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आइए जानें, आखिर भारत ने लैपटॉप, कंप्यूटर इत्यादि के आयात पर क्यों लगाया है प्रतिबंध

लखनऊ

 16-08-2023 09:32 AM
आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारत ने चीन (China) से लैपटॉप, कंप्यूटर इत्यादि का आयात करना बंद कर दिया है। भारत के इस कदम से भारत का तकनीकी उद्योग काफी प्रभावित हो सकता है। यह निर्णय व्यवसायों, लैपटॉप उपयोगकर्ताओं और हमारी व्यापक अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकता है। लेकिन इस निर्णय के पीछे भारत का क्या उद्देश्य है?
चीन से लैपटॉप, कंप्यूटर इत्यादि का आयात बंद करने के पीछे दो उद्देश्य स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं.पहलाउद्देश्य सुरक्षा सम्बंधी चिंताओं को कम करना तथा दूसरा घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करना. भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए और घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए चीन से होने वाले लैपटॉप्स, टैबलेट्स और कुछ प्रकार के कंप्यूटरों के आयात को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है।सरकार के अनुसार, इसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के साथ-साथ चीन से होने वाली विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति को सीमित करना है। ऐसा इसलिए है क्यों कि चीन से आयात होने वाले लैपटॉप, कंप्यूटर आदि से देश में सुरक्षा सम्बंधी चिंताएं उत्पन्न हो सकती हैं।विभिन्न उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगने का मतलब है कि इन उत्पादों के आयातकों को अब अनिवार्य लाइसेंस प्राप्त करना होगा या सरकार की अनुमति लेनी होगी।इस कार्रवाई से चीन और कोरिया (Korea) से इन वस्तुओं के आने वाले शिपमेंट में कमी आ सकती है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस प्रतिबंध के कारण भारत इन उत्पादों को केवल "विश्वसनीय भागीदारों" से ही प्राप्त कर पाएगा। इससे भारतीय बाजारों में नए कंप्यूटरों और लैपटॉप मॉडलों की एक साथ होने वाली रिलीज में देरी हो सकती है।एक लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर (All-in-one personal computer), या अल्ट्रा-स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर (Ultra-small form factor computer) का आयात, जिसमें पोस्ट या कूरियर के माध्यम से ई-कॉमर्स साइटों से खरीदे गए कंप्यूटर भी शामिल हैं, को आयात लाइसेंस से छूट दी गई है।शोध एवं विकास, परीक्षण, बेंचमार्किंग और मूल्यांकन, मरम्मत और वापसी तथा उत्पाद विकास के उद्देश्य से प्रति खेप अब 20 वस्तुओं तक आयात लाइसेंस की छूट रहेगी।यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि इन आयातित वस्तुओं का उपयोग केवल निर्दिष्ट उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है और देश के भीतर बेचा नहीं जा सकता है। जब उनका इच्छित कार्य पूरा हो जाएगा, तो उत्पाद या तो अप्रचलित हो जाएंगे या फिर से उनका निर्यात किया जाएगा। अप्रैल और जून 2023 के बीचलैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर सहित इलेक्ट्रॉनिक्स आयात19.7 बिलियन डॉलर था, जो हर साल लगभग 6% की दर से बढ़ रहा है। इस समय सरकार भारतीय निर्माताओं के लिए इस अंतर को पाटने का एक स्पष्ट अवसर देख रही है, और इसलिए सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर सहित इलेक्ट्रॉनिक्स आयात पर प्रतिबंध लगाया है। इस प्रतिबंध के द्वारा सरकार लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर सहित विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति के लिए चीन पर निर्भरता को कम करना चाहती है। भारत में होने वाले कुल वार्षिक आयात का लगभग 1.5% हिस्सा लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर को आवरित करता है तथा इनमें से लगभग आधे उत्पाद चीन में उत्पन्न होते हैं। कुछ समय पूर्व भारत ने मोबाइल फोन जैसी चीजों पर उच्च टैरिफ लगाकर स्थानीय उत्पादन को सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया था, जिसके परिणामस्वरूप पिछले साल मोबाइल फोन का उत्पादन 38 बिलियन डॉलर था। अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के साथ, भारत 2026 तक इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में सालाना 300 अरब डॉलर का उत्पादन करने की उम्मीद कर रहा है। इस कदम का विभिन्न कंपनियों या उद्यमों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।एचपी (HP), डेल (Dell), एसर (Acer), सैमसंग (Samsung), एलजी (LG), ऐप्पल (Apple) और लेनोवो (Lenovo) जैसे वैश्विक तकनीकी हार्डवेयर दिग्गज,भारतीय लैपटॉप उद्योग में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तथा उनके उत्पादों का एक बड़ा हिस्सा सीधे चीन से आयात किया जाता है। सरकार द्वारा लगाया गया प्रतिबंध इनकंपनियों को भारतीय बाजार में कुशलतापूर्वक सेवा जारी रखने के लिए स्थानीय उत्पादन के अवसरों की तलाश करने के लिए प्रेरित कर सकता है।सरकार कुछ समय से भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और उसने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना, संशोधित इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर योजना, इलेक्ट्रॉनिक घटकों और अर्धचालकों के विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना और कई अन्य केंद्रीय और राज्य नीतियों जैसे कई उपाय पेश किए हैं।आयात प्रतिबंध इस रणनीति की अगली कड़ी हो सकती है। भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के स्टॉक (stock market shares) में तीव्र वृद्धि देखी गई है, जो इस बात का संकेत देता है कि भारत के इस कदम से निवेशकों में आशा की एक नई उम्मीद जागी है।

संदर्भ:
https://tinyurl.com/4xkphvk7
https://tinyurl.com/4xkphvk7
https://tinyurl.com/35rpenve

चित्र संदर्भ
1. लैपटॉप पर प्रतिबन्ध को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
2. सरकारी अधिकारीयों की मीटिंग को दर्शाता चित्रण (flickr)
3. सीगेट वूशी चाइना फ़ैक्टरी को दर्शाता चित्रण (wikipedia)
4. लैपटॉप पर काम करते भारतीय दंपति को दर्शाता चित्रण (pexels)



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