समयसीमा 234
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 960
मानव व उसके आविष्कार 744
भूगोल 227
जीव - जन्तु 284
Post Viewership from Post Date to 10- Dec-2021 (30th Day) | ||||
---|---|---|---|---|
City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
2494 | 98 | 2592 |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आर्ट (Artificial intelligence Art)‚ कृत्रिम बुद्धिमत्ता की
सहायता से बनाई गई किसी भी कलाकृति को संदर्भित करती है। जिसमें एआई
(AI) प्रणाली द्वारा स्वायत्त रूप से बनाए गए कार्य तथा मानव और एआई प्रणाली
के बीच सहयोग वाले कार्य शामिल होते हैं। एआई कला बनाने के लिए कई यंत्र
रचनाएं हैं‚ जिसमें गणितीय पैटर्न का उपयोग करके छवियों की प्रक्रियात्मक
‘नियम-आधारित’ जनरेशन सहित‚ एल्गोरिदम (algorithms)‚ जो ब्रश स्ट्रोक
(brush strokes) तथा अन्य विचित्र या रंग-बिरंगे प्रभावों का अनुकरण करते हैं‚
और कृत्रिम बुद्धिमत्ता या गहन शिक्षण एल्गोरिदम (deep learning algorithms)
जैसे उत्पादक प्रतिकूल तंत्र तथा परिवर्तक शामिल हैं।
सबसे पहली और महत्वपूर्ण एआई कला प्रणालियों में से एक ऐरोन (AARON) है‚
जिसे 1960 के दशक के अंत में हेरोल्ड कोहेन (Harold Cohen) द्वारा विकसित
किया गया था। उनके डिजाइन के बाद से‚ एआई कलाकारों द्वारा अक्सर जनरेटिव
एडवरसैरियल नेटवर्क (जीएएन) (Generative Adversarial Networks (GANs))
का उपयोग किया जाता रहा है। ये मशीन लर्निंग (machine learning) तंत्र का
एक वर्ग है‚ जिसे इयान गुडफेलो (Ian Goodfellow) और उनके सहयोगियों द्वारा
जून 2014 में डिजाइन किया गया था। 2015 में गूगल द्वारा डीपड्रीम (Deep
Dream) जारी किया गया‚ जो एआई कला के सबसे अधिक प्रसिद्ध उपकरणों में
से एक है। डीपड्रीम‚ एल्गोरिथम पेरिडोलिया (algorithmic pareidolia) के माध्यम
से छवियों में पैटर्न को खोजने और सुधारने के लिए एक दृढ़ तंत्रिका नेटवर्क
(convolutional neural network) का उपयोग करता है‚ इस प्रकार
सावधानीपूर्वक अति-संसाधित छवियों में एक ड्रीम जैसा साइकेडेलिक
(psychedelic) रूप बनाता है।
ओपनएआई (OpenAI) ने जनवरी 2021 में अपने एक एल्गोरिदम “DALL-E” का
उपयोग करके बनाई गई छवियों की एक श्रृंखला जारी की है। प्रोग्राम‚ विविध पाठ
संकेतों के आधार पर विभिन्न प्रकार के चित्र और आरेखण बनाने के लिए एआई
का उपयोग कर सकता है। कृत्रिम रूप से बुद्धिमान प्रणालियाँ धीरे-धीरे मनुष्यों
द्वारा पहले किए जा चुके कार्यों को अपना रही हैं‚ जिनमें कई प्रक्रियाओं में
दोहराव भी शामिल है। सरल गतिविधियों से जुड़ी कई प्रक्रियाएं पहले से ही पूरी
तरह से स्वचालित हो चुकी हैं।
कला जगत में अभिग्रहण के प्रश्न से घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ प्रश्न
आलोचनात्मक स्वीकार्यता का प्रश्न है। फ्राइडर नेक (Frieder Nake)‚ 1960 के
दशक की कंप्यूटर कला के संबंध में इस सोच की एक सामान्य आलोचना प्रस्तुत
करते हैं‚ जिसे एआई कला के बारे में लिखा जा सकता था: “चित्रों की दुनिया में
आज प्रगति वैसी ही है‚ जैसी फैशनेबल कपड़ों और कारों की दुनिया में होती है‚
मुझे ऐसा लगता है कि “कंप्यूटर कला” इन नवीनतम विधानों में से एक है‚ जो
किसी दुर्घटना से उभर रहा है‚ कुछ समय के लिए खिल रहा है‚ पूर्वाग्रह और भ्रम
के साथ-साथ उत्साहपूर्ण अति-आकलन के आधार पर ऊपरी “दार्शनिक” तर्क के
लिए एक विषय वस्तु है‚ जो अगले विधान को जगह देने के लिए कहीं भी गायब
नहीं हो रहा है। “एक कंप्यूटर रचनात्मक है” या “एक कंप्यूटर एक कलाकार है”‚
इस तरह के प्रश्नों को गंभीर प्रश्न नहीं माना जाना चाहिए।
बीसवीं सदी के अंत में जिन समस्याओं का हम सामना कर रहे हैं‚ उनके आलोक
में वे अप्रासंगिक प्रश्न हैं।” अंत में हम तर्क दे सकते हैं कि कलाकारों के रूप में
मशीनों का सवाल उतना ही पुराना है जितना कि कंप्यूटर हैं। बार्बिकन शो
(Barbican show) की समीक्षा में‚ जोनाथन जोन्स (Jonathan Jones) ने
गार्जियन (Guardian) में मारियो क्लिंगमैन (Mario Klingemann’s) के खंड
‘सर्किट प्रशिक्षण’ (Circuit Training) के बारे में लिखा: “यह कला के सबसे उबाऊ
कार्यों में से एक है‚ जिसे मैंने कभी अनुभव किया है। उत्परिवर्ती चेहरे किसी भी
तरह से भाववाहक या अर्थपूर्ण नहीं हैं। उनके पीछे स्पष्ट रूप से एक फोटोकॉपियर
की तुलना में अधिक “बुद्धिमत्ता” नहीं है‚ जो गलती से “दिलचस्प” मानभंग पैदा
करता है।” यदि फ्राइडर नेक (Frieder Nake) के साथ हुए साक्षात्कार को देखा
जाए‚ तो यह दृश्य “मैं वास्तव में इसे पसंद नहीं करता!” से परिचित होना चाहिए।
पिछले कुछ वर्षों में‚ भाषा बनाने वाले एआई में भी भारी मात्रा में प्रगति हुई है।
उदाहरण के लिए‚ ओपनएआई (OpenAI) का जीपीटी-3 (GPT-3)‚ एक भाषा
जनरेटर है‚ जिसे 570 गीगाबाइट मूलपाठ पर प्रशिक्षित किया गया है‚ और यह
अद्भुत प्रत्यापक निबंध लिखने में सक्षम हैं। गूगल‚ निश्चित रूप से भाषा जनरेटर
पर भी काम कर रहा है‚ और इसका नवीनतम संस्करण आपको एक महान कवि
की तरह लिखने में मदद करता है। गूगल का नया एआई उपकरण‚ पद्य से पद्य
(Verse by Verse)‚ जो बोइंग बोइंग (Boing Boing) के माध्यम से आता है‚
उपयोगकर्ताओं को शास्रीय अमेरिकी (American) कवियों के “सुझावों” का उपयोग
करके एक कविता लिखने की अनुमति देता है। एआई इन सुझावों को‚ कवियों के
संबंधित कार्यों को पढ़ने से प्राप्त होने के आधार पर उत्पन्न करता है। अर्थात‚
प्रोग्राम किसी विशेष कवि के काम के भाषा पैटर्न की पहचान करने के लिए
मशीन-लर्निंग एल्गोरिदम (machine-learning algorithms) का उपयोग करता है‚
फिर उन्हें सुझावों के रूप में उत्पन्न पाठ पर लागू करता है। यह उपकरण
उपयोगकर्ताओं को‚ सुझावों के लिए 22 अमेरिकी कवियों (American poets) में
से चयन करने की अनुमति देकर काम करता है; जिसमें वॉल्ट व्हिटमैन (Walt
Whitman)‚ एमिली डिकिंसन (Emily Dickinson) और एडगर एलन पो (Edgar
Allen Poe) जैसे दिग्गज शामिल हैं। एक उपयोगकर्ता द्वारा अधिकतम तीन
कवियों का चयन करने के बाद‚ वे उस कविता का प्रकार चुनते हैं जिसे वे लिखना
चाहते हैं। प्रोग्राम‚ मुक्त छंद और रुबाई सहित काव्य रूपों की पेशकश करता है‚
और यहां तक कि उपयोगकर्ताओं को प्रति पंक्ति शब्दांशों की संख्या का चयन
करने की अनुमति भी देता है। उपयोगकर्ता तब प्रोग्राम को पहली पंक्ति देते हैं‚
और यह वास्तव में शेष कविता को उत्पन्न करता है। एआई पंक्ति दर पंक्ति
सुझाव देता है‚ हालांकि‚ इसे अन्य शीर्ष भाषा जनरेटर (top language
generators) की तुलना में अधिक परस्पर संवादात्मक बनाता है। यह निबंध
जनरेटर (essay generator)‚ जो ओपनएआई (OpenAI) के जीपीटी-2 (GPT-2)
कार्यक्रम का उपयोग करता है‚ उदाहरण के लिए उपयोगकर्ता से प्रारंभिक लाइन भी
मांगता है‚ लेकिन फिर बाद में सभी लेखन स्वयं ही करता है।
संदर्भ:
https://bit.ly/3DftMbH
https://bit.ly/3D4a02s
https://bit.ly/3wv1K9f
https://bit.ly/3BTWoFK
चित्र संदर्भ
1. रोबोट द्वारा स्वयं की गई अपनी ही चित्रकारी को दर्शाता एक चित्रण (Live Science)
2 VQGAN और OpenAI के CLIP का उपयोग करके बनाई गई कलाकृति को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से निर्मित "अ लॉस्ट पिकासो" पेंटिंग को को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. ओपनएआई (OpenAI) को संदर्भित करता एक चित्रण (AI Trends)
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.