एजेंट (Mobile Agent)' के रूप में काम करने के लिए आमंत्रित किया। इस पहल का उद्देश्य आविन के दूध उत्पादों की बिक्री बढ़ाना और ड्राइवरों को अपनी आजीविका कमाने में मदद करना था। कंपनी द्वारा जारी 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, आविन एक दिन में करीब 40 लाख लीटर दूध खरीदती है। इसमें से 25 लाख लीटर दूध के रूप में बेचा जाता है, और बाकी को विभिन्न दूध उत्पादों जैसे स्किम्ड मिल्क पाउडर , आइसक्रीम, छाछ, दही, घी और मक्खन में बदल दिया जाता है। कंपनी ने 2019-20 के लिए ₹5800 करोड़ का वार्षिक कारोबार दर्ज किया, और दूध की मासिक बिक्री ₹34.78 करोड़ से बढ़कर ₹41.15 करोड़ हो गई।
राज्य के स्वामित्व वाली आविन ने पायसम मिक्स और प्रीमियम मिल्क केक सहित पांच नए दूध उत्पाद पेश किए। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंत्रियों और अधिकारियों की मौजूदगी में सचिवालय में दुग्ध उत्पादों को लॉन्च किया।पायसम मिश्रण के 100 ग्राम पैक की कीमत 50 रुपये और 200 ग्राम पैक की कीमत 100 रुपये है। आविन के एक बयान में कहा गया है कि यह मिश्रण बादाम, काजू, किशमिश और दूध पाउडर जैसी सामग्रियों का उपयोग करके तैयार किया जाता है। इसके अलावा आविन ने एक स्वस्थ दही पेय, दूध प्रोटीन-समृद्ध नूडल्स और एक डेयरी व्हाइटनर (dairy whitener) भी पेश किया।
आविन डेयरी ने हाल ही में वैश्विक ऊर्जा प्रबंधन कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक (Schneider Electric) के साथ मिलकर अपनी विनिर्माण इकाई की उत्पादकता बढ़ाने के लिए, इकोस्ट्रक्सचर हाइब्रिड डीसीएस और एक IoT-सक्षम भी सिस्टम स्थापित किया है। यह प्रणाली किसी दुग्ध संयंत्र के संपूर्ण बुनियादी ढांचे की इंजीनियरिंग, संचालन और रखरखाव के लिए वन-स्टॉप समाधान (one-stop solution) प्रदान करती है। यह प्रणाली डेयरी की परिचालन दक्षता, लचीलेपन और मापनीयता में सुधार करती है, और उनकी प्रसंस्करण क्षमता को 0.2 से 0.3 मिलियन लीटर प्रति दिन तक बढ़ा देती है। सीडीसीएमपीयू लिमिटेड (आविन) के महाप्रबंधक डॉ. एस सेल्वराज (Dr. S Selvaraj) के अनुसार वह दूध प्रसंस्करण में सटीकता, अंतिम उत्पाद की गुणवत्ता और अपने संयंत्र की परिचालन दक्षता, लचीलेपन और स्केलेबिलिटी (Scalability) को बढ़ाना चाहते थे। इकोस्ट्रक्सचर हाइब्रिड डीसीएस सिस्टम (EcoStruxure Hybrid DCS System) ने उन्हें इन लक्ष्यों को हासिल करने में मदद की, जिससे उनकी परिचालन दक्षता में 50% सुधार हुआ।

संदर्भ
https://tinyurl.com/4tahukjx
https://tinyurl.com/3ph3z7bd
https://tinyurl.com/3xe5rwfw

चित्र संदर्भ
1. तमिलनाडु में आविन मिल्क आउटलेट को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. आविन के दूध को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
3. आविन के दूध और प्लांट को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. आविन के कप को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)

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