Post Viewership from Post Date to 22-Aug-2022 (30th Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2450 10 2460

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

भारत में प्रतिवर्ष 40 प्रतिशत भोजन की बर्बादी को रोकना है जरूरी

रामपुर

 23-07-2022 09:49 AM
साग-सब्जियाँ

भारत निर्विवाद रूप से एक कृषि प्रधान देश है! लेकिन हमारे देश में भोजन की बर्बादी और खाद्य सुरक्षा से संबंधित आंकड़े आपको हैरान और परेशान दोनों कर देंगे! संयुक्त राष्ट्र-भारत के अनुसार, भारत में लगभग 195 मिलियन लोग कुपोषित हैं, जो दुनिया की कुल भूख के बोझ का एक चौथाई है। लेकिन इस समस्या से उभरने के लिए भारत सरकार द्वारा खाद्य और कृषि क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण निवेश भी किये जा हैं, जो सफल होने पर खाद्य आपूर्ति श्रृंखला की कई अक्षमताओं को दूर कर सकते हैं! चलिए जानते हैं की वे निवेश कौन से हैं और कुपोषण से निपटने में हमारी सहायता कैसे कर सकते हैं?
प्राचीन भारतीय ज्ञान के अनुसार, भोजन को अमृत माना जाता है, और भोजन की बर्बादी को पाप माना जाता है। भारतीय ज्ञान हमें सिखाता है कि, हमें अपनी भूख से कम खाना चाहिए। हमें अपने पेट का 50% ठोस भोजन से और 25% तरल पदार्थ से भरना चाहिए और बाकी हिस्सा खाली रखना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं की इसके बावजूद दुनिया भर में एक तिहाई भोजन बर्बाद हो जाता है! आपको जानकर हैरानी होगी की इतना भोजन 3 अरब लोगों को खिलाने के लिए काफी है! एक आंकड़े के अनुसार भारत में औसतन एक व्यक्ति प्रतिदिन 137 ग्राम भोजन बर्बाद करता है। यानी प्रति सप्ताह 0.96 किलोग्राम या प्रति वर्ष 50 किलोग्राम। भारत में, 40% भोजन बर्बाद हो जाता है जो एक वर्ष में 92,000 करोड़ रुपये के बराबर होता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 2019 में विश्व स्तर पर अनुमानित 931 मिलियन टन भोजन बर्बाद हो गया! भारत में घरेलू खाद्य अपशिष्ट लगभग 68.7 मिलियन टन प्रति वर्ष है।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और सहयोगी संगठन (WRAP) की खाद्य अपशिष्ट सूचकांक रिपोर्ट 2021 में कहा गया है कि 2019 में लगभग 931 मिलियन टन खाद्य अपशिष्ट उत्पन्न हुआ, जिसमें से इकसठ प्रतिशत घरों से आया, 26 प्रतिशत खाद्य सेवा और 13 प्रतिशत खुदरा बाजार से निकला है! "इससे पता चलता है कि कुल वैश्विक खाद्य उत्पादन का 17 प्रतिशत बर्बाद हो जाता है!
भारत में, घरेलू खाद्य अपशिष्ट का अनुमान प्रति व्यक्ति, प्रति वर्ष 50 किलोग्राम या 68,760,163 टन प्रति वर्ष है। अमेरिका में घरेलू खाद्य अपशिष्ट का अनुमान प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष, 59 किलोग्राम है, जबकि चीन के लिए यह अनुमान प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष 64 किलोग्राम है। यूएनईपी के कार्यकारी निदेशक इंगर एंडरसन (Inger Anderson) के अनुसार "अगर हम जलवायु परिवर्तन, प्रकृति, जैव विविधता के नुकसान, प्रदूषण और कचरे से निपटने के लिए गंभीर होना चाहते हैं, तो दुनिया भर के व्यवसायों, सरकारों और नागरिकों को भोजन की बर्बादी को कम करने के लिए अपनी भूमिका निभानी होगी।" वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 8-10 प्रतिशत उन खाद्य पदार्थों से जुड़ा है जिनका उपभोग नहीं किया जाता है। "खाद्य अपशिष्ट को कम करने से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी, भूमि रूपांतरण और प्रदूषण के माध्यम से प्रकृति के विनाश को धीमा किया जा सकता है, भोजन की उपलब्धता में वृद्धि होगी और इस प्रकार वैश्विक मंदी के समय में पैसे की भी बचत होगी"।
वैश्विक खाद्य सुरक्षा संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उच्च स्तरीय विशेष कार्यक्रम में बोलते हुए, भारत की प्रथम सचिव, स्नेहा दुबे ने कहा कि COVID-19 महामारी और यूक्रेन में चल रहे संघर्षों ने ऊर्जा और खाद्य की बढ़ती कीमतों तथा वैश्विक लॉजिस्टिक आपूर्ति श्रृंखलाओं (global logistics supply chains) में व्यवधान के साथ विशेष रूप से विकासशील देशों में आम लोगों के जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
"यदि संघर्ष तुरंत बातचीत और कूटनीति के एक सार्थक मार्ग का रास्ता नहीं देता है, तो वैश्विक अर्थव्यवस्था में परिणाम और भी गंभीर होंगे जो वैश्विक दक्षिण के खाद्य सुरक्षा को सुरक्षित करने और 2030 तक भूख को मिटाने के प्रयासों को पटरी से उतार देंगे।
इस बीच भारत में (कम आय वाले समाज) जिनके पास पर्याप्त स्टॉक है, ने भी खाद्य कीमतों में अनुचित वृद्धि देखी है। COVID-19 महामारी और चल रहे संघर्षों के बीच भी, भारत ने हजारों मीट्रिक टन गेहूं, चावल, दाल, और के रूप में खाद्य सहायता प्रदान की है। इतने बड़े विश्वक संकट के बीच खाने की बर्बादी करने से बड़ी मूर्खता और क्या हो सकती है! नीचे कुछ साधारण से उपाय बताए जा रहे हैं, जो भोजन की बर्बादी रोकने और किसी भूखे का पेट भरने में आपकी सहायता कर सकते है
1. जागरूक दुकानदार और खरीदार बनें: आपको अपने खाने-पीने की चीजों की खरीदारी सोच- समझकर करनी चाहिए। खरीदारी करने जाने से पहले अपने मेनू की योजना बनाएं और अपने मेनू पर लिखित चीजें ही खरीदें। थोक में खरीदने से बचत होती है लेकिन कई बार खाद्य पदार्थों के साथ ऐसा नहीं होता है क्योंकि वे बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं। खाने-पीने की चीजों के लिए मुफ्त सौदों जैसे प्रस्तावों के झांसे में न आएं। आदर्श रूप से, आपको एक सप्ताह से अधिक समय तक खाद्य पदार्थ नहीं खरीदना चाहिए।
2. खाद्य पदार्थों को स्टोर करने के तरीके के बारे में जागरूक रहें: यदि आप थोक में भोजन खरीदते हैं, तो याद रखें कि भोजन को हवाबंद, सुरक्षित और लेबल वाले कंटेनरों में ठीक से स्टोर करें। कोशिश करें कि हमेशा मौसमी खाद्य पदार्थ ही खरीदें। मौसमी खाद्य पदार्थ खाना हमेशा आपके स्वास्थ्य और सेहत के लिए अच्छा होता है।
3. भोजन का उचित भंडारण भोजन के शेल्फ जीवन को बढ़ाने में मदद करता है और भोजन की बर्बादी को कम करता है। आप अपने ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) को फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
4. खाद बनाना, भोजन को बचाने के साथ-साथ खाद्य अपशिष्ट का पुन: उपयोग करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
5. जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए खाद्य बैंकों को अप्रयुक्त, पौष्टिक, सुरक्षित और अछूता भोजन दान किया जा सकता है। हाल ही में भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका के समूह - 'I2U2' - ने भारत में खाद्य सुरक्षा और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए $2 बिलियन की पहल का अनावरण किया, जिसके तहत खाद्य अपशिष्ट को कम करने, ताजे पानी के संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को नियोजित करने के लिए, अत्याधुनिक जलवायु-स्मार्ट प्रौद्योगिकियों को शामिल किया जाएगा। इसमें पूरे भारत में फूड पार्क और गुजरात में एक हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा परियोजना विकसित करने का कार्यक्रम भी शामिल है। इसके अंतर्गत संयुक्त अरब अमीरात, भारत भर में एकीकृत खाद्य पार्कों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए 2 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसमें खाद्य अपशिष्ट को कम करने, ताजे पानी के संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को रोजगार देने के लिए अत्याधुनिक जलवायु-स्मार्ट प्रौद्योगिकियों को शामिल किया जाएगा।

संदर्भ
https://bit.ly/3Oo3h8m
https://bit.ly/3crWZHE
https://bit.ly/3v1VoPh
https://bit.ly/3aQbLrg

चित्र संदर्भ
1. भोजन की बर्बादी और भूखे बच्चों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. वैश्विक खाद्य अपशिष्ट के विशाल पैमाने, को दर्शाता एक चित्रण (statist)
3. भूख से पीड़ित बच्चों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. बचे हुए भोजन को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
5. भोजन करते लोगों, को दर्शाता एक चित्रण (flickr)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • मेहरगढ़: दक्षिण एशियाई सभ्यता और कृषि नवाचार का उद्गम स्थल
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:26 AM


  • बरोट घाटी: प्रकृति का एक ऐसा उपहार, जो आज भी अनछुआ है
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, रोडिन द्वारा बनाई गई संगमरमर की मूर्ति में छिपी ऑर्फ़ियस की दुखभरी प्रेम कहानी
    म्रिदभाण्ड से काँच व आभूषण

     19-11-2024 09:20 AM


  • ऐतिहासिक तौर पर, व्यापार का केंद्र रहा है, बलिया ज़िला
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:28 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर चलें, ऑक्सफ़र्ड और स्टैनफ़र्ड विश्वविद्यालयों के दौरे पर
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, विभिन्न पालतू और जंगली जानवर, कैसे शोक मनाते हैं
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:15 AM


  • जन्मसाखियाँ: गुरुनानक की जीवनी, शिक्षाओं और मूल्यवान संदेशों का निचोड़
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:22 AM


  • जानें क्यों, सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में संतुलन है महत्वपूर्ण
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, जूट के कचरे के उपयोग और फ़ायदों के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:20 AM


  • कोर अभिवृद्धि सिद्धांत के अनुसार, मंगल ग्रह का निर्माण रहा है, काफ़ी विशिष्ट
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:27 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id