Post Viewership from Post Date to 19-Jan-2024 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2488 224 2712

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

19वीं सदी में सीता राम के पेंट ब्रश ने रामपुर के सबसे पुराने चित्रों को चित्रित किया!

रामपुर

 19-12-2023 09:42 AM
द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

सीता राम, 19वीं सदी की शुरुआत में एक अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली और रचनात्मक भारतीय कलाकार थे। उनकी अधिकांश कलाकृतियाँ भारत के इतिहास की एक आकर्षक झलक प्रदान करती हैं। उन्होंने अपने द्वारा देखे गए परिदृश्यों और वास्तुकला की कई जलरंग पेंटिंग (Watercolor Painting) बनाईं। सीता राम पहले कलाकार थे, जिन्होंने हॉजेस और डेनियलज़ (Hodges And Daniels) जैसे कलाकारों की तकनीकों और शैलियों को पूरी तरह से समझा और अपनाया। वह पहले भारतीय कलाकार थे, जिनके पास अपने देश के परिदृश्य और स्थलाकृति को पूरी तरह से पकड़ने के लिए तकनीकी कौशल और कलात्मक दृष्टि थी। 1970 तक सीता राम के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध थी! लेकिन 1974 में, दो एल्बम, जिनमें सीता राम के नाम की 46 पेंटिंग थीं, लंदन (London) में सोथबी की नीलामी (Sotheby's Auction) में बेची गईं। इनमें फलों और पौधों की पेंटिंग का एक एल्बम, और मुर्शीदाबाद से पटना तक के एंटाइटल्ड व्यूस वॉल्यूम 1 (Entitled Views By Seeta Ram From Moorsheedabad To Patna Vol.1) और सीता राम द्वारा सिकंदरा से आगरा तक के दृश्य वॉल्यूम Ix. (Views By Seeta Ram From Secundra To Agra Vol Ix.) थे। इन सभी एल्बमों में भारत के प्रासंगिक भाग के दृश्यों और स्मारकों के स्थलाकृतिक दृश्यों के 23 बड़े जलरंग चित्र शामिल थे। वॉल्यूम Ix की एक पेंटिंग 'द ग्रेट गन ऑफ आगरा (The Great Gun Of Agra) है, जिसे 1986 में ब्रिटिश संग्रहालयों के लिए अधिग्रहण किया गया था। इन एल्बमों के अन्य चित्रों को भारतीय चित्रों के कई प्रमुख संग्रहकर्ताओं द्वारा अधिग्रहित किया गया।। इसके बाद अज्ञात रहे सीता राम को 'अपने समय का सबसे प्रतिभाशाली और बहुमुखी भारतीय कलाकार' माना जाने लगा। सीता राम ने दिल्ली में 'सुरम्य' कला विद्यालय (Picturesque) की शुरुआत को स्पष्ट रूप से प्रभावित किया, जो महान कलाकार गुलाम अली खान और उनके समूह से जुड़ा था। सीता राम के उल्लेखनीय कार्यों में ब्रिटिश लाइब्रेरी (British Library, London) में संरक्षित, लखनऊ को चित्रित करता, "इमामबाड़ा की ओर जाने वाला द्वार और रोमा दुरौज़े (रूमी दरवाज़ा) का पूर्वी भाग" नामक चित्र शामिल है। यह पेंटिंग लॉर्ड हेस्टिंग्स के लिए बनाई गई थी। सीता राम एक स्थलाकृतिक चित्रकार थे, जिन्होंने 1813-1823 तक बंगाल के गवर्नर-जनरल लॉर्ड हेस्टिंग्स (Governor-General Lord Hastings) की पत्नी लेडी हेस्टिंग्स (Lady Hastings) के लिए काम किया था। वह 1814 से 1815 तक बंगाल और उत्तर-पश्चिम प्रांतों के दौरे पर भी हेस्टिंग्स के साथ शामिल हुए थे। 1813 से 1823 तक सीता राम और हेस्टिंग्स ने कोलकाता से लेकर जींद तक की यात्रा की। इस दौरान सीता राम ने इमारतों और परिदृश्यों के 229 दृश्य चित्रित किये। इन चित्रों को 10 एल्बमों में एकत्रित किया गया और हेस्टिंग्स द्वारा इंग्लैंड ले जाया गया। अपनी यात्राओं के दौरान उन्होंने रोहिलखंड क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर चित्रकारी की। ये पेंटिंग हमारे क्षेत्र का एक दृश्य रिकॉर्ड प्रदान करती हैं, जो फोटोग्राफी के आविष्कार से बहुत पहले बनाई गई थीं। उनकी 10 एल्बमों में रामपुर की उत्तम जल रंग की पेंटिंग भी देखी जा सकती हैं जो रामपुर के शुरुआती विवरणों में से एक हैं। एक अन्य चित्र में सीता राम ने रामपुर के निकट मुरादाबाद में चार यूरोपियों, जो कि लार्ड हेस्टिंग्स के सेवक थे, को सुन्दर जल रंगों के साथ चित्रित किया है।ये सभी महावत के साथ एक हाथी पर बैठे हैं तथा एक चालक लाठी लिए हुए उनके पीछे चल रहा है। ब्रिटिश शासनकाल में कई ब्रिटिश अधिकारी रोहिलखण्ड में अक्सर आते रहते थे। लॉर्ड हेस्टिंग्स (Lord Hastings) उन्हीं में से एक थे। भारत में अंग्रेजों की संपत्ति का निरीक्षण करने और भारतीय शासकों और कुलीनों से मिलने तथा नेपाल के साथ मौजूदा युद्ध पर कड़ी नज़र रखने के लिए कमांडर-इन-चीफ (Commander-In-Chief) के रूप में उनकी क्षमता को देखने के लिए, हेस्टिंग्स ने कलकत्ता से पंजाब और वापसी की यात्रा की। हेस्टिंग्स के साथ उनकी पत्नी और छोटे बच्चे भी थे। साथ में उनके सचिव और उनका परिवार और 150 सिपाही और बंगाल सेना की एक बटालियन (Battalion) भी उनके साथ जा रही थी। नदी की यात्रा को दर्शाती कुछ पेंटिंग (Paintings) भारतीय चित्रकला में सबसे शांत और सुंदर कृतियों में से एक हैं। यात्रा का एक अन्य प्रमुख उद्देश्य हेस्टिंग्स के लिए नए नवाब विज़ीर गाजी अल-दीन हैदर से मिलना था। 1995 में ब्रिटिश संग्रहालयों की पेशकश के साथ सीता राम के अन्य शेष एल्बमों (II-VIII और X) को भी अभिग्रहित किया गया। संग्रह में सभी 25 एल्बमों में भारतीय, चीनी और ब्रिटिश कलाकारों के चित्र थे।

संदर्भ
https://tinyurl.com/4d4x4n7j
https://tinyurl.com/34fn97px
https://tinyurl.com/2s2fejek
https://tinyurl.com/mt8my2hy

चित्र संदर्भ
1. सीता राम द्वारा चित्रित संभवतः किसी किले के प्रवेश द्वार को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
2. सीता राम द्वारा चित्रित काशीपुर में पहाड़ों के पार मार्च करते यात्रियों को दर्शाता एक चित्रण (blogs.bl.uk)
3. सीता राम द्वारा चित्रित हरिद्वार के घाट को दर्शाता एक चित्रण (blogs.bl.uk)
4. सीता राम द्वारा चित्रित ब्रिटिश शासित भारत में एक महल के चित्र को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
5. कलकत्ता के एक चित्रकार द्वारा चित्रित सीता राम के चित्र को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
6. एक अन्य चित्र में सीता राम ने रामपुर के निकट मुरादाबाद में चार यूरोपियों, जो कि लार्ड हेस्टिंग्स के सेवक थे, को सुन्दर जल रंगों के साथ चित्रित किया है। ये सभी महावत के साथ एक हाथी पर बैठे हैं तथा एक चालक लाठी लिए हुए उनके पीछे चल रहा है। को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)
7. सीता राम द्वारा चित्रित कलां मस्जिद के पूर्वी भाग की ओर उसके प्रवेश द्वार और उसके शिखर को दर्शाता एक चित्रण (प्रारंग चित्र संग्रह)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • मेहरगढ़: दक्षिण एशियाई सभ्यता और कृषि नवाचार का उद्गम स्थल
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:26 AM


  • बरोट घाटी: प्रकृति का एक ऐसा उपहार, जो आज भी अनछुआ है
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, रोडिन द्वारा बनाई गई संगमरमर की मूर्ति में छिपी ऑर्फ़ियस की दुखभरी प्रेम कहानी
    म्रिदभाण्ड से काँच व आभूषण

     19-11-2024 09:20 AM


  • ऐतिहासिक तौर पर, व्यापार का केंद्र रहा है, बलिया ज़िला
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:28 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर चलें, ऑक्सफ़र्ड और स्टैनफ़र्ड विश्वविद्यालयों के दौरे पर
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, विभिन्न पालतू और जंगली जानवर, कैसे शोक मनाते हैं
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:15 AM


  • जन्मसाखियाँ: गुरुनानक की जीवनी, शिक्षाओं और मूल्यवान संदेशों का निचोड़
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:22 AM


  • जानें क्यों, सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में संतुलन है महत्वपूर्ण
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, जूट के कचरे के उपयोग और फ़ायदों के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:20 AM


  • कोर अभिवृद्धि सिद्धांत के अनुसार, मंगल ग्रह का निर्माण रहा है, काफ़ी विशिष्ट
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:27 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id