रोज़गार भारत में आज एक बहुत ही बड़ा मसला है। आवेदक ज़्यादा हैं लेकिन नौकरियाँ कम। इस रोज़गार की समस्या का निवारण करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन एक सेवायोजन विभाग स्थापित है। सेवायोजन विभाग की इस पहल में बेरोजगार अभ्यर्थियों का सम्प्रेषण कर उनको रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं। साथ ही साथ बेरोजगार अभ्यर्थियों को करियर काउंसलिंग के माध्यम से रोजगार के अवसरों की जानकारी दी जाती है। निजी क्षेत्र के नियोजकों को आमंत्रित कर रोजगार मेलों का आयोजन भी विभाग द्वारा किया जाता है ताकि अधिक से अधिक बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें। सेवायोजन विभाग की इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अभ्यर्थियों को एक पंजीकरण करवाना पड़ता है। यह पंजीकरण सेवायोजन विभाग जाकर भी करवाया जा सकता है तथा घर बैठे इन्टरनेट पर सेवायोजन विभाग की वेबसाइट पर जाकर भी कराया जा सकता है। सेवायोजन विभाग की वेबसाइट- www.sewayojan.up.nic.in रामपुर जिले की बात करें तो आज यहाँ कुल 12,027 बेरोज़गार सेवायोजन विभाग द्वारा पंजीकृत हैं। इनमें से 121 एम.कॉम. , 147 इंजिनियर , 612 एम.ए. , 53 एम.एस.सी. , 52 एम.बी.ए. किये हुए अभ्यर्थी हैं और यहाँ तक कि कुछ अभ्यर्थी तो पी.एच.डी. भी किये होने के बावजूद बेरोज़गार हैं। रामपुर जिले में हर महीने करीब 4 हज़ार युवा अपने जन्म की अठारवी सालगिरह मनाते हैं। परन्तु क्या हर महीने इतनी ही नौकरियां भी निर्मित हो रही हैं? 2011 जनगणना में वर्णित आबादी और वृद्धि दर के अनुसार आज रामपुर जिले की आबादी करीब 26,86,000 है। और इसमें से कार्यशील आयु वाली आबादी करीब साठ प्रतिशत (60%) है। मतलब रामपुर जिले में आज 16,11,600 नागरिक कार्य करने योग्य हैं। 2011 जनगणना के अनुसार रामपुर जिले की कुल आबादी के 32% लोगों के पास रोज़गार है। इस आधार पर हम ये अनुमान लगा सकते हैं कि आज रामपुर में 8,59,520 लोगों के पास रोज़गार है और 7,52,080 लोग बेरोज़गार हैं। मतलब नौकरी चाहने वाली आबादी में से सिर्फ डेढ़ प्रतिशत (1.5%) लोगों ने सेवायोजन की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करवाया है। तो आइये अब आ जाते हैं नौकरियों के आंकड़ों पर। सेवायोजन की वेबसाइट पर फिलहाल रामपुर की एक भी ना तो सरकारी और ना ही प्राइवेट नौकरी सूचीबद्ध है। तो क्या इसका अर्थ ये हुआ कि कमाने योग्य होते ही रामपुर जैसे शहर के युवा को अपना घर मजबूरन छोड़ना होगा? क्या एक सुखद जीवन के सपने को बड़े शहर जाकर ही साकार किया जा सकता है? यदि ऐसे ही सब बड़े शहर जाके बसने लगे तो एक एक करके छोटे शहर नक़्शे से गायब होते जाएँगे और यह स्थिति बहुत ही गंभीर है। अपने बेरोज़गार होने पर शर्मिंदा होने से अच्छा बेरोज़गारी ख़त्म करने की कोशिश करनी चाहिए। तथा सरकार द्वारा की गयी इस पहल का लाभ उठाते हुए सेवायोजन की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करवाएं। पंजीकरण करवाने के लिए कोई अनिवार्य योग्यता होने की आवश्यकता नहीं है। पंजीकरण के समय अपनी शिक्षा का विवरण करें तथा आपको उसी अनुसार नौकरी की रिक्तियाँ दिखाई जाएंगी। इस समय ज़रूरत है रामपुर जैसे शहरों में रोजगार सृजन की। ताकि नागरिकों को अपना आवास छोड़ रोज़ी रोटी का प्रबंध करने के लिए दूर ना जाना पड़े।
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