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"अगर आप बदलेंगे नहीं, तो बदल दिए जाओगे।" आधुनिक समय में नौकरियों और व्यापार की स्थिति को दर्शाने के लिए यह कहावत एकदम सटीक बैठती है। आज से लगभग 25 साल पहले किसी ने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि भविष्य में चित्रकारी, शतरंज खेलने और गाना गाने जैसे बेहद जटिल और रचनात्मक कार्यों को भी मशीने करने लगेंगी। लेकिन आज के समय में तकनीक की मदद से इससे भी अधिक रचनात्मक कार्य करना संभव हो गया है। हालांकि हमें यह बात भी ध्यान में रखनी होगी कि जैसे-जैसे हम मशीनों को अधिक उन्नत बनाएंगे वैसे-वैसे हम समाज में बेरोजगारी के स्तर को भी बढ़ाएंगे, हो सकता है कि भविष्य में नौकरी जैसा शब्द भी बीते गुजरे दिनों की बात हो जाए।
अपने आप में 'नौकरी' शब्द के कई अलग-अलग अर्थ हो सकते हैं। जैसे कि:
- एक पूर्णकालिक या अंशकालिक पद जहां आपको भुगतान मिलता है।
- एक विशिष्ट कार्य जो आपके नियमित कार्य का हिस्सा है।
- एक जिम्मेदारी या कर्तव्य।
- कुछ ऐसा जिसके लिए आप जिम्मेदार हैं।
अनौपचारिक रूप से, नौकरी का मतलब पालतू जानवर का शौचालय जाना भी हो सकता है।" कई विशेषज्ञों का मानना है कि इंटरनेट के कारण कई कंपनियां और उद्योग, मानव श्रम के बजाय प्रौद्योगिकी का उपयोग करना अधिक पसंद करने लगेंगी। एक प्रसिद्ध विचारक का एक प्रसिद्ध सिद्धांत है जो कहता है कि 'तकनीकी उन्नति से नौकरी के अवसर कम होते हैं।'
हालाँकि कई अन्य लोग यह भी तर्क देते हैं कि “इंटरनेट- संसाधनों और सूचनाओं को एकीकृत करके और अधिक अवसर प्रदान करके नई नौकरियां पैदा करता है।” पश्चिम जर्मनी(west germany) में ब्रॉडबैंड कवरेज (broadband coverage) पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि इंटरनेट स्थानीय रोजगार दरों को काफी हद तक बढ़ा सकता है।
इंटरनेट (Internet) आधारित प्रौद्योगिकी, रोजगार की संरचना को काफी प्रभावित करती है। उदाहरण के तौर पर इससे उच्च-कुशल और निम्न-कुशल दोनों तरह के श्रमिकों के लिए नौकरियों के अवसर बढ़ते हैं, लेकिन दूसरी ओर इसकी वजह से मध्यम-कुशल श्रमिकों के लिए नौकरियों के अवसर कम हो सकते हैं, जिससे "द्विध्रुवीय" रोजगार संरचना बनती है।
इसके अलावा रोजगार की गुणवत्ता पर भी इंटरनेट का बड़ा और बहुआयामी प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते हैं कैसे:
1. रोजगार के अवसर: इंटरनेट, नौकरी की तलाश के समय और लागत को कम करता है, जिससे नौकरी की संभावनाएँ बढ़ती हैं।
2. श्रम कौशल: यह अधिक संसाधनों और सीखने के अवसरों तक पहुँच प्रदान करता है, जिस कारण कौशल बढ़ता है।
3. मजदूरी: इंटरनेट के उपयोग से दक्षता और नौकरी के अवसरों में वृद्धि होती है, जिस कारण उच्च मजदूरी मिल सकती है।
4. कार्य स्वायत्तता: इंटरनेट के माध्यम से दूर रहकर भी कार्य किया जा सकता है, जो बेहतर कार्य-जीवन संतुलन और अधिक नौकरी नियंत्रण की अनुमति देता है।
5. कार्य समय: इंटरनेट उत्पादकता में वृद्धि और लचीली कार्य व्यवस्था के कारण काम के घंटों को कम और बढ़ा सकता है।
6. सुरक्षा वृद्धि: इंटरनेट कानूनी ज्ञान का प्रसार करता है और औपचारिक रोजगार अनुबंधों को प्रोत्साहित करता है। इस प्रकार इंटरनेट श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने में भी मदद कर सकता है।
7. परिकल्पना: इंटरनेट का उपयोग करने से श्रमिकों के रोजगार की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
लेकिन हाल के दिनों में स्वचालन (automation) उद्योग जगत की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक बन गया है, क्यों कि इससे करोड़ों लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ सकता है। हालांकि कुछ नौकरियों पर वास्तव में इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (Internet of Things (IoT)) का कब्ज़ा हो जाएगा। लेकिन इसकी वजह से कई नई नौकरियाँ भी सृजित होंगी, जिनमें से कुछ की तो हम अभी तक कल्पना भी नहीं कर सकते।
याद रखिये कि कुछ दशकों पूर्व भी तकनीकी प्रगति ने कुछ प्रकार की नौकरियों को समाप्त कर दिया था। आज इंटरनेट आधारित नौकरी की मांग तेज़ी से बदल रही है। बैंक टेलर और सचिव जैसी नौकरियाँ कम हो रही हैं, जबकिवेब डिज़ाइनर (Web Designer) और प्रोग्रामर (Programmer) की नौकरियों की मांग भी समय-समय पर बढ़ और घट रही हैं।
भविष्य की नौकरियाँ कैसी दिखेंगी?
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) के कारण नए हाइब्रिड(hybrid) क्षेत्र बनेंगे और यह IT को चिकित्सा, ऊर्जा और कृषि के साथ भी जोड़ेगा। इन क्षेत्रों में उत्पाद प्रबंधक (Product Manager), सॉफ़्टवेयर डेवलपर (Software Developer), हार्डवेयर डिज़ाइनर (Hardware Designer), डेटा वैज्ञानिक (Data Scientist), उपयोगकर्ता अनुभव डिज़ाइनर (User Experience Designer) और बिक्री प्रबंधक (Sales Manager) जैसी परिचित भूमिकाओं की आवश्यकता होगी।
IoT के कारण पूरी तरह से नई नौकरी श्रेणियाँ भी बनेंगी। इसके उदाहरणों में मेडिकल रोबोट डिज़ाइनर (Medical Robot Designer), मेडिकल डिवाइस सलाहकार (Medical Device Consultant), ग्रिड आधुनिकीकरण प्रबंधक (Grid Modernization Manager) और परिवहन नेटवर्क इंजीनियर (Transportation Network Engineer) भी शामिल हैं, जिनके बारे में आज से सौ साल पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इन नौकरियों के लिए विशिष्ट उद्योगों और नई तकनीकों के ज्ञान के साथ-साथ हार्ड स्किल्स (such as software development) और सॉफ्ट स्किल्स (such as team management) दोनों की आवश्यकता होगी।
हालाँकि यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि अगले पाँच से सात वर्षों में IoT के कारण कितनी नौकरियाँ सामने आएंगी या कितनी नौकरियां गायब हो जाएँगी।ब्लू-कॉलर कर्मचारी (Blue-Collar Workers), व्हाइट-कॉलर (white-collar) कर्मचारियों की भूमिका को बदल सकते हैं। कम कौशल और दोहराव वाली नौकरियों की जगह भी तकनीक ही ले लेगी।
IoT और ऑटोमेशन, नीरस और खतरनाक नौकरियों की जगह ले सकते हैं, जिससे काम का माहौल सुरक्षित हो सकता है। उदाहरण के लिए, खनन कंपनी, रियो टिंटो (Rio Tinto) खनन प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए अपनी खदानों में लोगों के बजाय रोबोट का उपयोग करने की योजना बना रही है।
नौकरी करने का तरीका हमेशा बदलता रहता है। 9 से 5 की ऑफिस जॉब (office job) या आजीवन करियर जैसी पारंपरिक अवधारणाएँ लुप्त होती जा रही हैं। इस बदलाव के पीछे का मुख्य कारण तकनीक और सामाजिक परिवर्तन है।
2024-25 में, कई रुझान हमारे कामकाजी जीवन को बदलेंगे। इन रुझानों में शामिल है:
1. जनरेटिव (generative ) AI: जनरेटिव AI आधुनिक समय का सबसे प्रमुख रुझान है। वास्तव में AI नौकरियों की जगह नहीं लेगा। लेकिन जो लोग AI का उपयोग कर सकते हैं वे उन लोगों की जगह ले लेंगे जो लोग AI का उपयोग नहीं कर सकते।
2. संधारणीय कार्य पद्धतियाँ: हमें अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अपने व्यवहार को बदलने की आवश्यकता है। इसका मतलब यह है कि हम जहां काम करते हैं, वहां पर ऐसी प्रक्रियाएं बनानी पड़ेगी जो अपशिष्ट को कम पैदा करें और रीसाइक्लिंग (recycling) और पुनः उपयोग को प्रोत्साहित करें।
3. भविष्य के कौशल: मशीनों के लिए डेटा-संचालित निर्णय लेना, साइबर खतरों को समझना, भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करना और वैश्विक टीमों के साथ काम करने के लिए अनुकूल होना संभव हो गया है। इसलिए यह पहचानना आवश्यक है कि आपकी भूमिका के लिए कौन से कौशल प्रासंगिक हैं।
4. कर्मचारी अनुभव: कंपनियों को अब एहसास हो गया है कि कर्मचारियों को सिर्फ़ वेतन देना ही पर्याप्त नहीं है। उन्हें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि कर्मचारियों को अच्छा कार्य-जीवन संतुलन , स्वास्थ्य, बौद्धिक चुनौतियों और व्यक्तिगत विकास के अवसर मिलें।
कुल मिलाकर 2024 के लिए मुख्य कार्य रुझानों में AI को अपनाना, संधारणीय प्रथाओं को अपनाना, प्रासंगिक भविष्य के कौशल विकसित करना और समग्र कर्मचारी अनुभव को बढ़ाना शामिल है। इन क्षेत्रों में आगे रहना कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/yc58myu7
https://tinyurl.com/4wsk8tc8
https://tinyurl.com/2f577fvr
https://tinyurl.com/mtbbbuab
चित्र संदर्भ
1. ऑफिस में सहमे हुए कर्मचारियों को संदर्भित करता एक चित्रण (PixaHive)
2. किस्मत नामक एक रोबोट सिर जिसे 1990 के दशक में बनाया गया था! यह मशीन भावनाओं को पहचान सकती है और उनका अनुकरण कर सकती है। को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. काम करते रोबोट को संदर्भित करता एक चित्रण (PixaHive)
4. चैट जीपीटी पर काम करते युवक को दर्शाता एक चित्रण (Pexels)
5. एआई संचालित स्कूल को दर्शाता एक चित्रण (360info)
6. खनन रोबोट को दर्शाता एक चित्रण (PICRYL)
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