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तराई आर्क बेल्ट (Terai Arc Belt) 51,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई एक विशाल सीमा-पार परिदृश्य या ट्रांस-बाउंड्री (Trans-Boundary) है। इस क्षेत्र की सीमा नेपाल में बागमती नदी से लेकर भारत में यमुना नदी तक फैली हुई है। इस पूरे क्षेत्र को फलती-फूलती जैव विविधता का हॉटस्पॉट (Hotspot) माना जाता है। यह क्षेत्र वन्य जीवन और औषधीय संपदा से भी समृद्ध है, जहां लगभग 86 स्तनपायी प्रजातियां, 600 पक्षी प्रजातियां और फूल वाले पौधों की 2,100 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
तराई आर्क बेल्ट में, 57.5 मिलियन से अधिक लोग भी रहते हैं, जो अपनी आजीविका के लिए यहां के जंगलों पर निर्भर हैं। नेपाल के हिस्से वाले तराई आर्क बेल्ट में 7.5 मिलियन से अधिक निवासी रहते हैं। ये लोग भोजन, ईंधन और चिकित्सा संसाधनों के लिए इन्हीं वन क्षेत्रों का उपयोग करते हैं। हालांकि भारत के हिस्से वाली तराई आर्क बेल्ट के एक बड़े भू-भाग में आज घनी इंसानी आबादी बस गई है और यह बेल्ट आज कृषि क्षेत्र में बदल गया है। भारत के हिस्से वाले तराई आर्क बेल्ट के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 50 मिलियन लोग रहते हैं। हमारा रामपुर भी इसी क्षेत्र में आता है।
भारतीय परिदृश्य में पहाड़ों से लेकर मैदानों तक और घने जंगलों से लेकर दुर्लभ घास के मैदानों तक, विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्र मौजूद हैं। तराई आर्क की भांति ही "तराई-दुआर (Terai-Duar)" भी वानस्पतिक और जीवन संपदा से संपन्न क्षेत्र माने जाते हैं। तराई-दुआर, हिमालय की तलहटी पर स्थित पर एक संकीर्ण तराई क्षेत्र है, जो लगभग 25 किमी (16 मील) में भारत, नेपाल और भूटान में भारत-गंगा के मैदानों तक फैला है। इस क्षेत्र में दुनिया के सबसे ऊंचे घास के मैदान पाए जाते हैं। यह बायोम (Biome), घास के मैदानों, सवाना और झाड़ियों से समृद्ध क्षेत्र है। इसका प्रत्येक छोर भारत के उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों की सीमा को पार करता है। इसके पूर्वी और मध्य क्षेत्र, पश्चिमी छोर की तुलना में अधिक गीले हैं।
तराई-दुआर में आपको सदाबहार और उष्णकटिबंधीय पर्णपाती जंगलों का मिश्रण देखने को मिल जाता है, जिनमें मैलोटस फिलिपेंसिस (Mallotus Philippensis), जामुन, मैलोटस न्यूडिफ्लोरस और गरुगा पिनाटा (Mallotus Nudiflorus And Garuga Pinnata) आदि पेड़ उगते हैं। नेपाल में तराई के घास के मैदान दुनिया में सबसे ऊंचे घास के मैदान माने जाते हैं। यहां उगने वाली महत्वपूर्ण घासों में बरुवा (ट्रिपिडियम बेंगालेंस (Tripidium Bengalense) और कांस घास (सैकेरम स्पोंटेनम (Saccharum Spontaneum) शामिल हैं। पहाड़ी इलाकों में सबसे अधिक पेड़, साल (शोरिया रोबस्टा (Shorea Robusta) के देखे जाते हैं, जो 45 मीटर (148 फीट) की ऊंचाई तक बढ़ सकते हैं। तराई क्षेत्र की जलवायु गर्म होती है और यहां की मिट्टी अधिक उपजाऊ मानी जाती है। यहां उगने वाले पेड़ों का प्रयोग इमारती लकड़ी जैसे कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है और घास के पौधों का उपयोग कागज के लिए कच्चे माल के रूप में किया जाता है। इस क्षेत्र में जलवायु के अनुसार विभिन्न प्रकार के वृक्ष एवं जड़ी-बूटियाँ भी पाई जाती हैं। तराई क्षेत्र में तराई के उष्णकटिबंधीय जंगलों को फिर से विकसित करने और उनकी रक्षा करने के लिए "तराई वन बहाली परियोजना (Terai Forest Restoration Project)" शुरू की गई है। इस परियोजना के तहत मध्य नेपाल (रौतहाट) और दक्षिण पूर्वी नेपाल (झापा) में 71 फुटबॉल मैदानों के बराबर 51 हेक्टेयर भूमि पर पेड़ लगाए गए हैं। पेड़ों और वनस्पतियों के अलावा इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में स्तनधारी और पक्षी प्रजातियों को भी देखा जा सकता है। यदि हम यहां की वन्यजीव संपदा की बात करें तो 2008 में नेपाल के चितवन राष्ट्रीय उद्यान में, 400 से अधिक गैंडे और दिसंबर 2009 से मार्च 2010 के बीच 125 वयस्क बाघ दर्ज किए गए थे। नेपाल के बर्दिया राष्ट्रीय उद्यान (Bardia National Park) और शुक्लाफांटा वन्यजीव अभयारण्य (Suklaphanta Wildlife Sanctuary), तथा भारत के वाल्मिकी और दुधवा राष्ट्रीय उद्यान को बाघों का गढ़ माना जाता है।
यहाँ पर लुप्तप्राय एक सींग वाले गैंडे और बंगाल बाघों के साथ-साथ एशियाई हाथियों, स्लॉथ भालू (Sloth Bear) और भारतीय तेंदुओं को भी बड़ी संख्या में देखा जाता है।
यहां मौजूद घास के मैदानों में चरने वाले जानवरों में हिरण, बारहसिंगा, सांभर, चीतल, हॉग हिरण, एशियाई हाथी, गैंडा, गौर और नीलगाय आदि शामिल हैं। यहां मौजूद घास के मैदान घड़ियाल, मगरमच्छ और नरम खोल वाले कछुओं सहित कई सरीसृपों के भी घर हैं।
इन्हीं घास के मैदानों की 44 लुप्तप्राय और घटती पक्षी प्रजातियों को भी देखा सकता है। जिनमें बंगाल फ्लोरिकन (Bengal Florican), लेसर फ्लोरिकन (Lesser Florican), सारस क्रेन (Sarus Crane) और रूफस-रम्प्ड ग्रासबर्ड (Graminicola Bengalensis) जैसे दुर्लभ पक्षी शामिल हैं।
संदर्भ
https://tinyurl.com/yc8bcts5
https://tinyurl.com/4df4a7ds
https://tinyurl.com/kkvrbkwb
https://tinyurl.com/25y84map
चित्र संदर्भ
1. तराई आर्क बेल्ट की जैव विविधता को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia, pexels)
2. कॉर्बेट नेशनल पार्क अभ्यारण में वन्यजीवन को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. नेपाल के मधेश क्षेत्र के मैदान के हवाई दृश्य को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. तराई के इलाक़े को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. दुर्लभ गैंडे को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
6. तराई में उड़ते पक्षियों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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