Post Viewership from Post Date to 20-Aug-2024 (31st) day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1942 65 2007

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

रामपुर में उपलब्ध है, बाउंसी बॉल व रूबिक्स क्यूब जैसे गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल

लखनऊ

 20-07-2024 09:17 AM
हथियार व खिलौने

आइए, आज समझें कि, कैसे गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल जीतने के बजाय, उन्हें खेलने के आनंद पर केंद्रित होते हैं। बच्चे गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेलों के आनंद और उससे मिली सीख को अपनाते हैं, जो पारंपरिक खेलों के लिए एक नया विकल्प पेश करते हैं। लेगो(LEGO) और रूबिक्स क्यूब(Rubik’s Cube) जैसे ये खेल, जीत के दबाव के बिना, रचनात्मकता और समस्या सुलझाने के कौशल को बढ़ावा देते हैं। लेगो, अपने अनोखे डिजाइन के साथ, कल्पना को प्रोत्साहित करता है। जबकि, रूबिक्स क्यूब अपनी जटिलता व अनगिनत समाधानों के साथ, खिलाड़ियों को चुनौती देता है। ऐसे खेलों में बाउंसी बॉल(Bouncy ball) भी शामिल है। आज इस कड़ी में, बाउंसी बॉल के बारे में जानें।


बाउंसी बॉल, पावर बॉल(Power ball) या सुपर बॉल(Super ball), एक छोटी पॉलीब्यूटाडाइन रबर(Polybutadiene rubber) की गेंद होती है, जो कठोर सतह पर फेंके जाने पर, उपयोग किए गए बल की मात्रा के अनुपात में पलटाव करती है। बाउंसी बॉल या उछालभरी गेंदें, जमीन पर फेंके जाने पर, तीन मंजिल तक उछल सकती हैं। ऐसी पहली गेंद सुपर बॉल थी, और दूसरी, हीलियम से भरी बड़ी स्काईबॉल(Skyball) थी।

उछालभरी गेंद का पेटेंट(Patent) 1966 में नॉर्मन स्टिंगले(Norman Stingley) नामक एक रसायनज्ञ ने कराया था। 1965 में, स्टिंगले ने अपने खाली समय में रबर के साथ प्रयोग किया। उन्होंने, लगभग 3500 पाउंड प्रति वर्ग इंच के दबाव में, सिंथेटिक रबर(Synthetic rubber) के रद्दी माल को एक साथ संपीड़ित किया। इस प्रयोग का परिणाम, अत्यधिक लचीलेपन और उच्च उछाल वाली एक संपीड़ित रबर की गेंद थी।


कुछ देशों में, उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका और डेनमार्क(Denmark) में, इन गेंदों को अक्सर थोक वेंडिंग मशीनों(Vending machines) से बेचा जाता है।

प्राकृतिक रबर की उत्पत्ति अमेरिका में हुई थी। और, रबर की गेंदें यूरोपीय संपर्क से पहले, यही बनाई गई थीं। इसमें, इन गेंदों का मेसोअमेरिकन बॉलगेम(Mesoamerican ballgame) में उपयोग भी शामिल था। तब, क्रिस्टोफर कोलंबस(Christopher Columbus) ने 1495 में, हैती(Haiti) लोगों को रबर की गेंद से खेलते हुए देखा था।

लेगो खेल, प्लास्टिक के खंडों या ब्लॉक(Block) से बना होता हैं। इस खेल ने 20वीं सदी के मध्य में, बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल की। लेगो शब्द डेनिश भाषा(Danish language) के ‘लेग गॉड(leg god)’ वाक्यांश से लिया गया है। लेगो का पेटेंट 1958 में, गॉडफ्रेड किर्क(Godfred Kirk) द्वारा किया गया था, जो, लेगो कंपनी के प्रमुख के पद पर कार्यरत थे। यह खेल मार्केटिंग इतिहास में सबसे सफल गेम ब्रांडों में से एक रहा है।


दूसरी ओर, रूबिक्स क्यूब यह खिलौना, 1980 के दशक में लोकप्रिय हुआ। इसे आविष्कारक एर्नो रूबिक(Erno Rubik) द्वारा डिजाइन किया गया था। इस क्यूब में 26 छोटे घन होते हैं, जो एक केंद्रीय अक्ष पर घूमते हैं। नौ रंगीन घन फलक, तीन-तीन घनों की तीन पंक्तियों में, एक बड़े घन की प्रत्येक भुजा बनाते हैं। हम इसे 3डी संयोजन पहेली कह सकते है। मूल रूप से, इसे मैजिक क्यूब(Magic cube) कहा गया था।

इस क्यूब को 1980 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी किया गया था, और यह लोकप्रिय खेलों में सबसे अधिक मान्यता प्राप्त प्रतीकों में से एक बन गया। जनवरी 2024 तक, दुनिया भर में लगभग 500 मिलियन क्यूब्स बेचे जा चुके हैं, जिससे यह दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला पहेली गेम और सबसे ज्यादा बिकने वाला खिलौना बन गया।


आप हमारे शहर रामपुर में, इन गेम्स को वी-मार्ट, शौकत अली रोड या फिर, विशाल मेगा मार्ट, कोठी खास बाग रोड से खरीद सकते हैं। इसके अलावा, आप ये खेल ई-कॉमर्स वेबसाइट से भी प्राप्त कर सकते हैं।

उछालभरी गेंद, लेगो व रूबिक्स क्यूब जैसे गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल, उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं, जो किसी संघ में रहने के तनाव को नहीं संभाल सकते हैं, या जिन्हें संघीय खेल सीखने में अन्य खिलाड़ियों की तुलना में अधिक समय लगता है। ऐसे खेल स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक आनंद और गतिविधि प्रदान करते हैं। निम्नलिखित कुछ मुख्य कारण हैं, जिस वजह से गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल महत्त्वपूर्ण साबित होते हैं।

1.जीवन कौशल निर्माण: गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल अपने प्रतिस्पर्धी समकक्षों की तरह ही चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। हालांकि, यहां गुण, समय या आवश्यक कौशल की गुणवत्ता में सुधार के लिए, स्वयं से प्रतिस्पर्धा करने की चुनौती होती है। वे खिलाड़ियों को उनके कौशल के स्तर के बारे में, और वे कैसे प्रगति कर सकते हैं, इसके बारे में अधिक जागरूक बनाते हैं।

2.जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण विकसित करना: चूंकि, ऐसे खेलों में एक व्यक्ति के अलावा कोई भी शामिल नहीं होता है, वे एक स्वस्थ वातावरण बनाते हैं, जहां खिलाड़ी या बच्चे सही कारणों व तरीके से खेल का आनंद ले सकते हैं। इससे स्वस्थ एवं परिपक्व दृष्टिकोण के विकास में मदद मिलती है।

3.समय प्रबंधन का ज्ञान: गैर-प्रतिस्पर्धात्मक खेल बच्चों को उचित सारणी तय करने में सक्षम बनाते हैं। संघीय खेलों के विपरीत, जहां अभ्यास के समय पर आमतौर पर समझौता नहीं किया जा सकता, ये खेल व्यक्ति की सुविधा पर निर्भर करते हैं। यह लचीलापन, बेहतर समय-प्रबंधन कौशल विकसित करने में सहाय्यक है।

 


संदर्भ 

https://tinyurl.com/ktwx2x28

https://tinyurl.com/2dvxaan9

https://tinyurl.com/2svryau9

https://tinyurl.com/5622kcj9

https://tinyurl.com/46p2f4yw

https://tinyurl.com/yvh9rpnc


चित्र संदर्भ
1. रूबिक्स क्यूब खेलते, एक भारतीय बालक को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. बाउंसी बॉल खेलते युवकों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. बाउंसी बॉल को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. एर्नो रूबिक को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. रूबिक्स क्यूब खेलते बच्चे को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
6. कौशल खेल खेलते बच्चे को संदर्भित करता एक चित्रण (wallpaperflare)

 



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM


  • जानिए, क्या हैं वो खास बातें जो विदेशी शिक्षा को बनाती हैं इतना आकर्षक ?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     11-11-2024 09:38 AM


  • आइए,आनंद लें, फ़्लेमेंको नृत्य कला से संबंधित कुछ चलचित्रों का
    द्रिश्य 2- अभिनय कला

     10-11-2024 09:36 AM


  • हमारे जीवन में मिठास घोलने वाली चीनी की अधिक मात्रा में सेवन के हैं कई दुष्प्रभाव
    साग-सब्जियाँ

     09-11-2024 09:32 AM


  • पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान और स्थानीय समुदायों को रोज़गार प्रदान करती है सामाजिक वानिकी
    जंगल

     08-11-2024 09:28 AM


  • राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस: जानें प्रिसिशन ऑन्कोलॉजी नामक कैंसर उपचार के बारे में
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     07-11-2024 09:26 AM


  • परमाणु उर्जा के उत्पादन और अंतरिक्ष की खोज को आसान बना देगा नेपच्यूनियम
    खनिज

     06-11-2024 09:17 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id