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मूक फिल्म युग हमारे सिनेमा का एक स्वर्ण युग था तथा इस दौर में अनेकों उत्कृष्ट फिल्मों का निर्माण हुआ, जिनमें से ‘शिराज़’ भी एक है। इस फिल्म का निर्देशन जर्मनी (Germany) के फ्रांज़ ओस्टेन (Franz Osten) द्वारा 1928 में किया गया था तथा इसकी कहानी ताज महल के निर्माण पर आधारित है।फिल्म में शिराज़ नाम के एक व्यक्ति को दिखाया गया है, जो कि एक कुम्हार का बेटा है। अपनी युवावस्था में उसे सेलीमा नाम की एक लड़की से प्रेम हो जाता है, जो भले ही शाही वंश की थी, लेकिन उसे उस शाही वंश की जानकारी नहीं थी। एक बार सेलीमा का गुलामों द्वारा अपहरण कर लिया जाता है और उसे राजकुमार खुर्रम को बेच दिया जाता है। शिराज़ सेलीमा का पीछा करते हुए आगरा जा पहुंचता है तथा उसे बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल देता है।सेलीमा से अपने प्रेम के कारण शिराज़ उसका एक महान स्मारक भी डिज़ाइन करता है। अपनी उत्कृष्ट कहानी के लिए यह फिल्म दुनिया भर में हिट हुई। कई वर्षों तक यह फ़िल्म दर्शकों की नज़रों से गायब रही,लेकिन हाल ही में इसका निःशुल्क प्रदर्शन शुरू किया गया है। हिमांशु राय और एनाक्षी रामा राव अभिनीत यह फिल्म भारत के फिल्म निर्माण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। तो आइए इन चलचित्रों के ज़रिए इस उत्कृष्ट फिल्म का आनंद लें।
संदर्भ:
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