मलयालम और हिंदी के संगम से सजे कुछ गीत

लखनऊ

 01-03-2020 10:00 AM
ध्वनि 2- भाषायें

मलयालम एक द्रविड़ भाषा है जो भारतीय राज्य केरल और मलयाली लोगों द्वारा लक्षद्वीप और पुदुचेरी के केंद्र शासित प्रदेशों में बोली जाती है। यह लगभग 2.88% भारतीयों द्वारा बोली जाने वाली भारत की 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है। केरल राज्य में और लक्षद्वीप और पुदुचेरी के केंद्र शासित प्रदेशों में मलयालम को आधिकारिक भाषा का दर्जा है और दुनिया भर में लगभग 37 मिलियन (Million) लोगों द्वारा बोली जाती है। मलयालम पड़ोसी राज्यों में भाषाई अल्पसंख्यकों द्वारा भी बोली जाती है; तमिलनाडु के नीलगिरी, कन्याकुमारी, और कोयम्बटूर जिलों और कर्नाटक के कोडागु और दक्षिण कन्नड़ जिलों में वक्ताओं की महत्वपूर्ण संख्या है। फारस की खाड़ी में मलयाली प्रवासियों के कारण, खाड़ी देशों में भी यह भाषा व्यापक रूप से बोली जाती है।

इस भाषा को बोलने वाले लोगों को ध्यान में रखकर कई गीतों को हिंदी और मलयालम के समन्वय से पिरोया गया है। आज हम कुछ ऐसे ही गीतों का आनंद उठाने जा रहे हैं।
1. जिया जले, जान जले (दिल से) –
इस गीत को लता मंगेशकर और एम्. जी. श्रीकुमार द्वारा सुर दिये गये हैं। यह गीत शाहरुख़ खान और प्रिटी जिंटा पर फिल्माया गया है। इस गीत को गुलज़ार साहब ने लिखा है और ए.आर.रहमान द्वारा कंपोज़ (Compose) किया गया है। इस गीत में मलयालम और हिंदी दोनों भाषाओं के बोल के साथ साथ केरल का परिदृश्य है।
2. हम चल पड़े (प्रीटी भल्ला) -
यह गीत केरल के लिए एक राष्ट्रीय संगीत अभियान के हिस्से के रूप में एक द्विभाषी संगीतमय श्रद्धांजलि थी। मलयालम-हिंदी संगीत के साथ बनाया गया यह चलचित्र (जिसका शीर्षक ‘मुन्नेरिदमहम (मलयालम)’ और ‘हम चल पडे (हिंदी) है) में प्रीति ने भावपूर्ण गीत और दृश्य प्रस्तुत किए हैं जो विभिन्न भावनाओं - दु: ख, लचीलापन और प्रोत्साहन की यात्रा करते हैं। बॉलीवुड सिंगर प्रीति भल्ला का राष्ट्रीय संगीत अभियान केरलवासियों के संयुक्त प्रयासों से बाढ़ के खिलाफ लड़ने और केरल के पुनर्निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास था।

सन्दर्भ:-
1.
https://www.youtube.com/watch?v=M-2nlaOQQSQ
2.https://www.youtube.com/watch?v=rzteGSs08HQ



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