वर्तमान समय में जब भी किसी भवन का निर्माण किया जाता है, तो प्रायः उन तकनीकों और विधियों को अपनाया जाता है, जिनका उपयोग सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है। हालांकि, तकनीकी क्षेत्र के विकास तथा कार्यस्थल की माँग के अनुसार, भवन निर्माण के लिए, अनेक नई तकनीकों का विकास किया गया है। आधुनिक समय में भवन निर्माण में जो भी समस्याएं आती हैं, उन्हें हल करने के लिए, नई तकनीकों की आवश्यकता होती है। डिजिटल डिज़ाइन, अत्याधुनिक सॉफ़्टवेयर, उन्नत स्वचालन और सटीक रोबोटिक्स के उपलब्ध होने के कारण, आधुनिक निर्माण तकनीकों ने भवन निर्माण उद्योग में क्रांति उत्पन्न कर दी है। लेकिन, ये आधुनिक निर्माण तकनीकें वास्तव में क्या हैं और इन्हें भवन निर्माण में कैसे उपयोग किया जा सकता है? ‘भवन निर्माण की आधुनिक विधियां (Modern methods of construction - MMC), वे नई तकनीकें हैं, जिनका उपयोग, वर्तमान समय में, भवन निर्माण पेशेवरों द्वारा किया जा रहा है ताकि भवन निर्माण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सके। व्यापक डिजिटल डिज़ाइन से लेकर प्रीफैब्रिकेटेड बिल्डिंग घटकों (Prefabricated building components) जैसी तकनीकों का उपयोग भवन निर्माण के लिए व्यापक हो गया है, ताकि भवन निर्माण में लगने वाले समय और लागत को कम किया जा सके तथा भवन की स्थिरता को और भी मज़बूत किया जा सके। आधुनिक निर्माण विधियों में ऑनसाइट (Onsite ) और ऑफ़साइट (Offsite), दोनों तकनीकें शामिल हैं। आज भवन निर्माण पेशेवरों द्वारा उपयोग की जाने वाली आधुनिक निर्माण तकनीकों में प्री-इंजीनियर्ड/प्रीकास्ट फ़्लैट पैनल सिस्टम (Pre-engineered/Precast Flat Panel System), इंसुलेटिंग कंक्रीट फ़ॉर्मवर्क (Insulating Concrete Formwork - ICF) Technique), संवर्धित वास्तविकता-सहायता प्राप्त भवन (Augmented Reality-Assisted Building), 3D वॉल्यूमेट्रिक निर्माण (3D Volumetric Construction), हाइब्रिड कंक्रीट निर्माण (Hybrid Concrete Construction) आदि शामिल हैं। तो आइए, आज भवन निर्माण में उपयोग की जाने वाली आधुनिक तकनीकों के बारे में कुछ चलचित्र देखेंगे । साथ ही भवन निर्माण परियोजना के उन 12 सबसे महत्वपूर्ण चरणों को भी जानेंगे जो भवन निर्माण के समय आवश्यक रूप से अपनाने चाहिए।