2011 की जनगणना के घरेलू संपत्ति सर्वेक्षण (Household Assets Survey) में, यह बात सामने आई कि, उस समय, जौनपुर में लगभग 664 परिवार, खाना पकाने के लिए, ईंधन के रूप में, बिजली का उपयोग करते थे । हालांकि बिजली से चलने वाले उपकरणों पर खाना पकाना, एक महंगा सौदा साबित हो सकता है। भारत में, 1991 से लेकर आज तक, हर साल, 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन, ऊर्जा की बचत और इसका कुशलतापूर्वक उपयोग करने के महत्व से जुड़ी जागरूकता को बढ़ाता है। इस समारोह का नेतृत्व, ऊर्जा मंत्रालय का ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency) नामक एक विभाग करता है।
आइए, आज इस विशेष दिन के लक्ष्य, इतिहास और उपयोगिता को समझें। इसके तहत, हम चर्चा करेंगे कि इस तरह के समारोह, कैसे सतत विकास को बढ़ावा देते हैं, जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करते हैं और ऊर्जा स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं। इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि हम इस दिन को कैसे मना सकते हैं?
इसके अतिरिक्त, हम राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (National Energy Conservation Awards) पर भी नज़र डालेंगे। हम पता लगाएंगे कि ये पुरस्कार कौन देता है, इन्हें कौन प्राप्त कर सकता है और विजेताओं को चुनने के लिए किस मानदंड का उपयोग किया जाता है।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को, साल 1991 से, निरंतर 14 दिसंबर पर मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य, लोगों को यह समझाना है कि हमारे लिए ऊर्जा की बचत करना क्यों ज़रूरी है। कई विशेषज्ञ यह मानते हैं कि ऊर्जा की बचत करना एक टिकाऊ भविष्य की दिशा में सबसे अच्छा कदम है।
यह दिन, ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के महत्व को सिखाने पर केंद्रित होता है। इसके ज़रिए, ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) और जलवायु परिवर्तन के बारे में भी जागरूक किया जाता है। यह दिन, सभी को प्रेरित करता है कि वे ऊर्जा संसाधनों को बचाने के लिए मिलकर काम करें। इसके अलावा, यह दिन देश की ऊर्जा दक्षता और संरक्षण में हुई उपलब्धियों को भी उजागर करता है।
दिसंबर 2021 में, 8 से 14 तारीख तक, ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया। यह आयोजन, “आज़ादी का अमृत महोत्सव” का हिस्सा था। इस दौरान, बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने “ऊर्जा कुशल भारत” और “स्वच्छ ग्रह” जैसे थीम के साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का इतिहास: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस की शुरुआत 2001 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अधिनियम लागू करने के बाद हुई। इसका मुख्य उद्देश्य, ऊर्जा का कुशल उपयोग और संरक्षण बढ़ावा देना था। इस अधिनियम के बाद, 2002 में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) की स्थापना हुई। यह ब्यूरो विद्युत मंत्रालय के तहत काम करता है।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
सतत विकास को बढ़ावा देना: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, सतत विकास को बढ़ावा देता है। यह ऊर्जा उपयोग के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने वाले उपायों को प्रोत्साहित करता है। सतत विकास का उद्देश्य, भविष्य की पीढ़ियों को नुकसान पहुंचाए बिना आज की ज़रूरतें पूरी करना है। इसके लिए, ऊर्जा की बचत बेहद ज़रूरी है।
जलवायु परिवर्तन को कम करना: ऊर्जा की बचत करने से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होता है। ऊर्जा-कुशल तकनीकों और तरीकों का समर्थन करके, यह दिवस, जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करता है। कम ऊर्जा उपयोग से, कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग और उसके प्रभावों को नियंत्रित किया जा सकता है।
ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ावा देना: ऊर्जा संरक्षण, ऊर्जा सुरक्षा और स्वतंत्रता से जुड़ा है। जब कई देश, जीवाश्म ईंधन का कम उपयोग करते हैं और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाते हैं, तो उनकी ऊर्जा सुरक्षा मज़बूत होती है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि विविध ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करें और गैर-नवीकरणीय संसाधनों पर निर्भरता घटाएं। इससे ऊर्जा प्रणाली अधिक आत्मनिर्भर बनती है।
आइए, अब जानते हैं कि आप राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को कैसे मना सकते हैं?
सर्दियों में झरोखों को खोलें: सर्दियों में सूरज की रोशनी को अपने घर के अंदर आने दें। इससे आपके घर को गर्मी मिलती है और ऊर्जा बचती है। फ़र्नीचर को खिड़की के पास रखने से आप सूरज की गर्मी का बेहतर उपयोग कर सकते हैं। सूरज की रोशनी आपके शरीर में सेरोटोनिन की मात्रा को बढ़ाती है, जिससे आपका मूड अच्छा होता है।
कपड़े ठंडे पानी में धोएँ: ठंडे पानी में कपड़े धोने से 80-90% तक ऊर्जा की खपत कम होती है। इससे कपड़े ठीक से साफ़ होते हैं और उनका रंग और आकार नहीं बदलता है। उदाहरण के लिए, ठंडा पानी, घास या खून के दाग हटाने में मदद करता है, और कपड़े सिकुड़ते नहीं।
गर्मियों में झरोखे बंद रखें: गर्मियों में झरोखे बंद रखने से घर ठंडा रहता है और एयर कंडीशनर पर भी दबाव कम होता है। रात में खिड़कियाँ खोलें, ताकि दिन के दौरान जमा हुई गर्मी बाहर निकल सके।
ठंडे पानी से हाथ धोएँ: ठंडे पानी से हाथ धोने से ऊर्जा की बचत होती है। लोग अक्सर सोचते हैं कि, गर्म पानी कीटाणुओं को मारता है, लेकिन वास्तव में साबुन ही सफाई का काम करता है। पानी का तापमान ख़ास मायने नहीं रखता।
एल ई डी बल्ब (LED Bulb) का उपयोग करें: एल ई डी बल्ब, नियमित बल्बों की तुलना में 50 गुना अधिक चलते हैं और केवल 1/10 ऊर्जा खर्च करते हैं। इनकी कीमत भी अब नियमित बल्बों के बराबर होने लगी है।
कंप्यूटर बंद करें: दिनभर कंप्यूटर चालू रखने से ऊर्जा बर्बाद होती है, भले ही वह स्टैंडबाय मोड (Standby Mode) में ही क्यों न हो। रात में या घर से बाहर जाने पर इसे बंद कर दें। इससे बिजली बचाने के साथ-साथ आपकी हार्ड ड्राइव की उम्र भी बढ़ती है।
भारत में ऊर्जा बचाने में असाधारण योगदान देने वाली कंपनियों को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार दिए जाते हैं। ये पुरस्कार, उद्योगों के बीच एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़ाते हैं और नई ऊर्जा-बचत तकनीकों के विकास को प्रोत्साहित करते हैं।
एन ई सी ए (NECA) पुरस्कार के उद्देश्य निम्नवत दिए गए हैं:
- ऊर्जा संरक्षण की उपलब्धियों को मान्यता देना।
- ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने में ऊर्जा बचाने के महत्व को समझाना।
- ऊर्जा बचत की नई तकनीकों को साझा करना।
पहला एन ई सी ए पुरस्कार, 14 दिसंबर 1991 के दिन दिया गया था। इस दिन को अब राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पुरस्कार श्रेणियाँ:
ये पुरस्कार, पाँच मुख्य श्रेणियों (उद्योग, भवन, परिवहन, संस्थान और उपकरण) में दिए जाते हैं। इस संदर्भ में, ऊर्जा बचत को प्रति वर्ष बचाई गई ऊर्जा क्षमता (मेगावाट) के रूप में मापा जाता है।
2021 से, ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार (NEEIA) दो श्रेणियों में दिए जाते हैं:
श्रेणी A: भवन, परिवहन और उद्योग।
श्रेणी B: छात्र और शोध विद्वान।
इन पुरस्कारों का मुख्य लक्ष्य, ऊर्जा दक्षता बढ़ाना, नवाचार को बढ़ावा देना और ऊर्जा बचाने के महत्व को सभी के बीच फैलाना है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/2ywuzahx
https://tinyurl.com/2a677nwn
https://tinyurl.com/28tpmghn
https://tinyurl.com/22d5bb2w
चित्र संदर्भ
1. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस से जुड़े एक आरेख (diagram) को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस लेख को संदर्भित करता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
3. नवीनीकरण ऊर्जा (renewable energy) के प्रतीकों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. हरी घास पर सफ़ेद प्रकाश बल्बों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)