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वाणिज्यिक निवेश का केंद्र बन रही है ‘स्मार्टसिटी’ रामपुर, इससे होंगे कई आर्थिक एवं सामाजिक लाभ

लखनऊ

 01-04-2023 11:08 AM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

हमारे शहर रामपुर में विकास का नक्शा शायद जल्द ही बदलने वाला है। क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश सरकार को आजमगढ़, रामपुर और लखीमपुर खीरी जैसे शहरों में विकास के लिए करोड़ों रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। अधिकारियों के अनुसार, सरकार को आजमगढ़ के लिए 2,214 करोड़ रुपये, रामपुर के लिए 4,757 करोड़ रुपये और लखीमपुर खीरी के लिए 42,960 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले है।
राज्य में इन निवेशों से 1.29 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसरों के मामले में लाभ होगा। रामपुर को कुल 4,757 करोड़ रुपये के 184 निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे 12,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। निवेश की यह राशि वास्तव में भव्य है। आइए जानते हैं, क्या है रामपुर के विकास का आगामी मार्ग…. प्रसिद्ध निवेशक मोदी ग्रुप के संस्थापक बी.के.मोदी ने कहा है कि, वह अगले पांच वर्षों में अचल संपत्ति और स्वास्थ्य क्षेत्र ) में लगभग 1 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे। क्योंकि उन्हें इन क्षेत्रों में विकास की भारी संभावनाएं दिख रही हैं। इस ग्रुप के द्वारा अपनी गतिशीलता, वित्त, स्वास्थ्य सेवा, मनोरंजन, अचल संपत्ति और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काफी नाम कमाया गया है । यह ग्रुप पहले से ही एक डेवलपर (Developer) के साथ, साझेदारी में मुंबई में एक वाणिज्यिक अचल संपत्ति परियोजना का निर्माण कर रहा है और अब इस व्यवसाय का विस्तार करने की योजना बना रहा है। निजी स्मार्ट सिटी की अवधारणा पर बी.के.मोदी ग्रुप के अध्यक्ष भूपेंद्र मोदी ने कहा कि, उनका ग्रुप हमारे रामपुर शहर में मिश्रित उपयोग विकास की परियोजना विकसित करेगा। इस परियोजना के लिए शहर में उनके पास पहले से ही जमीन का एक हिस्सा है जहां वे आवास, मॉल (Mall), अस्पताल और कार्यालय की जगह का निर्माण करेंगे।
बी.के.मोदी ग्रुप नवीनतम वैश्विक तकनीकों का उपयोग करके इस परियोजना को पूरा करने के लिए आवश्यक समय में कटौती करना चाहता है; ताकि यह परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो जाए। नई दिल्ली में ऐसी ही एक परियोजना को एक वेलनेस सिटी (Wellness city) के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है, जिसमें चिकित्सा कार्यालय भवन, निवास, सर्विस अपार्टमेंट (Service apartment), पुनर्वास केंद्र, एक बड़ा अस्पताल और वरिष्ठ लोगों के लिए देखभाल सुविधाएं शामिल हैं। दिल्ली, मुंबई और रामपुर में परियोजनाओं के लिए, यह ग्रुप पहले चरण में लगभग 6,000 करोड़ रुपये की प्रारंभिक लागत पर लगभग 3.5 दशलक्ष वर्ग फुट जगह विकसित करने का प्रस्ताव कर रहा है। इस प्रकार के निवेश से हमारा रामपुर शहर जल्द ही स्मार्ट सिटी बनने की राह पर अग्रसर है। भारत सरकार के ‘आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय’ (Ministry of Housing and Urban Affairs (MoHUA) और सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश सरकारों के संयुक्त उद्यम द्वारा 2015 में शुरू किया गया ‘स्मार्ट सिटीज मिशन’ (Smart Cities Mission(SSM) का उद्देश्य शहरी उत्थान के साथ-साथ समग्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देकर नागरिकों के जीवन में सुधार और स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देना है। स्मार्ट शहरों का विकास मॉडल हरित तरीके से मुख्य रूप से सतत और समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास प्राप्त करने के लिए, बुनियादी ढांचे और औद्योगीकरण के मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित है।
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर (IT Infrastructure) का उपयोग विनिर्माण और सेवाओं में सुधार के लिए किया जाता है, जो आर्थिक विकास पर भी एक मजबूत प्रभाव डाल सकता है। आर्थिक रूप से उन्नत प्रमुख देशों द्वारा भी भारत की स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में अत्यधिक रुचि दिखाई गई है, जिससे देश को एक बेहतर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। उदाहरण के लिए, फ्रांस (France) द्वारा चंडीगढ़, लखनऊ और पुडुचेरी में विकास के लिए 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की उम्मीद है; संयुक्त राज्य व्यापार और विकास एजेंसी (United States Trade and Development Agency(USTDA) द्वारा प्रयागराज, अजमेर और विशाखापत्तनम में विकास करने के लिए परियोजनाएं शुरू की गई है; जबकि, सिंगापुर (Singapore) द्वारा आंध्र प्रदेश राज्य की नई राजधानी अमरावती को निधि देने का प्रस्ताव दिया गया है। साथ ही, भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के आशाजनक परिणाम भी हमारे सामने है। जैसे कि,आगरा में सूक्ष्म कौशल विकास केंद्रों ने पारंपरिक कौशल में प्रशिक्षण की पेशकश की है जो वहां के 104 महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ते हैं। मंगलुरु शहर ने 393 किलोवाट बिजली पैदा करने वाली छह सौर ऊर्जा परियोजनाओं की शुरुआत की है। सेलम शहर भी इसी राह पर आगे बढ़ रहा है और इसलिए यहां अगले पच्चीस वर्षों में बिजली की लागत सालाना 6 दशलक्ष रुपये कम हो जाएगी। जबकि,प्रयागराज ने 2 मीट्रिक टन क्षमता वाला ‘प्लास्टिक से डीजल रूपांतरण’ संयंत्र स्थापित किया है। यह 100 किलो पॉलिथीन या प्लास्टिक से 40 से 60 लीटर डीजल का उत्पादन कर सकता है। शहरी क्षेत्र हमेशा आर्थिक विकास के केंद्र में रहे हैं। और अब सरकार का स्मार्ट सिटी मॉडल निम्न उल्लेखित प्रमुख कारकों को प्राप्त करके व्यवसायियों और निवेशकों को शहरों की रोजगार दर बढ़ाने के लिए आकर्षित करेगा-
• व्यापार के अनुकूल वातावरण और अनुकूलित कर निर्धारण नीतियां;
• नवाचार केंद्रित वातावरण जैसे कि अनुसंधान एवं विकास सुविधाएं, वित्त पोषण की संभावनाएं आदि;
• कुशल श्रमिकों के लिए कार्यशालाओं और विद्यालयों जैसे शिक्षा और व्यावसायिक केंद्र;
• निर्बाध गतिशीलता और सुलभ स्वास्थ्य सेवा जैसी सस्ती लेकिन गुणवत्तापूर्ण सेवाएं; एवं
• सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक संतुलन में स्थिरता।
यह एक महत्वपूर्ण बात है कि, रामपुर में वाणिज्यिक निवेश के लिए संभावनाएं बढ़ रही है। रामपुर शहर का विकास कई प्रकार के निवेश को यहां आकर्षित कर रहा है। यह निवेश आगे जाकर, हमारे शहर का स्मार्ट सिटी में कायांतरण करने में सहाय्यक होगा।

संदर्भ
https://bit.ly/3z42Wm9
https://bit.ly/40d1b29
https://bit.ly/3JFmsud

चित्र संदर्भ
1. रामपुर की विविध झलकियों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. प्रसिद्ध निवेशक मोदी ग्रुप के संस्थापक बी.के.मोदी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. रामपुर जंक्शन को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. एनएच 87 रामपुर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. मानचित्र में रामपुर को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)



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