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रामपुर में एक वांछित परिणाम के रूप में सामने आ रहे हैं,पैदल यात्री या यातायात मुक्त क्षेत्र

लखनऊ

 17-12-2021 11:07 AM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

शहरीकरण के साथ-साथ लोगों की एक स्थान से दूसरे स्थान में आवाजाही में भी वृद्धि हो रही है।अधिक से अधिक लोग यातायात के लिए अपने वाहनों का उपयोग करते हैं तथा सड़कों पर ऐसा कोई भी खाली स्थान नहीं दिखाई देता है,जहां पर कोई वाहन न चल रहा हो। ऐसी परिस्थिति में दुर्घटनाओं की संभावना और भी अधिक बढ़ जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए अमेरिका (America) और यूरोपीय (European) नगरों के बड़े शहरों में पैदल यात्री क्षेत्र या यातायात मुक्त क्षेत्र एक वांछित परिणाम के रूप में सामने आए हैं।
एक संघीय अनुदान कार्यक्रम जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के समय ग्रामीण राजमार्ग-निर्माण के लिए बहुत वांछनीय माना गया था या जो उस समय अत्यधिक लोकप्रिय था,वह अब फुटपाथ, बाइक और सार्वजनिक ट्रांजिट से जुड़ी परियोजनाओं के पक्ष में बदल गया है।एक विश्लेषण के अनुसार स्थिरता और इक्विटी के साथ अमेरिकी बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण (Rebuilding American Infrastructure with Sustainability and Equity - RAISE) फंड का केवल 5% हिस्सा ही नई सड़कों का समर्थन करेगा,और 10% हिस्से का उपयोग सड़क क्षमता बढ़ाने वाली परियोजनाओं में किया जाएगा। शेष हिस्से का उपयोग अन्य प्रकार की परियोजनाओं जैसे अटलांटा (Atlanta) में फ्रीवे कैप (Freeway cap),सिनसिनाटी (Cincinnati) में ग्रीनवे (Greenway) परियोजना,ओमाहा (Omaha), मिसौला (Missoula) और चार्लोट (Charlotte) में पारगमन योजना, तथा डेनवर (Denver), ओकलैंड (Oakland) और विलमिंगटन (Wilmington) में पैदल यात्री क्षेत्रों और बाइक सुरक्षा सुधार में किया जाएगा।नए और व्यापक राजमार्गों के लिए RAISE फंडिंग 2020 से नाटकीय रूप से गिर रही है।जो बाइडन प्रशासन के तहत, कार-मुक्त परिवहन के लिए अधिक अनुदान दिया जा रहा है।प्रशासन स्पष्ट रूप से सड़कों के विस्तार से अधिक पैदल चलने वालों, बाइक और पारगमन को प्राथमिकता दे रहा है। इन परियोजनाओं का असर केवल विदेशों में ही नहीं बल्कि भारत में भी देखा जा सकता है।दिल्ली ने भी अब पहाड़गंज और चांदनी चौक में पैदल यात्रियों के लिए कुछ जोन बनाए हैं। दिल्ली वर्तमान समय में चांदनी चौक और करोल बाग में दो प्रमुख पैदल यात्री परियोजनाओं पर काम कर रही है।यदि दिल्ली के लिए मास्टर प्लान 2041 के मसौदे द्वारा किए गए प्रस्तावों को लागू किया जाता है, तो वाणिज्यिक और मिश्रित-भूमि उपयोग वाले क्षेत्रों में ऐसी कई सड़कें दिखाई देंगी, जो केवल पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाई गयी हैं।मसौदे में यह सिफारिश की गई है कि बाजारों में स्थानीय निकाय 9 मीटर से कम चौड़ाई वाली सड़कों को उन सड़कों में बदल दे जहां, लोग पैदल चल सकते हैं। स्थानीय निकाय मौजूदा सड़कों के साथ यातायात प्रबंधन, पार्किंग और सार्वजनिक स्थानों में भी सुधार के लिए योजना तैयार कर रहे हैं।पैदल यात्रियों के लिए सड़कों की अवधारणा भी दिल्ली मास्टर प्लान 2021 का हिस्सा थी, लेकिन यह उस समय अमल में नहीं आई। लेकिन वर्तमान मसौदे में ऐसी सड़कों के निर्माण के बुनियादी ढांचे पर अधिक जोर दिया गया है। यह पता लगाने के लिए कि किन क्षेत्रों पर अतिक्रमण किया गया है,और यातायात की आवाजाही जारी है, इसकी पहले जमीनी जांच भी की गई। नया मास्टर प्लान एक बार फिर इन छोटी पैदल यात्री वाली सड़कों पर ध्यान केंद्रित करेगा। एजेंसियां ​​​​और ट्रैफिक पुलिस उन विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान कर रही हैं,जहां भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।मसौदे के अनुसार,सामरिक शहरीकरण विशिष्ट समय अवधि के लिए सड़कों को पूरी तरह से पैदल यात्री क्षेत्रों में परिवर्तित करने के उपायों को प्रोत्साहित करता है, ताकि समग्र यातायात प्रवाह बाधित न हो।सड़क डिजाइन नियम, जो अब मसौदे का हिस्सा है, में कहा गया है कि यदि 18 मीटर या उससे कम की सड़क की चौड़ाई वाली सड़कों पर पैदल यात्री यातायात 8,000 प्रति घंटे से अधिक है, तो पूरी सड़क की चौड़ाई पैदल चलने के लिए अधिसूचित की जानी चाहिए। वहीं हम रामपुर की बात करें तो पिछले 3 सालों में हमें भी इस क्षेत्र में काफी सफलता प्राप्त हुई है।रामपुर यातायात पुलिस 12 घंटे के लिए भीड़भाड़ वाले कुछ इलाकों में वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के लिए पूरी तरह तैयार है, ताकि व्यस्त क्षेत्रों में नियमित यातायात की भीड़ से निवासियों को राहत प्रदान की जा सके।नई यातायात योजना के अनुसार,चार पहियावाहन,दो पहिया वाहन,सार्वजनिक परिवहन वाहन जैसे तिपहिया,ई-रिक्शा आदि को भीड़भाड़ वाले कुछ क्षेत्रों में चलने से प्रतिबंधित किया जाएगा।अधिकारियों के अनुसार प्रमुख इलाकों में यातायात कर्मियों को तैनात किया जाएगा तथा बैरिकेडिंग की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे के बीच वाहन प्रवेश न करें। इस कठिन निर्णय का उद्देश्य शहर को यातायात अराजकता से मुक्त करना है। यह उम्मीद की गयी है, कि नई ट्रैफिक योजना सफल होगी।इसके अलावा, मुक्त यातायात आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख बाजारों में स्थानीय दुकानदारों और विक्रेताओं को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए सड़कों पर कब्जा न करें, क्यों कि इससे सड़कों पर भीड़भाड़ होती है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3yq2rlg
https://bloom.bg/3pXT4W7
https://bit.ly/3GF8Ews

चित्र संदर्भ
1. रामपुर की गलियों को दर्शाता एक चित्रण (prarang)
2. पैदल यात्री क्षेत्र को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. चांदनी चौक टाउन हॉल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. रामपुर की गलियों को दर्शाता एक चित्रण (prarang)



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