वायु प्रदूषण पर छंटाई के प्रभाव को देखते हुए सरकार ने लगाया कुछ समय के लिए प्रतिबंध

लखनऊ

 27-10-2022 10:13 AM
पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें

जंगल में, वृक्ष अपने नियमों से खेलने के लिए स्वतंत्र हैं। वे अपने शाखाओं को फैला सकते हैं, और अपनी शाखाओं को जितना ऊंचा करना चाहाये उतना कर सकते हैं। लेकिन हमारे आस पास के वृक्षों या सड़क के किनारे पर मौजूद वृक्षों के पास उतनी स्वतंत्रता मौजूद नहीं होती है। बेशक, हम चाहते हैं कि हमारे वृक्ष प्राकृतिक दिखें और यह भी सुनिश्चित करें कि वे मजबूत हों और सुरक्षा जोखिम न बनें। लेकिन प्रदुषण के हानिकारक प्रभावों के चलते अब सरकार द्वारा कम से कम चार महीने की अवधि तक छँटाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि वृक्ष बढ़ रहे प्रदूषण और धूल को कम करने में एक अहम भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, कटी हुई शाखाओं को अक्सर वृक्षो के पास छोड़ दिया जाता है जहां वे समय के साथ सूख जाते हैं और बाद में जला दिए जाते हैं, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। गुरुग्राम नगर निगम Municipal Corporation of Gurugram (Haryana) वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने के लिए सभी प्रयास कर रहा है और इसलिए ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded response action plan) अवधि के दौरान पेड़ों की छंटाई पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। निर्णय में यह भी बताया गया कि केवल उन ही वृक्षों की छंटनी की जाएगी, जो यातायात संकेतों की दृश्यता में बाधा और फुटपाथों पर पैदल चलने वालों की आवाजाही को रोक रहे हों। निगम ने निर्माण स्थलों की निगरानी के लिए समूहों का गठन किया और यह सुनिश्चित किया कि खुले में कचरे, कोयले और लकड़ी को जलाया न जाए। वहीं उत्तर प्रदेश वृक्ष संरक्षण अधिनियम, 1976 के किसी भी उल्लंघन को रोकने के लिए जल्द ही सख्ती को अपनाए जाने की उम्मीद है, जिसमें राज्य में वृक्षों के रखरखाव से संबंधित विशिष्ट दिशानिर्देश हैं। इस अधिनियम को किसी भी अन्य तरीके से वृक्ष को काटने, चारों ओर खाई बनाने, डाली काटने, छँटाई करने या किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए स्थापित किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि वृक्ष काटने के लिए अधिनियम के तहत निर्दिष्ट तकनीक और दिशानिर्देश हैं और उन्हें बरकरार रखा जाना चाहिए। उनके द्वारा यह निगरानी करने के लिए एक पैनल (Panel) भी स्थापित किया जा रहा है कि वृक्ष के जो हिस्से काटे गए हैं, वे किसी निजी लाभ के लिए नहीं बेचे जाएं। हालाँकि, जब सही तरीके से किया जाता है, तो वृक्ष की छंटाई पेड़ों के स्वास्थ्य, दिखावट और सुरक्षा में सुधार करती है। पेड़ों की छंटाई कीटों, फंगस, क्षय, तेज हवाओं और अन्य कारकों (जो पेड़ों और झाड़ियों पर जबरदस्त दबाव डालते हैं) के नकारात्मक बाहरी प्रभावों को कम करती है। एक वृक्ष के जीवनकाल में, उसकी छँटाई की जरूरतों में काफी बदलाव आते हैं। अपने बाद के वर्षों में संरचनात्मक रूप से स्वस्थ वृक्ष का उत्पादन करने के लिए, इसे एक पौधे के रूप में काटना शुरू करना चाहिए। परिपक्व पेड़ों को भी छंटाई से फायदा होता है। उचित कटाई से उनके स्वास्थ्य, रूप-रंग और सुरक्षा के स्तर में वृद्धि होती है। मृत और रोगग्रस्त टहनियों को हटाना काफी उचित रहता है। वायु प्रवाह, भार वितरण और प्रकाश के प्रवेश को बढ़ाने के लिए संकरण अंगों को हटाया जा सकता है। तूफान से होने वाली क्षति को कम करने के लिए शाखा के सिरों को पतला और हल्का किया जाता है। आमतौर पर उपयोग की जाने वाली कुछ पेड़ छँटने की विधियाँ निम्नलिखित हैं, वहीं अधिकांश समय एक वृक्ष को निम्नलिखित विधियों में से एक से अधिक विधि की आवश्यकता नहीं होती है।
1. संरचनात्मक छँटाई – यह विधि वृक्ष के प्राकृतिक बढ़ते स्वरूप के बाद एक स्वस्थ वास्तुकला स्थापित करने के लिए युवा पेड़ों के लिए आदर्श है, यह मजबूत टहनियों का चयन करके और असंतुलित शाखाओं को हटाकर विफलता के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
2. शीर्ष को पतला करना – इस विधि में वृक्ष की प्राकृतिक प्रक्रिया में सहायता करने के लिए उन शाखाओं को हटाया जाता है जिनकी अब आवश्यकता नहीं है। अधिकतम वायु प्रवाह और धूप की अनुमति देने के लिए मृत शाखाओं को हटाया और छंटाई की जाती है।
3. शीर्ष को उठान - पैदल चलने वालों, वाहनों और इमारतों के लिए जगह प्रदान करने के लिए नीचे उगने वाली शाखाओं को हटाया जाता है।
4. शीर्ष को कम करना - उन पेड़ों की भारी छंटाई की जाती है, जो अपने अनुमत वातावरण से अधिक बढ़ गए हों, जैसे कि बिजली के खंबे के तहत। इस विधि को टॉपिंग (Topping) के मुकाबले अधिक पसंद किया जाता है क्योंकि यह वृक्ष की प्राकृतिक संरचना को बनाए रखता है, हालांकि इसका उपयोग केवल अंतिम उपाय के रूप में किया जाता है।
5. सजावटी छंटाई - अपने प्राकृतिक रूप को आकार देने में मदद करने के लिए मृत और छोटी शाखाओं को हटाना, अक्सर आवर्तक आधार पर संरचनात्मक छंटाई के बाद उपयोग किया जाता है।
6. सुरक्षात्मक छंटाई – इस विधि में मृत, रोगग्रस्त या सड़ने वाले हिस्सों जैसी खतरनाक शाखाओं को हटाया जाता है। वृक्षों की छँटाई सबसे आम वृक्ष रखरखाव प्रक्रिया है। वन वृक्षों के विपरीत, परिदृश्य वृक्षों को संरचनात्मक अखंडता और सौंदर्यशास्त्र को बनाए रखने के लिए उच्च स्तर की देखभाल की आवश्यकता होती है। वृक्षों की छँटाई वृक्ष जीव विज्ञान की समझ के साथ की जानी चाहिए क्योंकि अनुचित छंटाई स्थायी नुकसान उत्पन्न कर सकती है या वृक्ष के जीवन को छोटा कर सकती है। यदि वृक्षों की छँटाई सावधानी पूर्वक और किसी विशेषज्ञ की देख रेख में की जाएं तो यह वृक्षों को लंबा जीवन प्रदान करने में मदद करता है और किसी भी कार्य में बाधा भी उत्पन्न नहीं करता है। यह प्रकृतिक रूप से वृक्षों को सुरक्षा भी प्रदान करता है। लेकिन एक चीज का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कहीं कोई छँटाई के बहाने वृक्षों को अधिक से ज्यादा न काटें।

संदर्भ :-
https://bit.ly/3z7lfr0
https://bit.ly/3zacKLM
https://bit.ly/3gxNEA8
https://bit.ly/3VVc2M9

चित्र संदर्भ
1. पेड़ की छंटनी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. छंटनी की कैंची को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
3. छांटे गए वृक्ष को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. हेलिकॉप्टर प्रूनिंग को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)



RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id