विभिन्न क्षेत्रों में होता है महाभारत का नाटकीय प्रदर्शन

मेरठ

 10-12-2019 12:57 PM
द्रिश्य 2- अभिनय कला

हम सब ने बचपन से लेकर आज तक कभी न कभी महाभारत की किसी न किसी कहानी या पात्रों के बारे में अवश्य ही पढ़ा और सुना होगा। वहीं रामपुरवासी तो रामायण और महाभारत के विभिन्न चित्रण से नुक्कड़ नाटकों, थिएटर (Theatre) और यहां तक कि कठपुतली के खेल के द्वारा भलीभांति परिचित हैं। महाभारत का दायरा इतना विशाल और सर्वव्यापी है कि वर्तमान समय में इसके टेलीविज़न (Television) संस्करण ने युवा पीढ़ी (जो इसे देखते हुए बड़े हुए हैं) पर गहरी छाप छोड़ी है।

महाभारत के कई क्षेत्रीय संस्करणों को कई लेखकों द्वारा विकसित किया गया और इन्हें छंद या सहायक कहानियों के साथ जोड़ा गया। इनमें तमिल स्ट्रीट थियेटर (Tamil Street Theatre), तेरुकुट्टु और कट्टईकुट्टु शामिल हैं, जिसके नाटक द्रौपदी पर केंद्रित महाभारत के तमिल भाषा के संस्करणों का उपयोग करते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर, इंडोनेशिया में, राजा धर्मवांगसा (990–1016) के संरक्षण में 11वीं शताब्दी में प्राचीन जावा में एक संस्करण काकविन भरतयुद्ध (Kakawin Bhāratayuddha) के रूप में विकसित किया गया था और बाद में यह बाली के पड़ोसी द्वीप में फैल गया, जो आज एक हिंदू बहुसंख्यक द्वीप बना हुआ है। महाभारत को पहली बार नाटक के रूप में ब्रिटिश नाटककार और पटकथा लेखक पीटर ब्रुक द्वारा फ्रांस के एक प्रस्तुतीकरण में एविग्नन के बाहर मंचन किया गया था, इस नाटक को जॉन-क्लौड कैरियार द्वारा फ्रांस में लिखा गया और पीटर ब्रुक द्वारा अंग्रेज़ी में इसका अनुवाद किया गया था। वहीं 1985 में एक लंबे लेख में, द न्यू यॉर्क टाइम्स ने इसकी अत्यधिक आलोचनात्मक प्रशंसा की, कि यह नाटक "हिंदू मिथक को सार्वभौमिक कला में बदलने के प्रयास से कम नहीं था, जो किसी भी संस्कृति के लिए सुलभ था"। पीटर ब्रुक के इस नाटक में यूरोप के विभिन्न हिस्सों से कलाकार शामिल थे। कुछ अभिनेता पोलैंड से थे, कुछ इंग्लैंड से, कुछ फ्रांस से और दो अफ्रीका से और एकमात्र मल्लिका साराभाई भारत से थी। इस नाटक में त्वरित क्रम में अनुक्रमों का पालन किया गया था।

वहीं दूसरी ओर इंडोनेशिया में भारतीय टेलीविज़न श्रृंखला महाभारत के डब (Dubbed) संस्करण को प्रस्तुत किया गया, जिसने एक रियलिटी शो “पनाह अस्मारा अर्जुन” को जन्म दिया, जिसमें अर्जुन द्वारा 14 सुंदर महिलाओं में से एक विजेता का चयन किया जाना था। इस शो की मेज़बानी किसी और के द्वारा नहीं बल्कि स्टार प्लस के 2013 के महाभारत में अर्जुन की भूमिका निभाने वाले शहीर शेख द्वारा की गई थी। मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में महाभारत पर आधारित एक शो की लोकप्रियता आश्चर्यजनक लग सकती है, लेकिन इसके बारे में समझाया गया कि हिंदू महाकाव्य देश की संस्कृति का हिस्सा हैं, किसी समुदाय विशेष का नहीं।

भारतीय सिनेमा में, महाकाव्य के कई फिल्म संस्करण बनाए गए हैं, जिसकी शुरुआत 1920 से देखी जा सकती है। एन.टी. रामाराव द्वारा निर्देशित और अभिनीत तेलुगु फिल्म ‘दान वीर सूर कर्ण’ (1977) में कर्ण को मुख्य किरदार के रूप में दिखाया गया है। ‘कलयुग’ में श्याम बेनेगल द्वारा महाभारत की पुनर्व्याख्या भी की गई थी। प्रकाश झा द्वारा निर्देशित 2010 की फिल्म ‘राजनीती’ आंशिक रूप से महाभारत से प्रेरित थी। 2013 में महाभारत का एक एनिमेटेड (Animated) अनुकूलन भारत की सबसे महंगी एनिमेटेड फिल्म का रिकॉर्ड रखता है। 1980 के दशक के अंत में, रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित महाभारत की टीवी श्रृंखला, भारत के राष्ट्रीय टेलीविज़न (दूरदर्शन) पर प्रसारित की गई थी।

संदर्भ:
1.
https://en.wikipedia.org/wiki/The_Mahabharata_(play)
2. https://bit.ly/2rmpkbr
3. https://bit.ly/38kbGWV
4. https://bit.ly/355LjBL
5. https://www.nytimes.com/1987/10/27/arts/many-faces-of-the-mahabharata.html
चित्र सन्दर्भ:-
1.
https://www.youtube.com/watch?v=UU4OozbhWDY
2. https://www.youtube.com/watch?v=ayqatrXcCBQ
3. https://www.youtube.com/watch?v=RW7eRMxUoE4

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