Post Viewership from Post Date to 10-Oct-2024 (5th) Day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2261 89 2350

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

वर्तमान नौकरी बाज़ार पर पड़े ए आई के प्रभावों को, गहन कार्य, कैसे करेगा दूर ?

लखनऊ

 05-10-2024 09:23 AM
वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली
लखनऊ वासियों, हम सब जानते हैं, कि आज, हम आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई – Artificial Intelligence) के युग में जी रहे हैं। अतः, आज की, एआई-संचालित दुनिया के नौकरी बाज़ार मे समृद्धि के लिए, एक केंद्रित दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जो पारंपरिक-स्तर के कार्यों से परे हो। तो आज, हम नौकरी बाज़ार पर एआई के प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे। फिर, हम एआई के युग में, अपने कार्य या नौकरी में प्रासंगिक बने रहने के सुझावों के बारे में चर्चा करेंगे। उसके बाद, हम डीप वर्क(Deep work) अर्थात, गहन कार्य, के लाभों और महत्व पर गौर करेंगे। जबकि, अंत में, हम गहन कार्य के महत्व के बारे में जानेंगे; तथा, इसे कम आंकने वाले एआई के मिथकों को तोड़ने का प्रयास करेंगे।
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई), आज के नौकरी बाज़ार में केवल एक प्रचलित शब्द स कहीं अधिक मायने रखता है। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई), हमारे काम और व्यवसाय करने के तरीके को नया आकार देने वाली, एक गतिशील शक्ति है। यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अब कई व्यावसायिक रणनीतियों में एक महत्वपूर्ण चीज़ है। कई उद्योग एआई का लाभ उठा रहे हैं, जो न केवल, परिचालन दक्षता के लिए, बल्कि, नवाचार और प्रतिस्पर्धी लाभ हेतु, आधारशिला के रूप में योगदान दे रहा है।
पीडब्ल्यूसी (PricewaterhouseCoopers) के, एक अध्ययन के अनुसार, कोविड महामारी ने, एक तकनीकी उत्प्रेरक के रूप में काम किया। इस कारण, 52% कंपनियों ने अपनी एआई रणनीतियों में तेज़ी लाई और 86% कंपनियों ने 2021 तक, अपने व्यवसाय संचालन के प्रमुख घटक के रूप में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की पहचान की।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात एआई, उत्पाद और सेवा विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है, निगम मूल्यों को मज़बूत करती है और जटिल आपूर्ति श्रृंखला मुद्दों का समाधान प्रदान करती है। यह, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में भी, एक आवश्यक भूमिका निभाती है और स्थापित कंपनियों को व्यवधान प्रबंधन करने के लिए, उपकरणों से लैस करती है। हालांकि, जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, यह स्पष्ट होता है कि, रोज़गार परिदृश्य पर, एआई का प्रभाव बहुआयामी है।
हालांकि, यह दक्षता, नवाचार और नई नौकरी के अवसर लाता है, लेकिन, यह संभावित नौकरी विस्थापन, और कौशल को अपनाने की आवश्यकता जैसी बाधाएं भी पैदा करता है। एआई के प्रभाव पर यह सूक्ष्म परिप्रेक्ष्य महत्वपूर्ण है, क्योंकि, हम नौकरी बाज़ार पर इसके विविध और गहन प्रभावों का पता लगाते हैं। यह एक उभरते परिदृश्य को भी आकार देता है , जहां प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नौकरियां और मानव कौशल सह-अस्तित्व में हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, के एक विश्लेषण के अनुसार, सभी वैश्विक रोज़गार का, लगभग 40% हिस्सा एआई से प्रभावित हो सकता है। साथ ही, उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में यह आंकड़ा, 60% तक ह सकता है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है, कि, 40% से 60% नौकरियां पूरी तरह से ख़त्म हो जाएंगी। इसके बजाय, इसका मतलब है कि, एआई स्वचालन, उन नौकरियों से जुड़े, कुछ कार्यों को दूर करने और सुव्यवस्थित करने या बढ़ाने की संभावना लाता है।
परंतु, फिर भी, जेनरेटिव एआई(Generative AI) की, परिवर्तनकारी प्रकृति की, सुर्खियों के साथ, लोग अपनी नौकरियों को लेकर, चिंतित हैं य फिर, लोग, इसके तेज़ी से आगे बढ़ने वाली तकनीक से पीछे छूट जाने के बारे में चिंतित हो सकते हैं। इसलिए, हमें एआई के युग में, काम में प्रासंगिक बने रहना चाहिए।
१.स्वयं को शिक्षित करें: जेनरेटिव एआई के साथ पकड़ बना लें। जानें कि, यह क्या कर सकता है। इसकी कार्यक्षमता देखने के लिए, चैटजीपीटी(ChatGPT) जैसे एआई टूल के साथ काम करें।
२.अपनी नौकरी पर संभावित प्रभाव का आकलन करें: एक बार, जब आपको इस बात का अच्छा अंदाजा हो जाए, कि, जेनरेटिव एआई क्या कर सकता है, तो, अपने काम से उसकी तुलना करें। जेनरेटिव एआई के कारण, यह जानें की, आपके द्वारा किया जाने वाला कार्य, कैसे बदल सकता है? क्योंकि, कुछ नौकरियां, दूसरी नौकरियों की तुलना में अधिक उजागर होती हैं।
३.अपने आप को, ऐसे व्यक्ति के रूप में स्थापित करें, जो आपके काम में जेनरेटिव एआई का उपयोग कर सकें
यदि आप नहीं जानते कि, एआई के साथ कैसे काम करना है, तो आप, अधिक जोखिम भरी स्थिति में हैं। आप, निश्चित रूप से, उस व्यक्ति की तुलना में जोखिम में है, जो एआई को अपनाता है और जानता है कि, अपना काम, अधिक प्रभावी ढंग से करने के लिए इसका उपयोग कैसे किया जाए।
४.अधिक मानव-केंद्रित क्षेत्रों में अपना कौशल बढ़ाएं: एआई के साथ, प्रभावी ढंग से काम करने का तरीका जानना महत्वपूर्ण है। लेकिन, खुद को संगठन में उन चीज़ों के अनुरूप स्थापित करना भी महत्वपूर्ण है, जो एआई नहीं कर सकता हैं।
५.परिवर्तन को अपनाना सीखें: आज के कार्यस्थल, तेज़ी से और लगभग निरंतर परिवर्तन से जूझ रहे हैं। अतः, अपनी अनुकूलन क्षमता, और लचीलेपन पर काम करने से आपको ऐसे बदलाव का अधिक आसानी स, सामना करने में मदद मिलेगी।
एक तरफ़, गहन कार्य को, “विकर्षण मुक्त एकाग्रता, की स्थिति में, की जाने वाली, व्यावसायिक गतिविधि” के रूप में परिभाषित किया गया है। यह आपकी संज्ञानात्मक क्षमताओं को उनकी सीमा तक ले जाता है। ये प्रयास, नए मूल्य पैदा करते हैं, आपके कौशल में सुधार करते हैं और इन्हें दोहराना कठिन होता है। इस सिद्धांत को, जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय(Georgetown University) के कंप्यूटर विज्ञान प्राध्यापक – कैल न्यूपोर्ट(Cal Newport ) ने अपनी पुस्तक – ‘डीप वर्क: रूल्स फ़ॉर फ़ोकस्ड सक्सेस इन ए डिस्ट्रेक्टेड वर्ल्ड(Deep Work: Rules for Focused Success in a Distracted World)’ में लिखा था। ऐसा कार्य तब होता है, जब हम, जानबूझकर अधिक जटिल समस्या-समाधान और रचनात्मक कार्यों के लिए, समय निकालते हैं। इस प्रकार का कार्य, संज्ञानात्मक रूप स कठिन होता है। इसलिए, इसे पूरा करने हेतु, लंबे समय तक, निरंतर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है।
गहन कार्य से, उत्पादकता, रचनात्मक सोच एवं हमारे काम के साथ, जुड़ाव की सकारात्मक भावनाएं बढ़ती हैं। जब हम सफ़लतापूर्वक, केंद्रित कार्य में लग जाते हैं, तो हम, खुद को “प्रवाह” में पाते हैं। यह मनोवैज्ञानिक शब्द है, जब कोई व्यक्ति, किसी गतिविधि में पूरी तरह से डूब जाता है। गहन कार्य, हमें बड़ी तथा अधिक जटिल परियोजनाओं पर प्रगति करने और नए एवं रोमांचक विचार उत्पन्न करने की अनुमति देता है। बिल गेट्स(Bill Gates) जैसे, दूरदर्शी गहन कार्य समर्थकों पर विचार करें। साल में, दो बार, गेट्स को, बाहरी विकर्षणों से दूर रहने और माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों द्वारा प्रस्तुत, नवीन विचारों को पढ़ने में पूरा एक सप्ताह लगता है। 1995 में, बिल गेट्स को, अपने एक गहन कार्य सप्ताह के दौरान, इंटरनेट एक्सप्लोरर(Internet explorer) बनाने का विचार आया था।
हमारे उपयोग के आधार पर, एआई, एक मददगार या दायित्व के रूप में काम कर सकता है। यह, हमें समय बचाने और हमारी उत्पादकता बढ़ाने में मदद कर सकता है। एआई, तेज़ी से डेटा प्रदान करने और जानकारी संसाधित करने में सक्षम है। लेकिन, इसके बावजूद, सार्थक व्याख्या, समझ और अनुप्रयोग के लिए, मानवीय गहन कार्य की आवश्यकता है। अपनी, उत्पादकता-बढ़ाने वाली क्षमताओं के, बावज़ूद एआई, कभी भी, गहन व केंद्रित मानव विचार की आवश्यकता को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है।
वास्तविकता यह है कि, एआई डेटा को संसाधित और विश्लेषित कर सकता है लेकिन, इसमें, सहानुभूति, अंतर्ज्ञान और रचनात्मकता जैसे मानवीय गुणों क अभाव है। एआई को एक ऐसा उपकरण मानना पड़ेगा, जो, हमारी क्षमताओं को, बढ़ाने के लिए, डिज़ाइन किया गया है न कि, हमारी अद्वितीय मानव बुद्धि को प्रतिस्थापित करने के लिए।
सभी एआई को, मानव आज्ञा की आवश्यकता होती है। एआई के कार्य उत्पादन की गुणवत्ता भी, सीधे तौर पर, मानव आज्ञा की गुणवत्ता से ही प्रभावित होती है। यहां, गहन कार्य चलन में आता है। गहन कार्य, हमें उच्च-गुणवत्ता वाले निवेश का उत्पादन करने की अनुमति देता है। क्योंकि, इसमें केंद्रित एवं निर्बाध विचार शामिल होता है, जिससे, अधिक सूक्ष्म और व्यावहारिक परिणाम मिलते हैं।
जब हम, एआई के युग में गहन कार्य में संलग्न होते हैं तो हम, किसी विषय की जटिलताओं और सूक्ष्मताओं में गहराई से उतर रहे होते हैं। यह गहराई और समझ, हमारे द्वारा, एआई को प्रदान की गई, आज्ञा में परिलक्षित होती है। इसलिए, संक्षेप में, एआई के युग में गहन कार्य करने की हमारी क्षमता जितनी बेहतर होगी, हम एआई को उतनी ही बेहतर आज्ञा प्रदान कर सकते हैं और एआई, तब उतना ही बेहतर कार्य उत्पादित कर सकता है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/45afy45s
https://tinyurl.com/3dvy98xs
https://tinyurl.com/bdhu7u63
https://tinyurl.com/nhfztba8

चित्र संदर्भ
1. गहनता से काम करती महिला को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
2. मोबाइल पर चैट जी पी टी को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
3. पढ़ाई करते युवक को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
4. गहन कार्य करती युवती को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
5. अपने काम में डूबे हुए युवक को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)


***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था कोसल राज्य
    ठहरावः 2000 ईसापूर्व से 600 ईसापूर्व तक

     22-10-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, निर्मल शहर के लकड़ी के खिलौनों में छिपी कला और कारीगरी की अनोखी पहचान
    हथियार व खिलौने

     21-10-2024 09:29 AM


  • आइए, विश्व सांख्यिकी दिवस के अवसर पर जानें, सुपर कम्प्यूटरों के बारे में
    संचार एवं संचार यन्त्र

     20-10-2024 09:27 AM


  • कैलिफ़ोर्निया टाइगर सैलामैंडर की मुस्कान क्यों खो रही है?
    मछलियाँ व उभयचर

     19-10-2024 09:19 AM


  • मध्य प्रदेश के बाग शहर की खास वस्त्र प्रिंट तकनीक, प्रकृति पर है काफ़ी निर्भर
    स्पर्शः रचना व कपड़े

     18-10-2024 09:24 AM


  • आइए जाने, क्यों विलुप्त हो गए, जापान में पाए जाने वाले, जापानी नदी ऊदबिलाव
    स्तनधारी

     17-10-2024 09:28 AM


  • एककोशिकीय जीवों का वर्गीकरण: प्रोकैरियोट्स और यूकैरियोट्स
    कोशिका के आधार पर

     16-10-2024 09:30 AM


  • भारत में कोकिंग कोल की बढ़ती मांग को कैसे पूरा किया जाएगा?
    खदान

     15-10-2024 09:24 AM


  • पौधों का अनूठा व्यवहार – एलीलोपैथी, अन्य जीवों की करता है मदद
    व्यवहारिक

     14-10-2024 09:30 AM


  • आइए जानें, कैसे बनती हैं कोल्ड ड्रिंक्स
    वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली

     13-10-2024 09:20 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id