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अंतरिक्ष की सैर करना हर किसी का सपना होता है, तथा वर्जिन गेलेक्टिक (Virgin Galactic)
और ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) जैसी वाणिज्यिक स्पेसफ्लाइट (Spaceflight) कंपनियां इस
सपने को साकार करने में मदद कर रही हैं। हालांकि इसके लिए आपको एक बहुत बड़ी
कीमत चुकानी होगी।वर्जिन गेलेक्टिक और ब्लू ओरिजिन जैसी कंपनियां अब मशहूर हस्तियों
और नागरिकों को अंतरिक्ष की यात्रा करने के लिए विशेष अवसर प्रदान कर रही हैं।जबकि
भारत अगले कुछ वर्षों में अंतरिक्ष में मनुष्यों को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, वहीं
केंद्र सरकार अपने मसौदे 'ह्यूमन इन स्पेस पॉलिसी 2021' (Humans in Space Policy
2021)दस्तावेज़ में बदलाव कर सकती है, ताकि कार्यक्रम में निजी स्पेस-टेक स्टार्टअप
(Space-tech startup) को शामिल किया जा सके। यह माना जा रहा है, कि 2022 में भारतीय
अंतरिक्ष नीति उस भूमिका को परिभाषित करेगी जो निजी स्टार्टअप देश की मानव अंतरिक्ष
उड़ान महत्वाकांक्षाओं में निभाएंगे।2022 में अपेक्षित अंतरिक्ष नीतियों में अंतरिक्ष परिवहन,
'ह्यूमन इन स्पेस पॉलिसी, रिमोट सेंसिंग (Remote sensing),उपग्रह संचार और भी बहुत
कुछ शामिल है।'ह्यूमन इन स्पेस पॉलिसी निजी कंपनियों पर भी लागू होगी।स्काईरूट
एयरोस्पेस (Skyroot Aerospace) और अग्निकुल कॉसमॉस (Agnikul Cosmos) दो भारतीय
अंतरिक्ष स्टार्टअप हैं जो अपने स्वयं के रॉकेट बना रहे हैं।
दोनों ने हाल ही में अपने इंजनों
का प्रदर्शन और परीक्षण कियाहै। स्काईरूट और अग्निकुल कॉसमॉस दोनों ही 2022 में
अंतरिक्ष में अपना पहला रॉकेट लॉन्च करने के लिए तैयार हैं।भारत उन गिने-चुने देशों में से
एक है, जिन्होंने चांद और मंगल पर प्रोब (Probes) भेजे हैं। लेकिन इसके अंतरिक्ष कार्यक्रम
का सबसे प्रभावशाली हिस्सा इसकी लागत-प्रभावशीलता है। अन्य सरकारी अंतरिक्ष संगठनों
के विपरीत, भारत की एजेंसी उद्योग में सबसे कम लागत-प्रति-किलोग्राम के साथ अत्यंत
कुशल है।अब वाणिज्यिक स्पेसफ्लाइट कंपनियों की मदद से एक पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष
की सैर की जा सकती है।निजी स्पेसफ्लाइट के उदय के साथ, अंतरिक्ष यात्रा की लागत कम
होती जा रही है,लेकिन यह अभी भी सस्ता नहीं है।आप कहां तक जा रहे हैं, लागत इस बात
पर भी निर्भर करती है।यदि आप केवल 62 मील ऊंची कर्मन (Karman) रेखा को पार करना
चाहते हैं जो ऊपरी वायुमंडल और बाहरी अंतरिक्ष के बीच की सीमा को चिह्नित करती है, तो
वर्जिन गेलेक्टिक से यात्रा का मूल्य 250,000 डॉलर होगा।दुनिया के पहले निजी अंतरिक्ष
यात्री, डेनिस टीटो (Dennis Tito) नाम के एक धनी अमेरिकी (American) इंजीनियर ने कथित
तौर पर 2001 में अंतरिक्ष में आठ दिन बिताने के लिए 20 मिलियन डॉलर का भुगतान
किया था।सर्क्यू डू सोलेइला(Cirque du Soleil)के सह-संस्थापकगाइ लालिबर्टे (Guy Laliberté) ने
2009 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा के लिए 35 मिलियन डॉलर खर्च किए
थे।संतोष जॉर्ज (Santhosh George) भारत के वे पहले व्यक्ति हैं, जो अंतरिक्ष पर्यटक के रूप
में अंतरिक्ष की सैर करेंगे।उनसे पहले अमेजॉन (Amazon) के संस्थापक जेफ बेजोज (Jeff
Bezos) और वर्जिन गैलैक्टिक के रिचर्ड ब्रांसन (Richard Branson) अंतरिक्ष की यात्रा कर चुके
थे।
अंतरिक्ष पर्यटन एक महत्वपूर्ण नया उद्यम है, हालांकि यह कई मुद्दों को उठाता है जिन्हें
संबोधित किया जाना चाहिए।इन मुद्दों में चिकित्सा सुविधाएं,माइक्रोग्रैविटी (Microgravity) से
जुड़े जोखिम, नैतिक मुद्दे शामिल हैं।परंपरागत रूप से, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजे
जाने से पहले कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है और चिकित्सा जांच की जाती है।लेकिन अंतरिक्ष
पर्यटन के इस नए युग में, ऐसा प्रतीत होता है कि मेडिकल स्क्रीनिंग (Medical screening)
नहीं की जाएगी और केवल न्यूनतम पूर्व-उड़ान प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।विभिन्न प्रकार
के लोग अब अंतरिक्ष में जा रहे हैं, और आने वाले वर्षों में मनुष्यों द्वारा चंद्रमा और उससे
आगे जाने की संभावना के साथ, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है, कि यदि कोई अंतरिक्ष में
मर जाता है तो क्या होगा?अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून के तहत, सभी राष्ट्रीय अंतरिक्षगतिविधियों (चाहे वे सरकारी हों या निजी) को अधिकृत करने और उनका पर्यवेक्षण करने के
लिए व्यक्तिगत देश स्वयं जिम्मेदार हैं।संयुक्त राज्य अमेरिका में, वाणिज्यिक पर्यटक
अंतरिक्ष उड़ानों को लॉन्च करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है, जिसे फेडरल
एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (Federal Aviation Administration) द्वारा जारी किया जाता है।यदि
किसी व्यक्ति की मृत्यु वाणिज्यिक पर्यटन मिशन पर होती है, तो मृत्यु के कारण का
निर्धारण करने की आवश्यकता होगी। यदि एक अमेरिकी अंतरिक्ष यान प्रतिभागी की मृत्यु
अंतरिक्ष यान में यांत्रिक खराबी के कारण होती है, तो यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन
कंपनी द्वारा आगे की लॉन्चिंग को एक जांच के लिए स्थगित किया जा सकता है।पर्यटन
मिशनों पर अंतरिक्ष में बिताया गया समय वर्तमान में कुछ मिनटों से लेकर कुछ दिनों तक
है। इसका मतलब है कि प्राकृतिक कारणों से अंतरिक्ष में मौत का जोखिम बहुत कम है,
हालांकि असंभव नहीं।जैसे-जैसे अंतरिक्ष यात्रा के अवसरों का विस्तार हो रहा है, दुर्घटनाओं,
बीमारी या उम्र के कारण, यह अपरिहार्य है कि अंतरिक्ष में या किसी अन्य खगोलीय पिंड पर
मृत्यु संभव है।
अंतरिक्ष में मानव लाश के तैरने पर देशों को आपत्ति हो सकती है, यह
अंतरिक्ष मलबे से पैदा होने वाले बढ़ते मुद्दों में भी योगदान दे सकता है।समय के सा
थअंतरिक्ष में मानव अवशेषों के भंडारण और निपटान के लिए निस्संदेह तकनीकी समाधान
होंगे। लेकिन अंतरिक्ष में मौत से सम्बंधित नैतिक मुद्दे मानवशास्त्रीय, कानूनी और
सांस्कृतिक सीमाओं से परे हैं। इस बात पर विचार करना असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन
यह उन कई वार्तालापों में से एक है जिनकी हमें आवश्यकता होगी,क्योंकि भविष्य में मनुष्य
एक अंतरिक्ष-प्रजाति बन सकता है।
संदर्भ:
https://bit.ly/3GWIztl
https://bit.ly/342Zj3x
https://bit.ly/3nQj99p
https://bit.ly/33Jd9Z5
https://nbcnews.to/3tQ1baR
चित्र संदर्भ
1. अंतरिक्ष यात्री क्रू ड्रैगन डेमो -2 बॉब और डौग को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. PSLV-C11 SLP. को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. अपने सह सदस्यों के साथ जेफ बेजोज को दर्शाता एक चित्रण (Ars Technica)
4. ब्रह्मांड को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)