समयसीमा 245
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 942
मानव व उसके आविष्कार 740
भूगोल 219
जीव - जन्तु 273
Post Viewership from Post Date to 05- Aug-2022 (30th Day) | ||||
---|---|---|---|---|
City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
2246 | 11 | 2257 |
यदि आप आज इस लेख को पढ़ने और समझने में सक्षम हैं, तो इसका पूरा श्रेय आपके द्वारा
अर्जित किये गए हिंदी भाषा के ज्ञान को जाता है! वह भाषा ही है जिसके माध्यम से प्रारंग और हिंदी
पाठकों की आपसी समझ दिन-प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं की,
विश्व की पहली भाषा कला को माना जाता है? आज हम कला के प्रति अपने आभार व्यक्त करते
हुए, भाषा और कला के बीच के मजबूत आपसी संबंध को समझने के साथ-साथ यह भी जानेगे की,
कैसे कला ने इंसानों को सोचने का एक नया मंच प्रदान करते हुए मानव भाषा के विकास को
उत्प्रेरित कर किया।
एक नया अध्ययन सिद्धांतित करता है की, हजारों साल पहले, एक प्रारंभिक मानव एक गुफा के
भीतर गहराई तक गया, जहां दीवारों से ध्वनि गूंजती थी। बोलने या चलने से, उन्होंने खुर (hoof)
के समान ही ध्वनि उत्पन्न की। इस प्रकार उन्होंने एक खुर वाले जानवर को आकर्षित किया होगा!
वे उसी कौशल का उपयोग कर रहे होंगे, जिसने सबसे पहले भाषा के विकास को प्रेरित किया।
जर्नल फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी (Journal Frontiers in Psychology) में प्रकाशित, रिपोर्ट से
पता चलता है कि, गुफा कला ध्वनिक "हॉट स्पॉट" (जहां पर ध्वनियां अधिक गूंजे) में बनाई गई
थी। क्योंकि शुरुआती इंसान ध्वनिक ध्वनियों को चित्रों में परिवर्तित कर रहे थे।
अध्ययन के शोधकर्ताओं ने ध्यान दिया कि, पहली भाषा लगभग 100,000 साल पहले विकसित
हुई थी। गुफा कला के सबसे पुराने रूप लगभग 40,000 साल पहले के मिले थे। साओ पाउलो
विश्वविद्यालय (University of Sao Paulo) के एक भाषाविद् विटोर नोब्रेगा (Vitor Nobrega)
के अनुसार, "हम अनुमान लगा सकते हैं कि मानव भाषा एक अमूर्त प्रतीकात्मक प्रणाली के रूप में
उभरी होगी, जबकि गुफा और रॉक कला, या किसी अन्य पद्धति के रूप में, इसकी अभिव्यक्ति
बहुत देर से हुई हो सकती है।"
उन्होंने अपने अध्ययन में दक्षिण अफ्रीका में ब्लॉम्बोस गुफा (Blombos Cave) को देखा, जिसमें
ज्यामितीय उत्कीर्णन (geometric engraving) शामिल थे। वे सुझाव देते हैं कि यह चिह्न
आंतरिक विचारों के बाहरी रूप का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भाषा के लिए जिम्मेदार मस्तिष्क में कुछ क्षेत्र कब आकार लेने लगे, यह देखने के लिए मनोविज्ञान
प्राचीन खोपड़ी का अध्ययन कर सकते हैं! लेकिन फिर भी यह कहना मुश्किल है कि, मनुष्य ने कब
बोलना शुरू किया? क्योंकि भाषा लिखे जाने से बहुत पहले ही, मौखिक रूप से बोली जाती थी।
पुरातत्वविदों ने सिद्धांत दिया है कि भाषा के शुरुआती प्रमाण मोतियों या परिवर्तित वस्तुओं में
पाए जा सकते हैं, जैसे हड्डियां जिनका उपयोग दिनों की गिनती से लेकर उपस्थिति लेने तक
किसी भी चीज़ के लिए किया जाता रहा हो। अंटार्कटिका को छोड़कर, अकेले दक्षिणी अफ्रीका में एक
लाख से अधिक गुफा कला छवियों के साथ ही हर प्रमुख महाद्वीप पर गुफा और रॉक कला के
साक्ष्य पाए जा सकते हैं।
हजारों वर्षों से, प्रारंभिक मनुष्यों ने इन चित्रों को बनाने के लिए बड़ी मात्रा
में प्रयास किए! प्रतीकात्मक सोच दिखाने वाली गुफा कला के प्रसिद्ध उदाहरणों में अर्जेंटीना में
क्यूवा डे लास मानोस (Cueva de las Manos in Argentina) में दिखाए गए हाथ या फ्रांस में
लास्कॉक्स गुफाओं (Lascaux Caves) के भीतर चित्रित बाइसन (bison) भी शामिल हैं। जानकार
मानते हैं की गुफा कला द्वारा प्रदर्शित प्रतीकात्मक सोच भाषा के उद्भव से जुड़ती है, क्योंकि उन
सभी कलाकृतियों का स्थान विषय वस्तु और ध्वनि के बीच संबंध दिखाता है।
माना जाता है कि दृश्य कला और श्रवण ध्वनियों के बीच यह संबंध, जिसे शोधकर्ता "क्रॉस-
मोडलिटी सूचना हस्तांतरण" (cross-modality information transfer") कहते हैं, ने मानव
भाषा के तत्वों को पूर्वाभास करते हुए प्रतीकात्मक सोच को व्यक्त करने की प्रारंभिक मनुष्य की
क्षमता को बढ़ाया है। जिस तरह गुफा कला क्रिया, वस्तुओं और संशोधनों को दिखाती है, उसी तरह
मानव भाषा में क्रिया, संज्ञा और विशेषण होते हैं। बदले में, कला और भाषा दोनों आंतरिक
मानसिक स्थिति को व्यक्त करने के लिए प्रतिनिधि बन जाते हैं।
इंसानी सभ्यता के पूरे इतिहास में, मनुष्यों ने अन्य मनुष्यों के साथ संवाद करने के लिए, कहानियों
को दृष्टिगत रूप से बताया है। पाषाण युग की गुफा चित्र, मेसोपोटामिया की सिलेंडर सील
(Mesopotamian cylinder seal), मिस्र के मकबरे की राहतें, मूल अमेरिकी पेट्रोग्लिफ्स (Native
American Petroglyphs), धार्मिक प्रतीक, राजनीतिक प्रचार पोस्टर, कम्युनिस्ट युग सामाजिक
यथार्थवाद, और सामाजिक सशक्तिकरण की समकालीन छवियां, सभी खुद को हमारे साझा मानव
अनुभव की रचनात्मक अभिव्यक्तियों के रूप में प्रस्तुत करते हैं।
एक लिखित या बोली जाने वाली भाषा के विपरीत, जिसे सीखने में अधिक समय लगता है,
चित्रात्मक भाषा का अप्रत्यक्ष और स्पष्ट दोनों स्तरों पर तत्काल प्रभाव पड़ता है। दृश्य कला वह
भाषा है जो हमें मानवीय अनुभव की विशालता में अपने अंतर्संबंध को महसूस करने में मदद करती
है।
संदर्भ
https://bit.ly/3a9Dm6q
https://on.natgeo.com/3yzMlap
https://bit.ly/3aaq0Hd
चित्र संदर्भ
1. गुफा कला को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. भीमबेटका गुफा चित्र को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व जोगीमारा गुफा शिलालेख, ब्राह्मी लिपि, छत्तीसगढ़ को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. मेसोपोटामिया - ग्रिफिन, मानव और एक पंख वाली डिस्क के साथ सिलेंडर सील को दर्शाता एक चित्रण (Picryl)
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.