आइए देखें, कोरियाई नाटकों के कुछ अनोखे अंतिम दृश्यों को

लखनऊ

 29-12-2024 09:24 AM
द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

कोरियाई नाटकों (Korean dramas) के अंत को अक्सर अनोखा माना जाता है, क्योंकि वे आश्चर्यजनक रूप से जटिल होते हैं। हिंदी सिनेमा या  नाटकों में, अक्सर हम  इनके अंत को सुखद पाते हैं, लेकिन कोरियाई नाटक "हमेशा खुश रहने" के तरीके से अलग हटकर, कड़वे-मीठे निष्कर्ष को  अपनाते हैं । इसका एक सुंदर उदाहरण, ‘मूनलवर्स: स्कारलेट हार्ट  रियो’ (Moonlovers : Scarlet heart Ryeo) है। इस नाटक के अंत में, हम देखेंगे कि, हे-सू (Hae-soo), जो इस नाटक की अभिनेत्री है, वह वांग सो (Wang So) से प्यार करती है। लेकिन इसके बावजूद,  कुछ कारणों की वजह से वह वांग सो के भाई वांग जंग (Wang Jung) के साथ अपना घर बसा लेती है। वह वांग सो के बेटे को जन्म देती है और वांग सो को इसके बारे में बताए बिना ही मर जाती है। हालांकि, हे-सू, एक बार फिर हा-जिन (Ha-jin) के रूप में, आधुनिक समय में जन्म लेती है और  अपने पिछले जन्म से जुड़ा इतिहास, उसके सामने आ जाता है। वह एक ऐसे स्थान में पहुंचती है, जहां उसकी नज़र, वांग सो के एक चित्र पर पड़ती है। मूनलवर्स   हमें बताता है, कि यह ज़रूरी नहीं है, कि हर सही अंत सुखद हो। यह नाटक, इस बात को उजागर करता है, कि भले ही प्रेमी एक-दूसरे से कितना भी प्यार क्यों न करते हों, लेकिन यह  ज़रूरी नहीं कि वे हमेशा साथ रहें। एक-दूसरे की मौजूदगी में एक-दूसरे को चोट पहुँचाने के बजाय, अलग-अलग जीवन जीना बेहतर है, हालाँकि दिल का दर्द हमेशा बना रहता है। ‘मून लवर्स: स्कार्लेट हार्ट रेयो’, इस भावना  को बिल्कुल सही तरह से व्यक्त करता है। यह एक सुंदर लेकिन दुखद अंत  दर्शाता है, जहाँ वांग सो,   हर जीवन में अपने सच्चे प्यार की तलाश करेगा। तो आइए, आज कुछ अनोखे, दुखद और दिलचस्प  कोरियाई नाटकों ( K-drama) के अंत या अंतिम दृश्यों को देखें। हम इन चलचित्रों के ज़रिए, गोल्डन स्पून (Golden Spoon),  दूना (Doona), मूनलवर्स  और इसी तरह के अन्य नाटकों के अंत के बारे में जानेंगे। अंत में, हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि, कई प्रशंसकों के अनुसार, ‘मूनलवर्स: स्कारलेट हार्ट रियो’ का अंत, क्यों इसे बहुत खास बनाता है।


संदर्भ:

https://tinyurl.com/f2hsj3xp

https://tinyurl.com/27yf82nu

https://tinyurl.com/ydvjd9at

https://tinyurl.com/2s45xvcu

https://tinyurl.com/5p6k9bcc   

 



RECENT POST

  • लोगो डिज़ाइन की ऐतिहासिक दौड़ में, सुंदरता के बजाय, सरलता की जीत क्यों हुई ?
    संचार एवं संचार यन्त्र

     30-12-2024 09:42 AM


  • आइए देखें, कोरियाई नाटकों के कुछ अनोखे अंतिम दृश्यों को
    द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

     29-12-2024 09:24 AM


  • क्षेत्रीय परंपराओं, कविताओं और लोककथाओं में प्रतिबिंबित होती है लखनऊ से जुड़ी अवधी बोली
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:31 AM


  • कैसे, उत्तर प्रदेश और हरियाणा, भारत के झींगा पालन उद्योग का प्रमुख केंद्र बन सकते हैं ?
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:32 AM


  • आनंद से भरा जीवन जीने के लिए, प्रोत्साहित करता है, इकिगाई दर्शन
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:36 AM


  • क्रिसमस विशेष: जानें रोमन सभ्यता में ईसाई धर्म की उत्पत्ति और विकास के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     25-12-2024 09:35 AM


  • आइए जानें, सौहार्द की मिसाल कायम करते, लखनऊ के ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     24-12-2024 09:30 AM


  • आइए समझते हैं, कैसे एग्रोफ़ॉरेस्ट्री, किसानों की आय और पर्यावरण को बेहतर बनाती है
    भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

     23-12-2024 09:32 AM


  • आइए देंखे, मोटो जी पी से जुड़े कुछ हास्यपूर्ण और मनोरंजक क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:27 AM


  • लखनऊ के एक वैज्ञानिक थे, अब तक मिले सबसे पुराने डायनासौर के जीवाश्म के खोजकर्ता
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:35 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id