जौनपुर से रेल में बैठ कर आप पहुँच सकते हैं भारत में कहीं भी - शहरी और क्षेत्रीय विकास में रेल की भूमिका

जौनपुर

 29-09-2021 11:14 AM
य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

जौनपुर भारतीय रेलवे की बदौलत भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इसके चार प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं: जौनपुर सिटी रेलवे स्टेशन (JOP) और जौनपुर जंक्शन (JNU), शाहगंज जंक्शन (SHG), जंघई जंक्शन, केराकट रेलवे स्टेशन (KCT)। अवध और रोहिलखंड रेलवे ने 1872 में वाराणसी से लखनऊ के लिए 1,676 मिमी (5 फीट6 इंच) ब्रॉड-गेज (Broad-gauge)मार्ग खोला गया था। बाद में मार्ग को फैजाबाद रेलवे-शाखा के साथ फैजाबाद तक बढ़ा दिया गया। तभी जौनपुर जंक्शन बनाया गया। गंगा किनारे पर ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी द्वारा 1905 में कर्जन ब्रिज (Curzon Bridge) खोला गया था और 1,676 मिमी (5 फीट6 इंच) ब्रॉड-गेज इलाहाबाद-फैजाबाद मार्ग को संभवतः उसी वर्ष खोला गया था। यह अवध और रोहिलखंड रेलवे द्वारा संचालित किया गया था।वहीं केराकाट रेलवे स्टेशन जौनपुर-केराकाट-औंरिहर रेल मार्ग हिस्से पर रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह स्टेशन केराकाट के मुख्य बाजार से 0.7 किलोमीटर (0.43 मील) उत्तर की ओर स्थित है।यह स्टेशन वाराणसी मंडल, उत्तर पूर्व रेलवे क्षेत्र के प्रशासन के अंतर्गत आता है।यह स्टेशन 21 मार्च 1904 को स्थापित किया गया था जब औंरिहर-केराकाट-जौनपुर मार्ग को बंगाल और उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रशासन के तहत खोला गया था। इसे 2010-11 में 1,676 मिमी (5 फीट 6 इंच) चौड़े ब्रॉडगेज में बदल दिया गया था। रेलवे मार्ग ग्रामीण-शहरी संपर्क को मजबूत करने में बहु-लाभकारी हैं। विशेष रूप से एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए जिसमें दुनिया के 32 में से 10 देश शामिल हैं, साथ ही साथ शहरी क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और बढ़ी हुई राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी के लिए बेहतर पहुंच को सक्षम करने के लिए, यह शहरी बाजारों तक पहुँच प्रदान करता है। श्रृंखला और ग्रामीण उत्पादकों को व्यापक बाजार से जोड़ना, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में भागीदारी को भी सक्षम बनाता है।यह अनुमान लगाया गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र की 40 प्रतिशत ग्रामीण आबादी, या 700 मिलियन लोगों के पास हर मौसम में चलने वाली सड़क नहीं है।जब ग्रामीण क्षेत्रों को अन्य ग्रामीण, शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों से अलग-थलग कर दिया जाता है, तो स्वास्थ्य देखभाल और शैक्षिक प्रावधान तक पहुंच में कमी और सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भागीदारी और वंचित समूहों विशेष रूप से महिलाएं, बुजुर्ग और विकलांग के उच्च अनुपात को प्रभावित करने के कारण उनके गरीबी में फंसने की संभावना अधिक होती है। वहीं शहरी केंद्रों तक बेहतर पहुंच वाले ग्रामीण परिवारों के पास पृथक ग्रामीण परिवारों की तुलना में अधिक व्यावसायिक संबंध और अधिक विविध आजीविका मौजूद है।
यदि बात की जाएं भारतीय रेलवे की तो यह विश्व के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है।यह एक प्रकार से देश की जीवन रेखा है जो देश भर में परिवहन सुविधा प्रदान करती है। यह कुशल, किफायती, ग्राहक-केंद्रित, पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ परिवहन सुविधा प्रदान करने में सक्षम है।यात्री किराए में मुख्य रूप से माल भाड़ा आय से आर्थिक सहायता प्राप्त की जाती है। भारतीय रेल प्रतिदिन 23 मिलियन से अधिक यात्रियों को ले जाती है जो ऑस्ट्रेलिया (Australia) की जनसंख्या के बराबर है। भारत में रेल परिवहन के लिए विकास मूल्य सापेक्षता अगले 5 वर्षों में वर्तमान 0.79 से बढ़कर 1.25 हो जाने की संभावना है।भारतीय रेलवे में दो व्यापक यात्री खंड हैं अर्थात उपनगरीय और गैर-उपनगरीय। भारतीय रेलवे के राजस्व में यात्री व्यवसाय का योगदान लगभग 28% है, साथ ही भारतीय रेलवे शहरी और ग्रामीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट भूमिका निभाता है। साथ ही यह भारत की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जबकि माल ढुलाई में रेल की कुल इंटरमॉडल (Intermodal) हिस्सेदारी लगभग 35 प्रतिशत है, यह थोक वस्तुओं जैसे, कोयला, लौह अयस्क, सीमेंट और खाद्यान्न के परिवहन में एक प्रमुख हिस्सेदारी के लिए जिम्मेदार है, तथा यह अर्थव्यवस्था के चालक हैं।
वर्ष 2020-2021 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था ने कोविड-19 महामारी के प्रभाव को झेला है, जिसका भारतीय रेलवे सहित परिवहन क्षेत्र पर भी काफी गंभीर प्रभाव पड़ा है।अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों में विकास की मंदी के कारण 2019-2020 की तीसरी तिमाही में रेल माल भाड़े में मामूली गिरावट के संकेत दिखने शुरू हो गए थे। इस महामारी का आर्थिक प्रभाव महामारी से कहीं अधिक लंबा रहने की संभावनाएं भी जताई गई थी। हालांकि, जैसा कहा जाता है,कि संकटों में ही अवसरों को चुना जा सकता है। भारतीय रेलवे के पास मौजूदा संकट को एक अवसर के रूप में मानने और अपने यात्री और माल परिवहन खंड को पूरी तरह से बदलने का विकल्प है। चालू वर्ष से आगे देखने और अगले पांच से 10 वर्षों के लिए विकास मानचित्र तैयार करने का यह सही समय है।रेलवे ने उल्लेखनीय संसाधन जुटाने की क्षमताओं और अनुशासित जनशक्ति के अलावा, कोविड - 19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में उत्पन्न होने वाली पूरी तरह से नई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चपलता और सरलता का प्रदर्शन किया है। इसने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को बनाए रखने और खाद्यान्न, दूध और डेयरी उत्पादों, कृषि उपज, दवाओं आदि जैसे सामानों के परिवहन को बढ़ाकर आजीविका में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।तालाबंदी में भारतीय रेलवे के संसाधनों का लाभ उठाकर, उन्हें पीपीई (PPE), वेंटिलेटर (Ventilators), अस्पताल के बिस्तर और कोविड -19 आइसोलेशन कोच (Isolation coaches)जैसे सुविधाओं को प्रदान करने में परिवर्तित किया गया। साथ ही भारतीय रेलवे का उपयोग दूर-दराज के क्षेत्रों में भोजन और राशन वितरित करने के लिए भी किया गया।भारतीय रेलवे ई-कॉमर्स (E-commerce) दिग्गजों और सड़क संचालक प्रदाताओं के साथ हाथ मिलाकर एक शक्तिशाली आपूर्ति श्रृंखला बनाने पर विचार कर रहा है।

संदर्भ :-
https://bit.ly/3zXAAIx
https://bit.ly/3CSkhyl
https://bit.ly/2XRSW0a
https://bit.ly/3CQXMd3
https://bit.ly/3CSklhz
https://bit.ly/39HpLPR
https://bit.ly/3uf88QW

चित्र संदर्भ
1. जौनपुर जंक्शन का एक चित्रण (ndiarailinfo)
2. भारतीय रेलवे के विस्तार को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. हिमांचल प्रदेश के पहाड़ों में चलती रेलगाड़ी का एक चित्रण (flickr)



RECENT POST

  • नटूफ़ियन संस्कृति: मानव इतिहास के शुरुआती खानाबदोश
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:24 AM


  • मुनस्यारी: पहली बर्फ़बारी और बर्फ़ीले पहाड़ देखने के लिए सबसे बेहतर जगह
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:24 AM


  • क्या आप जानते हैं, लाल किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-ख़ास के प्रतीकों का मतलब ?
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:17 AM


  • भारत की ऊर्जा राजधानी – सोनभद्र, आर्थिक व सांस्कृतिक तौर पर है परिपूर्ण
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:25 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर देखें, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चलचित्र
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:25 AM


  • आइए जानें, कौन से जंगली जानवर, रखते हैं अपने बच्चों का सबसे ज़्यादा ख्याल
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:12 AM


  • आइए जानें, गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित रागों के माध्यम से, इस ग्रंथ की संरचना के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:19 AM


  • भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में, क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा पर्यटन का भविष्य
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:15 AM


  • क्या ऊन का वेस्ट बेकार है या इसमें छिपा है कुछ खास ?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:17 AM


  • डिस्क अस्थिरता सिद्धांत करता है, बृहस्पति जैसे विशाल ग्रहों के निर्माण का खुलासा
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:25 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id