शिक्षा समाज के विकास का आधार है – रामपुर में अगर हम उच्च शिक्षा की तरफ नजर डालें तो 55 प्रतिशत बच्चे अपनी उच्च शिक्षा बीच में ही छोड़ देते हैं| इसका कारण या तो नौकरी करने की अत्यंत आवश्यकता, पैसों की कमी या रोजगार मे जल्द आने की तमन्ना आदि हो सकती है। अगर 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे अपनी शिक्षा किसी कारणवश बीच में ही छोड़ देते है तो यह चिंता का विषय है| शिक्षा मानव जीवन का एक महत्व से भरा हिस्सा है क्योंकि यह जीवन को सुगम एवं सरल बनाने मे अत्यन्त सहायक होता है। परन्तु गरीबी के चलते बच्चे अन्य शहरों की तरफ कम उम्र मे ही पलायन करने लगते हैं जिसका बड़ा प्रभाव शिक्षा पर पड़ता है। शिक्षा के संदर्भ मे महात्मा गाँधी के निम्नलिखित विचार महत्वपूर्ण है - अगर हम विश्व में वास्तविक शांति चाहते हैं तो हमे बच्चों को शिक्षित करना पड़ेगा। उपरोक्त कथन के अनुसार विश्व का एवं एक कुटुम्ब (परिवार) का भला तभी होगा जब वहाँ पर निवास करने वाले सभी शिक्षा के महत्व को समझें और शिक्षा ग्रहण करने की तरफ अग्रसर हों। रवीन्द्रनाथ टैगोर ने भी शिक्षा को सर्वोच्च स्थान दिया। उनके द्वारा स्थापित शान्तिनिकेतन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। 1.http://www.censusindia.gov.in/2011census/dchb/0905_PART_B_DCHB_RAMPUR.pdf
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.