डेटा सेंटर (Data Centre), एक ऐसा कक्ष या इमारत है, जिसमें विभिन्न एप्लिकेशन (Application) और सेवाओं के निर्माण, संचालन और वितरण के लिए, आईटी अवसंरचना (IT Infrastructure) तैयार किया जाता है। इनका उपयोग, सामान्य तौर पर, राष्ट्रीय सुरक्षा, इंटरनेट अवसंरचना और आर्थिक उत्पादन के लिए किया जाता है। मार्च 2022 तक, भारत में, लगभग 138 डेटा सेंटर थे। विश्व स्तर पर, डेटा सेंटर की संख्या के मामले में, भारत 13वें स्थान पर है । आधुनिक युग में, हमारे पास विभिन्न प्रकार का डेटा मौजूद है तथा यह कई डेटा सेंटर्स, सार्वजनिक और निजी क्लाउड (Clouds) से जुड़ा हुआ है। एंटरप्राइज़ आईटी (Enterprise IT) की दुनिया में, डेटा सेंटर्स को व्यावसायिक अनुप्रयोगों और उन गतिविधियों की सहायता करने के लिए डिज़ाइन किया गया है | इनमें, ईमेल और फ़ाइल साझाकरण, उत्पादकता अनुप्रयोग, ग्राहक संबंध प्रबंधन, एंटरप्राइज़ संसाधन नियोजन और डेटाबेस, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग (Machine learning), वर्चुअल डेस्कटॉप, संचार और सहयोग सेवाएँ शामिल हैं। एक डेटा सेंटर डिज़ाइन में राउटर (Routers), स्विच (Switches), फ़ायरवॉल्स (Firewalls), स्टोरेज सिस्टम्स (Storage systems), सर्वर (Servers) और एप्लिकेशन डिलीवरी कंट्रोलर्स (Application delivery controllers) शामिल हैं। चूँकि ये घटक व्यवसाय से सम्बंधित महत्वपूर्ण डेटा और एप्लिकेशन को संग्रहित और प्रबंधित करते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि डेटा सेंटर को डिज़ाइन करते समय इसकी सुरक्षा का महत्वपूर्ण ध्यान रखा जाए। तो आइए, आज हम, इन चलचित्रों के ज़रिए, डेटा केंद्र के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करेंगे तथा देखेंगे कि गूगल डेटा सेंटर (Google Data Centre) में क्या कार्य होता है। हम एक चलचित्र के ज़रिए, माइक्रोसॉफ़्ट (Microsoft) के अंडरवाटर डेटा सेंटर (Underwater Data Centre) के बारे में भी विस्तार से जानेंगे। इसके अलावा, एक और चलचित्र के ज़रिए, हम भारत के सबसे बड़े डेटा सेंटरों में से एक, योट्टा डेटा सेंटर पार्क (Yotta Data Centre Park) का भी दौरा करेंगे, जो ग्रेटर नोएडा में स्थित है।
संदर्भ:
http://tiny.cc/5o3hzz
http://tiny.cc/7o3hzz
http://tiny.cc/8o3hzz
http://tiny.cc/ao3hzz
http://tiny.cc/bo3hzz