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महामारी के बाद कार्यालयों के डिजाइन बदलने की मांग क्यों बढ़ने लगी है?

रामपुर

 26-06-2023 10:10 AM
वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली

यदि आप काम करने के लिए कार्यालय अर्थात ऑफिस (Office) जाते हैं, अथवा नहीं भी जाते, तब भी आपने टीवी (TV) या अपने मोबाइल (Mobile) पर आमतौर पर ऐसे कार्यालयों को जरूर देखा होगा, जिनमें किसी कर्मचारी के काम करने के लिए, डिब्बे के आकार की एक छोटी सी जगह होती है, जहां पर कर्मचारी को उसकी पानी की बोतल, उसके कंप्यूटर और एक कागज की टू-डू लिस्ट (To-Do-List) के अलावा कुछ भी नहीं दिखाई देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन (Lockdown) ने घर से काम करने वाले कर्मचारियों की आदत को इतना बदल दिया है कि, आज दुनिया भर की कई बड़ी कंपनियां अपने कार्यालयों के डिजाइन (Design) या कर्मचारियों के काम करने तथा बैठने की व्यवस्था में बड़े बदलाव करने लगी हैं। महामारी के बाद अधिकांश व्यवसाय यह मानने लगे हैं कि, उन्हें अपने कार्यालयों को प्रकृति, शहर और आसपास के सार्वजनिक स्थान के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। हमने कार्यालयों को दुनिया के बाकी हिस्सों से अलग-थलग कर दिया गया था । लेकिन कोरोना महामारी के बाद हमारे काम करने का तरीका काफी हद तक बदल गया है और इसके परिणामस्वरूप कार्यालयों को भी बदलने की जरूरत है।
 ऐसे तीन महत्वपूर्ण कारक हैं जिन्होंने कार्य वातावरण के परिवर्तन में योगदान दिया है।
1.ज्ञान-आधारित डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलाव
2.कोरोना महामारी का प्रभाव ,
3.काम की बदलती धारणा वास्तुकार या आर्किटेक्ट (Architect) इन चुनौतियों का समाधान करने और नए रुझानों के अनुरूप, भविष्य हेतु कार्यालय बनाने के रचनात्मक तरीके तलाश रहे हैं। महामारी ने साबित कर दिया है कि लोग घर से भी प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं, तथा काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बना सकते हैं। इसलिए आज के समय में यह जरूरी हो गया है कि हमारे कार्यालयों को हमारे घर से अधिक बेहतर होना चाहिए। आज हमें कार्यालय के भीतर आकर्षक और एर्गोनोमिक वातावरण (Ergonomic Environment), सामाजिक जुड़ाव, सोचने के लिए शांत जगह और बहुमुखी स्थान प्रदान करने की आवश्यकता पड़ रही है। हमें अपने कार्यालयों के डिज़ाइन को और अधिक बायोफिलिक (Biophilic) बनाने की आवश्यकता है।
“बायोफिलिक डिजाइन”, से हमारा तात्पर्य ऐसे कार्यस्थलों को बनाने से है, जहां कर्मचारियों की सेहत और उत्पादकता में सुधार के लिए प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग किया गया हों। यह प्रकृति के साथ मनुष्य के आंतरिक बंधन को मजबूत करते हैं। बायोफिलिक कार्यालय का प्राकृतिक वातावरण और माहौल, हमारे दिमाग में पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र (Parasympathetic Nervous System) को प्रेरित करते हैं, जिससे तनाव कम होता है और विभिन्न स्वास्थ्य लाभ होते हैं। तनाव कम होने पर कर्मचारी अधिक स्पष्ट रूप से सोच सकते हैं और अपने काम को अधिक कुशलता से कर सकते हैं। इसके अलावा बायोफिलिक डिज़ाइन एक शांतिपूर्ण वातावरण बनाता है, जो कर्मचारियों को ध्यान केंद्रित करने की अनुमति भी देता है। बायोफिलिक डिजाइन के तहत कार्यालय में पौधों और वनस्पतियों को शामिल करने से वायु की गुणवत्ता में सुधार होता है और एक शांतिपूर्ण वातावरण बनता है। यहां पर बहते पानी या पक्षियों की चहचहाहट जैसी बाहरी आवाज़ों की नकल करने से तनाव कम हो सकता है। बायोफिलिक कार्यालय में बारिश, घास और साइट्रस (Citrus) जैसी प्रकृति की सुगंधों का उपयोग करने से वातावरण संवेदी हो सकता है, जो कि सकारात्मकता को बढ़ावा दे सकता है। अत्यधिक वातानुकूलित कार्यालयों में उत्पादकता बढेगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी काफी कम होंगी। महामारी ने छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों यानी एसएमई (SME) की कार्य शैली को भी बदल दिया है। उन्हें भी डिजिटल तकनीकों (Digital Technologies) के अनुकूल होना पड़ा है। आधुनिक कार्यबल की जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्किटेक्ट और डिजाइनर भी अब एसएमई के लिए नए कार्यालयों पर पुनर्विचार कर रहे हैं। आधुनिक व्यवसायों के लिए, लचीले कार्यस्थान, व्यक्तिगत कार्यालयों वाले पारंपरिक कार्यालय अब कम व्यावहारिक हो गए हैं। आज का कार्यबल अधिक सहयोगी वातावरण चाहता है। इसीलिए एसएमई आज कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्लाउड-आधारित तकनीकों (Cloud-Based Technologies) का उपयोग भी कर रहे हैं। आज वास्तुकार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing), सहयोग उपकरण और ऑनलाइन स्टोरेज (Online Storage) को ध्यान में रखते हुए कार्यालय डिजाइन करने लगे हैं। एसएमई के बीच स्मार्ट भवन (Smart Building) भी लोकप्रिय हो रहे हैं। महामारी, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक मुद्दों से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए कर्मचारियों की देखभाल भी जरूरी है। स्मार्ट भवन या इमारतें ऊर्जा दक्षता को अनुकूलित करती हैं और यहाँ पर कर्मचारियों की देखरेख के लिए सेंसर भी लगे होते हैं जो लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रहे होते हैं। इन्ही सब कारणों की वजह से कार्यस्थलों के डिजाईनों में बड़े बदलाव की मांग उठी है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/ms4y9tcp
https://tinyurl.com/5ee3b2vx
https://tinyurl.com/23sj3x84

चित्र संदर्भ

1. प्रकृति के साथ सहबद्ध कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
2. खुले और प्राकृतिक तत्वों को शामिल किये हुए कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)
3. एक कार्यस्थल में हरियाली की संतुलित मात्रा को दर्शाता चित्रण (Pixabay)
4. एक शानदार कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (PixaHive)
5. एक रचनात्मक कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (wikimedia)



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