गैस सिलेंडर की तुलना में पाइप वाली प्राकृतिक गैस अधिक बेहतर है, आखिर कैसे?

जौनपुर

 13-03-2023 10:16 AM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

हमारे शहर जौनपुर में हाल ही में ठीक होली से पहले एक चौंकाने वाला एवं दर्दनाक हादसा सामने आया,जिसमें एक गैस सिलेंडर के फटने से पूरा घर ढह गया था । इस हादसे में परिवार के 3 सदस्य मलबे के नीचे दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे । घरों में खाना पकाने के लिए गैस सिलेंडर का उपयोग करना एक आम बात है, किंतु आए दिन ऐसे कई मामले हमारे सामने आते रहते हैं, जिनमें गैस सिलेंडर के फटने से जान माल का बहुत नुकसान होता है। वर्तमान समय में, सरकार घरेलू उपयोग के लिए पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस (Piped Natural Gas - PNG) के उपयोग को बढ़ावा दे रही है, जो सिलेंडर फटने और कई अन्य समस्याओं से निजात दिलाने में मदद कर सकता है।
भारत ऊर्जा के ऐसे साधनों का उपयोग करने पर जोर दे रहा है जो प्राकृतिक हो और जलवायु परिवर्तन को रोकने में सहायक हो। अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा घरेलू उपयोग के लिए प्राकृतिक गैस के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है । अभी तक भारत में ऊर्जा के लिए उपयुक्त साधनों में गैस की वर्तमान हिस्सेदारी 6% है, तथा केंद्र सरकार ने इसे 2030 तक बढ़ाकर 15% करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। चूंकि अब प्राकृतिक गैस का उपयोग घरों में पाइप के द्वारा भी किया जा रहा है, इसलिए प्राकृतिक गैस का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। सरकार हर घर तक प्राकृतिक गैस को पहुंचाने के उद्देश्य के साथ कार्य कर रही है । पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस का घरेलू उपयोग सरकार के इस लक्ष्य को प्रभावी ढंग से पूरा करने में काफी मदद कर सकता है। सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब स्मार्ट शहरों में अन्य स्मार्ट सुविधाओं के साथ-साथ पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस की सुविधा भी उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सभी स्मार्ट शहरों में पाइप गैस आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है और इसलिए ‘पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय’ स्मार्ट शहरों में शहरी गैस वितरण सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। सरकार ने राज्यों से एक ऐसी प्रणाली तैयार करने को कहा है जिससे विभिन्न केबल और पाइपलाइन बिछाने के लिए बार-बार खुदाई न करनी पड़े। शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, घरों में रसोई गैस की आपूर्ति करने हेतु गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए राज्य सरकारों के संबंधित विभागों को आदेश भी दिए जा चुके हैं । भारत में 82 प्रतिशत से अधिक भूमि क्षेत्र और 98 प्रतिशत आबादी को पाइप के द्वारा रसोई गैस की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। पाइप के द्वारा घरेलू उपयोग में प्राकृतिक गैस के अनेकों फायदें हैं और यही कारण है कि लोग इस की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। जो लोग सालों से गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहे थे, वे अब पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस को अपना रहे हैं। पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस की आपूर्ति होने से लोगों को इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि गैस कहीं खत्म न हो जाए। अक्सर खाना बनाते वक्त जब लोगों के सिलेंडर की गैस खत्म हो जाती है, तो या तो उन्हें भूखा रहना पड़ता है या सिलेंडर भरवाने के लिए भटकना पड़ता है। किंतु पाइप्ड प्राकृतिक गैस के साथ ऐसा नहीं है, क्योंकि इसके इस्तेमाल से गैस खत्म होने जैसी कोई समस्या सामने नहीं आती है।
अधिकतर लोग सिलेंडर भरवाने के लिए गैस की गाड़ी या गैस स्टोर पर निर्भर होते हैं। इस प्रकार उन्हें गैस भरवाने के लिए अलग से समय निकालना पड़ता है। जो लोग सुबह से शाम तक अपने कार्यस्थलों में होते हैं, उन्हें अपने ऑफिस से अलग से छुट्टी लेनी पड़ती है। किंतु चूंकि पाइप्ड प्राकृतिक गैस के साथ गैस भरवाने जैसी समस्या नहीं है, इसलिए इसका उपयोग करने वाले लोगों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। जिन लोगों को भारी सामान उठाने में दिक्कत होती है, उन्हें भी सिलेंडर भरवाते समय स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, किंतु पाइप्ड रसोई गैस के साथ ऐसा नहीं है। पाइप्ड प्राकृतिक गैस का उपयोग करना बेहद आसान है। जहां सामान्य गैस सिलेंडर रसोईघर में अधिक जगह घेरता है, वहीं पाइप्ड प्राकृतिक गैस के लिए अतिरिक्त स्थान की आवश्यकता नहीं होती । पाइप्ड प्राकृतिक गैस सुविधाजनक तो है ही, साथ ही सामान्य गैस सिलेंडर की तुलना में सस्ती भी है। इसके बिलों को आसानी से ऑटो-पे मोड (Auto-pay mode) पर रखा जा सकता है। इसके अलावा बिल भुगतान करने के संदेश भी लगातार प्राप्त होते रहते हैं। जिन घरों में बच्चे होते हैं, वहां हमेशा इस बात का डर रहता है कि कहीं बच्चे सिलेंडर के आसपास न खेल रहे हों, लेकिन पाइप्ड प्राकृतिक गैस के साथ यह चिंता भी खत्म हो जाती है। यह पर्यावरण-समर्थक भी है, इसलिए इसका उपयोग करना पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3L7okOK
https://bit.ly/3T3iQq0
https://bit.ly/3L9sQwb
https://bit.ly/3YDBR3J

चित्र संदर्भ

1. गैस पाइपलाइन और सिलेंडर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. प्राकृतिक गैस पाइप को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. गैस में खाना बनाती महिला को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
4. गैस पाइपलाइन संरचना को संदर्भित करता एक चित्रण (Construction World)



RECENT POST

  • जौनपुर शहर की नींव, गोमती और शारदा जैसी नदियों पर टिकी हुई है!
    नदियाँ

     18-09-2024 09:14 AM


  • रंग वर्णकों से मिलता है फूलों को अपने विकास एवं अस्तित्व के लिए, विशिष्ट रंग
    कोशिका के आधार पर

     17-09-2024 09:11 AM


  • क्या हैं हमारे पड़ोसी लाल ग्रह, मंगल पर, जीवन की संभावनाएँ और इससे जुड़ी चुनौतियाँ ?
    मरुस्थल

     16-09-2024 09:30 AM


  • आइए, जानें महासागरों के बारे में कुछ रोचक बातें
    समुद्र

     15-09-2024 09:22 AM


  • इस हिंदी दिवस पर, जानें हिंदी पर आधारित पहली प्रोग्रामिंग भाषा, कलाम के बारे में
    संचार एवं संचार यन्त्र

     14-09-2024 09:17 AM


  • जौनपुर में बिकने वाले उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है बी आई एस
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     13-09-2024 09:05 AM


  • जानें कैसे, अम्लीय वर्षा, ताज महल की सुंदरता को कम कर रही है
    जलवायु व ऋतु

     12-09-2024 09:10 AM


  • सुगंध नोट्स, इनके उपपरिवारों और सुगंध चक्र के बारे में जानकर, सही परफ़्यूम का चयन करें
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     11-09-2024 09:12 AM


  • मध्यकाल में, जौनपुर ज़िले में स्थित, ज़फ़राबाद के कागज़ ने हासिल की अपार प्रसिद्धि
    मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक

     10-09-2024 09:27 AM


  • पृथ्वी पर सबसे दुर्लभ खनिजों में से एक है ब्लू जॉन
    खनिज

     09-09-2024 09:34 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id