Post Viewership from Post Date to 17-Sep-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2176 541 2717

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

वनस्पति-वैज्ञानिक पत्तियां देखकर पेड़ का नाम कैसे बता देते हैं?

लखनऊ

 17-08-2023 09:31 AM
पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें

पत्तियाँ, किसी भी पौधे के लिए उसके पहचान पत्र की तरह होती हैं। वनस्पति-वैज्ञानिक केवल पत्तियों को देखकर उसके पेड़ के बारे में बता सकते हैं। पत्तियाँ अलग-अलग आकार और बनावट में उगती हैं, और पौधे के लिए अलग-अलग महत्वपूर्ण काम करती हैं। पत्तियों को इनकी विभिन्न विशेषताओं जैसे कि उनके आकार, तने पर व्यवस्था, शिरा-विन्यास पैटर्न (Venation Pattern) और अन्य विशिष्ट विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
पत्तियां मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं: 1. फूल वाले पौधे की पत्तियां: फूल वाले पौधे की पत्तियों का वानस्पतिक नाम एंजियोस्पर्म (Angiosperms) होता है। अपने आकार के कारण इनकी पहचान करना आसान होता है। अधिक मात्रा में धूप और हवा को पकड़ने के लिए ये पत्तियां आकार में बड़ी होती हैं। लेकिन चूंकि ये बड़ी और रंगीन होती हैं, इसलिए जानवर और कीड़े भी इन्हें खाना पसंद करते हैं। इन पौधों में कई पत्तियाँ हो सकती हैं, और आप उन्हें विभिन्न आकारों में काट सकते हैं। 2. शंकुधारी पत्तियां: इस तरह की पत्तियां सदाबहार पेड़ों पर उगती हैं, जो पूरे साल भर हरे-भरे रहते हैं। कुछ अपवादों को छोड़कर शंकुवृक्ष की पत्तियां मजबूत और सुई जैसी नुकीली होती हैं। पर्णपाती पत्तियों की तरह ये पत्तियां अचानक नहीं गिरती, बल्कि धीरे-धीरे झडती हैं। इन पत्तियों का नुकीलापन इन्हें छोटे जानवरों से बचाने में भी मदद करता है। ये कीटों और खराब मौसम की मार को भी झेल सकती हैं। 3. फोंड पत्तियां (Fonds Leaves): फर्न, साइकैड और ताड़ (Fern, Cycad And Palm) के पत्तों में एक ही सामान्य प्रकार की पत्ती होती है, जिसे फोंड पत्तियां या ताड़ की पत्तियां (Fond Leaves Or Palm Leaves) कहा जाता है। ये पत्तियाँ वास्तव में अलग-अलग नहीं होती, बल्कि छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित एक बड़ी पत्ती होती हैं। फर्न पत्ती के मुख्य तने को स्टाइप (Stipe) कहा जाता है, जो बाद में अलग-अलग हिस्सों में विभाजित हो जाता है, जिन्हें ब्लेड (Blades) कहा जाता है। चूँकि पूरी फ़ॉन्ड पत्ती एक ही पत्ती होती है, इसलिए बीमार पड़ने पर बीमारी पूरे पौधे में तेजी से फैलती है। इसे रोकने के लिए, पौधे पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। 4. घास की पत्तियां (Grass Leaves): घास की पत्तियां लंबी और पतली होती हैं। वे घास के मुख्य तने से उगती हैं और उसके चारों ओर लपेटने के लिए काफी लंबी हो सकती हैं। ये पत्तियां अलग-अलग तरीकों से गुच्छा बना सकती हैं। कुछ तने के नीचे एक साथ गुच्छित होती हैं और फिर बड़े होने पर फैल जाती हैं, जबकि कुछ में लंबा और संकीर्ण तना होता है जो विभिन्न बिंदुओं पर पतली पत्तियां पैदा करता है। चलिए अब जानते हैं कि, पौधे के विशेषज्ञ पत्तियों का अध्ययन करके कैसे पता लगा लेते हैं कि ये पत्तियां किस पौधे से संबंधित हैं?
1. पत्ती का आकार और व्यवस्था: किसी भी पेड़ के आकार और शाखाओं पर पत्तियों की व्यवस्था को देखना, किसी भी पेड़ की पहचान करने का सबसे आम तरीका माना जाता है। पत्ती का आकार मुख्य प्रारंभिक बिंदु होता है। कुछ पेड़ों में लोब (बाहर निकले हुए भाग) वाली पत्तियाँ होती हैं, और इससे पेड़ की प्रजाति बताने में मदद मिल सकती है।
2.पत्ती की परतें: सभी पत्तियों में एक त्वचा या परत होती है, जिसे "एपिडर्मिस (Epidermis)" कहा जाता है। इस त्वचा पर मोम जैसा आवरण होता है और यह आवरण मोटा या पतला हो सकता है। कुछ पत्तियों पर छोटे-छोटे बाल भी होते हैं। ये विशेषताएं एक पेड़ को दूसरे से अलग बताने में मदद कर सकती हैं।
3. पत्ती के किनारे: सभी पत्तियों के किनारों का पैटर्न (Pattern) अलग-अलग होता है। इन पत्तियों के किनारे चिकने हो सकते हैं या उनमें छोटे, दांत जैसे बिंदु हो सकते हैं। कुछ पत्तियों में ऐसे इंडेंट (Indent) होते हैं जो पत्ती के केंद्र की ओर जाते हैं।
4.पत्ती की नसें: यदि आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि पत्तियों में भी नसें होती हैं, जो तरल पदार्थ और भोजन को पत्ती के विभिन्न भागों तक ले जाती हैं। इनमें एक मुख्य शिरा होती है जिसे मध्य शिरा कहा जाता है और अन्य शिराएँ भी इससे ही निकलती हैं। कुछ पत्तियों में नसें, जाल की तरह दिखती हैं। इन सभी विशेषताओं को जानने से किसी पेड़ की पहचान करने में मदद मिल सकती है। यह एक पहेली की तरह है जहां पत्ती का प्रत्येक भाग यह संकेत देता है कि यह किस प्रकार का पेड़ है।
विभिन्न पेड़ों को उनकी पत्तियों को देखकर पहचानने में नीचे दी गई सरल मार्गदर्शिका आपकी मदद कर सकती है:
1. तारे के आकार की पत्तियां
- नॉर्वे मेपल (Norway Maple): फ़ील्ड मेपल (Field Maple) और गूलर (Sycamore) की तुलना में इन पेड़ों की पत्तियों में नुकीले सिरे होते हैं।
- फ़ील्ड मेपल: फील्ड मेपल की पत्तियां सिरों पर गोल होती हैं और नॉर्वे मेपल और गूलर से छोटी होती हैं।
- गूलर: गूलर की पत्तियों की नोकें नॉर्वे मेपल की तुलना में कम नुकीली होती हैं लेकिन फ़ील्ड मेपल की तुलना में तेज होती हैं।
2. पामेट “Palmate” या हाथ जैसी पत्तियां
- हॉर्स चेस्टनट (Horse Chestnut) हाथ के आकार की पत्तियों वाला सबसे आम पेड़ होता है।
3. काँटेदार पत्तियाँ
- होली (Holly): गहरे, चमकदार, बहुत नुकीले पत्ते।
4. लोबदार या लहरदार पत्तियाँ
-ओक (Oak): इस पेड़ की विशिष्ट रूप से लोबदार पत्तियां होती हैं।
-नागफनी: इनमें कांटेदार शाखाओं वाली लाइकेन से ढकी झाड़ियों का घना जाल होता है।
5.ऐश (Ash): ऐश के पेड़ों में पतले पत्ते होते हैं, और अक्सर एक तने पर 5 से अधिक और शाखाओं की युक्तियों पर गुच्छे होते हैं।

संदर्भ
https://tinyurl.com/4ax6apfz
https://tinyurl.com/4kktv3nu
https://tinyurl.com/2s38sw3u
https://tinyurl.com/yfsshz2j
https://tinyurl.com/a6hbm477

चित्र संदर्भ
1. जंगल में शोधकर्ताओं को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
2. अलग-अलग पत्तियों और उनके रंगो को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
3. फूलों की पत्तियों को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
4. शंकुधारी पत्तियों को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)
5. फोंड पत्तियों को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)
6. घास की पत्तियों को दर्शाता चित्रण (Flickr)
7. ब्रैम्बल पत्ती की नसों को दर्शाता चित्रण (wikipedia)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM


  • जानिए, क्या हैं वो खास बातें जो विदेशी शिक्षा को बनाती हैं इतना आकर्षक ?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     11-11-2024 09:38 AM


  • आइए,आनंद लें, फ़्लेमेंको नृत्य कला से संबंधित कुछ चलचित्रों का
    द्रिश्य 2- अभिनय कला

     10-11-2024 09:36 AM


  • हमारे जीवन में मिठास घोलने वाली चीनी की अधिक मात्रा में सेवन के हैं कई दुष्प्रभाव
    साग-सब्जियाँ

     09-11-2024 09:32 AM


  • पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान और स्थानीय समुदायों को रोज़गार प्रदान करती है सामाजिक वानिकी
    जंगल

     08-11-2024 09:28 AM


  • राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस: जानें प्रिसिशन ऑन्कोलॉजी नामक कैंसर उपचार के बारे में
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     07-11-2024 09:26 AM


  • परमाणु उर्जा के उत्पादन और अंतरिक्ष की खोज को आसान बना देगा नेपच्यूनियम
    खनिज

     06-11-2024 09:17 AM


  • डिजिटल तकनीकों के विकास ने पुरानी गाड़ियों के विक्रेताओं के वारे-न्यारे कर दिए हैं
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     05-11-2024 09:45 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id