भारत में बेरोजगार युवाओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती नजर आ रही है। बेहतर नौकरी की तलाश में आज की युवा पीढ़ी इंटरनेट की सहायता लेने लगी हैं। लेकिन यहाँ पर भी कई मौका परस्त लोग इन युवाओं की नाज़ुक स्थिति और अज्ञानता का नाजायज फायदा उठाकर, उन्हें नौकरी के लुभावने प्रलोभन दे रहे हैं, तथा उन्हें ऑनलाइन घोटालों (Online Scams) का शिकार बना रहे हैं। (repetition) यहाँ तक की कई बार तो उन्हें जानलेवा ख़तरों का भी सामना करना पड़ रहा है।
नौकरी दिलाने वाले चैट-आधारित (Chat- based) मंच, हायरेक्ट (Hirect) की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में 56% नौकरी चाहने वाले लोग रोजगार की तलाश करते समय ऑनलाइन घोटालों का शिकार होते हैं। साथ ही अध्ययन से यह भी पता चलता है कि विशेष रूप से 20-29 वर्ष की आयु समूह के लोग इस प्रकार कीधोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, टीयर 1 शहरों (Tier 1 Cities) जैसे मुंबई, बेंगलुरु और गुरुग्राम में तकनीकी और गैर-तकनीकी पदों की मांग अधिक है। इन शहरों में सबसे अधिक मांग वाले तकनीकी पदों में फुल स्टैक इंजीनियर (Full Stack Engineer), जावा इंजीनियर (Java Engineer), आईटी तकनीकी सहायक (IT Technical Assistant), .NET और PHP डेवलपर शामिल हैं।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs (MEA) द्वारा भी भारतीय आईटी पेशेवरों को फर्जी नौकरी की पेशकश से बचने से संबंधित चेतावनी जारी की गई है। मंत्रालय के अनुसार, थाईलैंड (Thailand) में स्थापित होने का दावा करने वाली कई कंपनियों द्वारा नौकरी के झूठे प्रस्तावों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जबकि वास्तव में ये कंपनियां कॉल सेंटर धोखाधड़ी (Call Center Fraud) और क्रिप्टोकरेंसी चोरी (Cryptocurrency Theft) जैसे घोटालों में संलित्प हैं। नौकरी की पेशकश , दुबई और भारत में स्थित सोशल मीडिया (Social Media) मंचों और बिचौलियों के माध्यम से की जा रही है, और वे थाईलैंड में “डिजिटल बिक्री और विपणन अधिकारी (Digital Sales & Marketing Officer)" जैसे आकर्षक पदों पर भर्ती कराने का वादा करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि इन फ़र्जी नौकरी के प्रस्तावों को स्वीकार करने वाले लोगों को थाइलैंड और म्यांमार में कठोर परिस्थितियों में काम करने के लिए बंदी बनाए जाने का खतरा है। खुद को बचाने के लिए, भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि नौकरी की पेशकश को स्वीकार करने से पहले किसी भी विदेशी नियोक्ता और भर्ती एजेंटों की साख को अवश्य सत्यापित कर लें।
हाल ही में, म्यांमार में भारतीय दूतावास ने ऐसे ही एक घोटाले के शिकार हुए 30 से अधिक भारतीयों को बचाया था। कई श्रमिकों को म्यांमार के एक ऐसे क्षेत्र में ले जाया गया जहां सुरक्षा मुद्दों के कारण पहुंचना मुश्किल है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने पहले इन फर्जी नौकरी के प्रस्तावों के बारे में भारतीय युवाओं को चेतावनी जारी की थी और सूचित किया था कि 60 भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से म्यावाडी (Myawaddy), म्यांमार में रखा गया था। यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि म्यांमार का म्यावाडी क्षेत्र म्यांमार सरकार के अधीन नहीं है। भारत सरकार द्वारा लगभग 50 श्रमिकों को म्यांमार से भारत वापस लाया गया है; इसके अलावा कंबोडिया (Cambodia) और लाओस (Laos) से भी 80 श्रमिकों को बचाया गया है । म्यांमार में बिना वीजा के अवैध रूप से प्रवेश करने के कारण कुछ श्रमिक अभी भी म्यांमार पुलिस की हिरासत में हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) के अनुसार दुबई (Dubai), बैंकॉक (Bangkok) और कुछ भारतीय शहरों में बिचौलियों के माध्यम से काम कर रही फर्जी आईटी कंपनियां सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए भारतीय कर्मचारियों की भर्ती कर रही थीं। कुछ धोखाधड़ी वाली आईटी कंपनियां डिजिटल स्कैमिंग (Digital Scamming) और जाली क्रिप्टोकरेंसी में लिप्त हैं। बीते कुछ वर्षों के दौरान वित्तीय धोखाधड़ी या फर्जी नौकरी घोटालों, में भारी वृद्धि हुई है। फर्जी नौकरियों से संबंधित घोटालों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, सरकार द्वारा कुछ उपयोगी सुझाव और जानकारी जारी की गई है,जिससे लोगों को यह पहचानने में मदद मिल सकती है कि नौकरी की पेशकश वास्तव में असली है या नकली।
नकली नौकरी की पेशकश के 5 संकेत:
➊अस्पष्ट नौकरी विवरण: यदि नौकरी का विवरण या भूमिका की आवश्यकताएं अस्पष्ट हैं या विवरण की कमी है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि नौकरी की पेशकश नकली है।
➋त्वरित प्रस्ताव पत्र: यदि नियोक्ता के साथ प्रारंभिक बातचीत के बाद बहुत जल्दी प्रस्ताव पत्र प्राप्त हो जाता है, तो यह एक घोटाले का संकेत हो सकता है। हायरेक्ट के मुताबिक भी, आवेदन मिलने से लेकर प्रस्ताव पत्र जारी करने तक कंपनियों को उम्मीदवार को काम पर रखने में औसतन एक हफ्ते का वक्त लगता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो यह स्थिति संदेहनीय है।
➌खराब लिखित ईमेल: नौकरी के ईमेल आमतौर पर पेशेवर रूप से लिखे जाते हैं, इसलिए यदि आपको कोई ऐसा ईमेल प्राप्त होता है जो खराब लिखा गया है या जिसमें लिखित भाषा का व्याकरण गलत है, तो यह खतरे का संकेत हो सकता है।
➍भुगतान के लिए अनुरोध: यदि नियोक्ता नौकरी की पेशकश के बदले में भुगतान मांगता है, तो यह सबसे अधिक संभावना है कि यह एक नकली नौकरी की पेशकश है।
➎गोपनीय जानकारी के लिए अनुरोध: यदि साक्षात्कारकर्ता नौकरी के साक्षात्कार के दौरान गोपनीय जानकारी मांगता है, तो सतर्क रहें और कोई व्यक्तिगत विवरण साझा न करें।
इंटरनेट सुरक्षा के बारे में बच्चों और माता-पिता तथा आम जनता को शिक्षित करने के लक्ष्य के साथ इंटरनेट के सुरक्षित और बेहतर उपयोग को बढ़ावा देने वाली एक यूरोपीय संस्था इंसेफ (InSafe) द्वारा आज 7 फरवरी, 2023 को, 20वां ‘सुरक्षित इंटरनेट दिवस’ (Safer Internet Day (SID) दुनिया भर में मनाया जा रहा है । इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य सभी के लिए सुरक्षित और बेहतर इंटरनेट को बढ़ावा देना है। इस दिन करीब 15 देशों में उत्सव मनाया जाता है । 2009 में शुरू हुआ यह आयोजन दुनिया भर के लोगों को एक सुरक्षित ऑनलाइन समुदाय बनाने में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है। इनसेफ, इंटरनेट सुरक्षा के बारे में चिंतित व्यक्तियों को शिक्षा और सहायता प्रदान करता है। ‘सुरक्षित इंटरनेट दिवस’ सभी कंपनियों के लिए ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में उपभोक्ताओं की समझ बढ़ाने का एक अवसर है।
संदर्भ
https://bit.ly/3WZ057r
https://bit.ly/40jVAY7
https://bit.ly/3jngODK
https://bit.ly/3Y8pWLa
चित्र संदर्भ
1. ऑनलाइन नौकरी घोटालों को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr, pxhere)
2. ऑनलाइन नौकरी को संदर्भित करता एक चित्रण (Hirect)
3. क्रिप्टोकरेंसी चोरी को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
4. ऑनलाइन नौकरी को दर्शाता करता एक चित्रण (Pix4free)
5. सुरक्षित इंटरनेट दिवस को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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