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राजशाही या नवाबी के दौर में सिंहासन को नवाबों की शान समझा जाता था! अर्थात सिंहासन कीभव्यता को राजाओं की ख्याति या लोकप्रियता से जोड़कर देखा जाता था। हमारे लखनऊ शहर को
नवाबों की नगरी के नाम से जाना जाता है और हमारे शहर की भी एक "लखनऊ सिंहासन कुर्सी
(Lucknow Throne Chair)” बेहद प्रसिद्ध है, जिसे लखनवी महलों की फर्नीचर विरासत का एक
दुर्लभ जीवित उदाहरण माना जाता है! चलिए इस शानदार कलाकृति के बारे में विस्तार से जानते
हैं।
नवाब गाजी-उद-दीन हैदर,और अवध के राजा (1814 से 1827 तक शासन) द्वारा तत्कालीन भारत
के गवर्नर-जनरल लॉर्ड एमहर्स्ट (Lord Amherst) को 1827 में उनकी लखनऊ यात्रा के दौरान एक
बेहद शानदार कलाकृति को उपहार स्वरूप दिया गया। जिसे आज "लखनऊ सिंहासन कुर्सी" के
नाम से जाना जाता है। अवध के नवाब की यह आकर्षक “सिंहासन कुर्सी”‚ जो उत्तर भारत में
लखनऊ के महल की वस्तुओं का एक दुर्लभ तथा अवशिष्ट उदाहरण है‚ अब लंदन (London) के
विक्टोरिया एंड अल्बर्ट संग्रहालय (Victoria & Albert Museum)‚ में प्रदर्शित की गई है। यह
संग्रहालय, एप्लाइड आर्ट्स (applied arts)‚ सजावटी कला (decorative arts) और डिजाइन
(design) का‚ दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय है‚ जिसमें 2.27 मिलियन से अधिक वस्तुओं का
स्थायी संग्रह है।
यह लकड़ी, पीतल, गिल्ट गेसो माउंट (gilt mount), चित्रित सजावट और नीले मखमली असबाब
से निर्मित एक शानदार कुर्सी थी। यह कुर्सी एक भारतीय शासक द्वारा अपने उपयोग किए जाने के
लिए बनवाई गई थी, इसे एक प्रसिद्ध स्कॉटिश कलाकार रॉबर्ट होम (Robert Home) द्वारा
डिजाइन किया गया था, जो लखनऊ में दरबारी चित्रकार थे।
रॉबर्ट होम को ऐतिहासिक दृश्यों के चित्रकार के रूप में जाना जाता है। वह 18वीं सदी के अंत और
19वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश भारत के एक महत्वपूर्ण चित्रकार थे, जिन्हें उनके लुभावने चित्रों,
इतिहास चित्रों, परिदृश्य और देशी जीवन के दृश्यों के लिए भारत के थॉमस होप (Thomas Hope
of India) के रूप में वर्णित किया जाता है। उनकी प्रसिद्ध पेंटिंग विक्टोरिया मेमोरियल
(Victoria Memorial), कोलकाता में भी प्रदर्शित की गई हैं।
वह उन चुनिंदा ब्रिटिश कलाकारों में से एक थे, जिन्होंने लगभग अपने पूरे लंबे करियर को भारत में
बिताया। होम ने ब्रिटिश और भारतीय राजनीतिक गणमान्य व्यक्तियों, दोनों के चित्रों को चित्रित
किया है। उनके पिता 'एक प्रतिष्ठित सर्जन' थे और रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स (Royal College
of Surgeons) के पहले अध्यक्ष भी थे।
पेंटिंग ब्रश को प्राथमिकता देते हुए, रॉबर्ट होम ने एंजेलिका कॉफ़मैन (Angelica Kaufman) के
तहत पेंटिंग का अध्ययन किया। उन्होंने 1780 तक रॉयल अकादमी में प्रदर्शन करना शुरू किया
और 1790 में भारत जाने से पहले इटली और आयरलैंड दोनों में काम किया। 1792 में मद्रास का
दौरा करने वाले थॉमस और विलियम डेनियल (Thomas and William Daniels) से प्रभावित
होकर, होम ने कई परिदृश्य तैयार किए जो वास्तुकला और भारतीय जीवन पर उत्कृष्ट ध्यान देते
हैं।
उनके विचारोत्तेजक और शांत वायुमंडलीय चित्र हमें भारत में ब्रिटिशों के दैनिक जीवन की एक
दुर्लभ झलक देते हैं, ऐसे समय में जब उपमहाद्वीप में ब्रिटेन की स्थिति नाटकीय परिवर्तन के दौर
से गुजर रही थी।
1795 में होम कलकत्ता चले गए। चूंकि होम, एक समयनिष्ठ, मिलनसार और मेहनती व्यक्ति, थे
जिस कारण वह जल्द ही कलकत्ता के मुख्य चित्रकार बन गए। उनकी रचनाओं में मुगल उदाहरणों
पर आधारित यह रत्न जड़ित स्वर्ण सिंहासन भी शामिल है। इस सिंहासन के विशिष्ट ब्रिटिश
डिजाइन को लखनऊ के शासकों के ट्विन-फिश बैज (twin-fish badge) से सजाया गया है। इस
सिंहासन या कुर्सी की सीधी भुजाएँ मध्य से ऊपर की ओर इंगित करती हैं। प्रत्येक भुजा टेढ़ी-मेढ़ी
शरीर वाली तीन सीधी मछलियों पर टिकी हुई है। इसकी ट्रैपेज़ॉइडल सीट (trapezoidal seat) को
बाद में, नीले मखमल-असबाबवाला कुशन के साथ सोने की चोटी और पाइपिंग के साथ लगाया
गया है! इसकी टाँगें, वर्गाकार खंड की, शंकुधारी और कृपाण के आकार की हैं।
कुर्सी के अन्य तत्व जैसे कि फ्लैट हथियार और हल्के से रीड वाले सामने के कृपाण पैर, संभवतः
थॉमस शेरेटन के कैबिनेट-मेकर (Thomas Sheraton's Cabinet-Maker), थॉमस होप के घरेलू
फर्नीचर और आंतरिक सजावट (1807) तथा जॉर्ज स्मिथ के काल्पनिक नियोक्लासिकल और
एपिप्टियन पुनरुद्धार फर्नीचर (Fantasy Neoclassical and Epiptean Revival Furniture)
डिजाइनों से प्रेरित थे।
1836 से 1842 तक गवर्नर रहे जनरल लॉर्ड ऑकलैंड (General Lord Auckland) को भी इसी
तरह के उपहारों से सम्मानित किया गया था। पटना के पास उन्हें 'एक हाथीदांत आर्म-कुर्सी' भेंट
की गई, और पंजाब में रणजीत सिंह ने उन्हें एक 'सोने की टांगों वाला एक बिस्तर दिया, जो पूरी
तरह से माणिक और पन्ना से जड़ा हुआ था।
संदर्भ
https://bit.ly/3yt2ehK
https://bit.ly/3OZSMcQ
https://bit.ly/3Ioa0xL
चित्र संदर्भ
1. लखनऊ सिंहासन कुर्सी को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. गवर्नर-जनरल लॉर्ड एमहर्स्ट, को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. प्रसिद्ध स्कॉटिश कलाकार रॉबर्ट होम को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. लखनऊ सिंहासन कुर्सी को दर्शाता एक चित्रण (Collections - V&A)
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