2020 में संख्या में भारी गिरावट के बाद और कोविड-19 के विश्व भर में छाए हुए प्रकोप के बावजूद
भी, 2021 के पहले दो महीनों में लगभग 72,000 भारतीयों को अध्ययन के लिए विदेश जाते देखा
गया है। भारत से लगभग 6 लाख छात्र प्रत्येक वर्ष पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं, जिनमें से लगभग
आधे कनाडा (Canada) और संयुक्त राज्य अमेरिका(United States of America) जाते हैं। विदेश
मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी 2021 के अंत तक, 85देशों में 10.9 लाख से
अधिक भारतीय छात्र अध्ययन कर रहे थे।2021 से पहले के पांच वर्षों में, लगभग 22 लाख भारतीयछात्र पढ़ने के लिए विदेश गए थे और उनमें से लगभग एक चौथाई सिर्फ आंध्र प्रदेश और पंजाब से
थे। वास्तव में, केवल छह राज्यों (आंध्र, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक) में कुल
मिलाकर विदेश जाने वाले सभी छात्रों का 56% हिस्सा है।
विदेश में पढ़ाई करना छात्रों के लिए जीवन बदलने वाला अनुभव हो सकता है। अपने वैश्विक संजाल
को बढ़ाने से लेकर नई संस्कृति का अनुभव करने तक, आपकी शिक्षा और व्यवसाय को होने वाले
लाभ महत्वपूर्ण हैं।न केवल छात्र विदेशों में स्नातक विद्यालय में अध्ययन करने में सक्षम हैं, बल्कि
ऐसा करने से आपकी शिक्षा और आपके व्यवसाय को भी जबरदस्त लाभ हो सकते हैं।निम्न में आप
अपनी शिक्षा के किसी भी स्तर पर, लेकिन विशेष रूप से स्नातक स्तर पर विदेश में अध्ययन करने
के लाभों के बारे में जान सकते हैं:
# आपके भाषा कौशल में सुधार करता है :विदेश में अध्ययन करके, आपको अपने भाषा कौशल को
सुधारने का अवसर मिलेगा। कक्षा में किसी भाषा का अध्ययन करना फायदेमंद होता है, लेकिन इसे
वास्तविक दुनिया में लागू करना एक पूरी तरह से अलग अनुभव होता है।यह संभावना है कि आप
भाषा को तेजी से सीखेंगे क्योंकि आप इसका नियमित रूप से अभ्यास कर रहे हैं। इसके साथ ही
आप उन संवादी भाषा को भी चुन सकते हैं, जिन्हें आपने कक्षा में नहीं पढ़ा है, जिससे आप स्थानीय
लोगों की तरह बोलने में सक्षम होंगे।अपने भाषा कौशल को विकसित करने से आपके व्यवसाय पर
भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बहुराष्ट्रीय या वैश्विक उपस्थिति वाले संगठनों में काम करते समय
दूसरी भाषा में बिना स्र्कावट की बोलचाल अक्सर सहायक होती है।
# शिक्षण की एक अलग शैली का अनुभव करने को मिलता है :प्रत्येक देश की शिक्षण की अपनी
अनूठी शैली होती है। विदेश में अध्ययन करने से आपको अपने शैक्षणिक क्षितिज का विस्तार करने
और विभिन्न शैक्षिक समायोजन के अनुकूल होने की क्षमता विकसित करने में मदद मिल सकती है।
साथ ही शिक्षण की विभिन्न शैलियों को अपनाने से आपको विभिन्न प्रबंधन शैलियों के साथ
तालमेल बिठाने में मदद मिल सकती है, जिससे आप कार्यस्थल में अधिक बहुमुखी बन सकते हैं।
# नियोक्ताओं को प्रभावित करने में मदद करता है : विदेश में पढ़ाई करने से आपको अपना
व्यवसाय शुरू करने और कार्यबल में अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिल सकती है। यह आपको
भविष्य और वर्तमान नियोक्ताओं को यह दिखाने का अवसर प्रदान करता है कि आपके पास एक
अलग वातावरण के अनुकूल होने के लिए खुले विचार, संसाधनशीलता और मुहिम मौजूद है।वहीं कई
नियोक्ता ऐसे स्नातकों की तलाश में हैं जिनके पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है।
# आपके समूह को बढ़ाने में मदद करता है :विदेश में पढ़ाई करने से आपको दुनिया भर के लोगों के
साथ अमूल्य संबंध बनाने में मदद मिलती है। आप ऐसे लोगों से मिलने का अवसर प्राप्त करते हुए
अपने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को विस्तृत करते हैं जो जीवन भर के मित्र बन सकते हैं।कुछ संपर्क
प्रशिक्षण, नौकरी की पेशकश और व्यापार भागीदारों सहित व्यवसायिक अवसरों को भी दिला सकती
हैं।
# नई संस्कृतियों और दृष्टिकोणों के बारे में जानने में मदद करता है : एक अलग संस्कृति के साथ
आपका अनुभव आपको अपने विश्वदृष्टि का विस्तार करने की अनुमति देता है। विदेश में अध्ययन
करके, आप नए दृष्टिकोणों के बारे में जानेंगे और अंतर-सांस्कृतिक जागरूकता को विकसित करेंगे।
इसके अलावा, किसी अन्य संस्कृति का अनुभव करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसमें डूब
जाएं, और ऐसा करने का आदर्श तरीका दूसरे देश में रहना है।
# आपका आत्मविश्वास विकसित करने में मदद करता है : अपने आप को किसी अन्य संस्कृति में
तल्लीन करके, आप व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक मूल्यवान जीवन कौशल विकसित करते हैं,
जिसमें स्वतंत्रता और अनुकूलन क्षमता शामिल है। ये कौशल आपको अपने व्यक्तिगत और
व्यावसायिक जीवन में आत्मविश्वास का अतिरिक्त बढ़ावा दे सकते हैं।
जबकि विदेश में स्नातक की डिग्री कम कीमत के साथ प्राप्त की जा सकती है, लेकिन यह पूरा
उतना महंगा पड़ सकता है जितना कि आपका अपने देश में रहकर पढ़ाई करने पर खर्चा आएगा।
वहीं यदि आप किसी गैर-अंग्रेज़ी-भाषी देश में अध्ययन कर रहे हैं, तो आपके पास भाषा कौशल
हासिल करने या उसमें सुधार करने के भरपूर अवसर प्राप्त होंगे। हालाँकि, यदि आपका प्रवाह कम है,
तो आपको अंशकालिक काम खोजने में कठिनाइयाँ हो सकती हैं।अंतर्राष्ट्रीय संपर्क और स्नातक स्तर
की पढ़ाई के बाद विदेशों में काम करने के अवसर अधिक होते हैं। लेकिन यदि आप अपनी डिग्री
अर्जित करने के बाद अपने देश लौटने का इरादा रखते हैं, तो आप स्थानीय संपर्क से चूक सकते हैं।
साथ ही विदेश में रहकर पढ़ाई करने से आपको घर की याद आ सकती है।
संदर्भ :-
https://bit.ly/3yswquK
https://bit.ly/3KRvQto
https://bit.ly/3KTUg5t
https://bit.ly/3P6MKaI
https://bit.ly/3wa4IjU
चित्र संदर्भ
1 अलग-अलग देशो के छात्रों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. 2018 से कनाडा में भारतीयों का प्रमुख छात्र समूह रहा है। को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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