आज रविवार के दिन प्रारंग आपके लिए लेकर आया है जापान की प्राचीन बुंराकू (Bunraku) कठपुतली का चलचित्र।
बुंराकू को ‘निंग्य जुरूरी’ (Ningyō jōruri) के नाम से भी जाना जाता है, यह 17वीं शताब्दी की शुरुआत में ओसाका (Osaka) में स्थापित पारंपरिक जापानी कठपुतली थियेटर का एक रूप है। एक बुराकू प्रदर्शन में तीन प्रकार के कलाकार भाग लेते हैं: निंग्यत्सुकई (Ningyōtsukai) या निंगज़ुकाई (Ningyōzukai) अर्थात कठपुतली वाले, टाईओ (Tayū) मतलब गायक, और शमसेन (Shamisen) संगीतकार। कभी-कभी संगीत उपकरणों जैसे ड्रम (Drum) आदि का भी उपयोग किया जाता है।
बुंराकू कठपुतली सैकड़ों वर्षों से जापानी लोगों के लिए एक पारम्परिक मनोरंजन का साधन रही है।
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.