क्या रहा मेरठ के भूगोल के आधार पर, अब तक प्रारंग का सफर

पर्वत, पहाड़ियाँ और पठार
05-08-2020 08:30 AM
क्या रहा मेरठ के भूगोल के आधार पर, अब तक प्रारंग का सफर

प्रारंग शहर की स्थानीय भाषा में विभिन्न शहरों/स्थानों की संस्कृति और प्रकृति पर हर रोज उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान करके, संस्कृति - प्रकृति संतुलित करने का उद्देश्य रखता है। हम शहर विशेष की संस्कृति और प्रकृति के संदर्भ में दुनिया के अन्य हिस्सों के साथ शहर के संसर्गों पर शोध करते हैं और उन्हें प्रस्तुत करते हैं। प्रारंग के लेखों की रूपरेखा में, हमने प्रकृति और संस्कृति दोनों का ही निम्नलिखित 6 (प्रत्येक में 3) भागों के माध्यम से प्रतिनिधित्व किया है:

संस्कृति

1. समयसीमा : इस बिंदु में पृथ्वी की शुरुआत से लेकर अब तक के समयकाल के बारे में बहुत से नये तथ्यों का पता चलेगा। हम दुनिया भर में सभ्यताओं के विकास के संश्रय में हमारे विशिष्ट शहर के विकास का पता लगाते हैं।

2. मानव व उनकी इन्द्रियाँ : शहर के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए, हम मनोरंजन और संवर्धन की वस्तुओं और मानव आवश्यकता की गतिविधियों के विकास का पता लगाते हैं, जो ध्वनि, गंध, स्पर्श, स्वाद, दृष्टि और विचार के रूप में मानव अपनी इंद्रियों के माध्यम से अनुभव करते हैं।

3. मानव व उसके अविष्कार : हम दस्तकारी और औद्योगिक उत्पादों और सेवाओं में हुए आविष्कारों और नवाचारों का पता लगाते हैं, क्यूंकि इनके द्वारा ही दुनिया ने विभिन्न सभ्यताओं की वृद्धि देखी है।

प्रकृति

1. भूगोल : प्रकृति के इस बिंदु में हम अपने शहर और विश्व के भूगोल के बारे में प्राप्त जानकारियों को संदर्भित करते हैं। यह भाग पृथ्वी पर मौजूद स्थानों की प्राकृतिक विषेशताओं पर रौशनी ड़ालता है जैसे नदियाँ, समुद्र, जंगल इत्यादि।

2. जीव–जन्तु : जीव-जन्तु प्रकृति का एक अहम हिस्सा होते हैं। प्रारंग के प्रकृति खण्ड के इस भाग में जानिए अपने शहर और विश्व भर में पाये जाने वाले जीव-जन्तुओं से जुडी रोचक जानकारी का वर्णन।

3. वनस्पति : पेड़-पौधों अथवा वनस्पति लोक का अर्थ, किसी क्षेत्र का वनस्पति जीवन या भूमि पर मौजूद पेड़-पौधे और इसका संबंध किसी विशिष्ट जाति, जीवन के रूप, रचना, स्थानिक प्रसार या अन्य वानस्पतिक या भौगोलिक गुणों से है।


क्या रहा मेरठ के भूगोल के आधार पर, अब तक प्रारंग का सफर


1. पर्वत, चोटी व पठार:

मेरठ से नज़ीबाबाद

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/755/postname


2. मरुस्थल

मेरठ और करीबी मरुस्थल

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/1374/postname


3. नदियाँ

अभियांत्रिकी का चमत्कार मानी जाती है, गंगा नहर प्रणाली

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/4146/The-Ganges-canal-system-is-considered-a-miracle-of-engineering


4. समुद्र

समुद्र की गहराइयों में पायी जाने वाली, एंगलर मछली (Angler Fish)

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/4488/Angler-Fish-Found-in-the-Depths-of-the-Sea


5. समुद्री संसाधन

समुद्री लहरों से कैसे बनायी जाती है ज्वारीय ऊर्जा?

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/3678/How-tidal-energy-is-made-by-sea-waves


6.जंगल

मेरठ में शिकार

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/656/Hunting-in-Meerut


7. भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

मृदा स्वस्थ्य कार्ड से जानी जा सकती है मिट्टी की गुणवत्ता

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/3704/The-quality-of-soil-can-be-known-through-soil-health-card


8. खनिज

मेरठ के खनिज़: बालू और नमक

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/812/postname


9. खदान

भारत में तांबे के भंडार और खनन

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/2588/Copper-deposits-and-mining-in-India


10. जलवायु व ऋतु

क्या चक्रवात अम्फान है, ऊष्मा लहरों का कारण

लिंक - https://prarang.in/meerut/posts/4480/Is-cyclone-amphon-the-cause-of-heat-waves


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