शार्क (Sharks) को खाद्य श्रृंखला के शीर्ष पर रखा गया है। यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि महासागर उनके बिना लगभग मृत समान हैं। शीर्ष शिकारियों के रूप में, शार्क अपने से छोटी मछलियों को खाती है। ये छोटी मछलियां अन्य छोटी मछलियों और जलीय जीवों को खाती हैं, तथा प्लवक स्तर तक यह क्रम चलता रहता है। यदि शार्क द्वितीय श्रेणी के शिकारी की संख्या को कम नहीं रखते हैं, तो उससे निचले स्तरों को वे जल्दी से खा लेंगे और वह स्तर गायब हो जाएगा। जीवों के लिए खाने के लिए कुछ नहीं बचेगा, और महासागरों में जीवन जल्दी समाप्त हो जाएगा। ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ मरीन साइंस (Australian Institute of Marine Science) हमें बताता है कि शार्क के हमले में हर साल लगभग दस लोग मारे जाते हैं। इसकी तुलना लगभग उन 150 लोगों से की जाती है जो नारियल के गिरने से मारे जाते हैं। जाहिर है, हमें शार्क से ज्यादा नारियल से डरना चाहिए!