हमारे पास ऐसे कई उपन्यास मौजूद हैं, जो पढ़ने वाले के मन में एक अमिट छाप छोड़ते हैं।लियो टॉल्स्टॉय (Leo Tolstoy) द्वारा लिखित वॉर एंड पीस (War and Peace) भी इन्हीं में से एक है, जो रूस (Russia) के साहित्य के उत्कृष्ट कार्यों में से एक है।टॉलस्टॉय ने यूरोपीय (European) इतिहास के सबसे ख़ूनी दौर को अपनी आँखों से देखा था, और शायद यही कारण है, कि उन्होंने यह उपन्यास लिखा।टॉल्सटॉय ऐसे जीवन की कल्पना करते थे जिसमें नफ़रत को प्रेम से जीता जा सके।'वॉर एंड पीस' नेपोलियन के दौर में रूस पर हुए फ़्रांसीसी हमले, देश की सामंती व्यवस्था, अन्याय-शोषण और दमन की वृहद गाथा है। इस उपन्यास को पहले किस्तों में छापा गया था और अंत में इसका एक उपन्यास के तौर पर प्रकाशन उसी साल हुआ जिस वर्ष महात्मा गांधी का जन्म हुआ, यानी 1869 में।उनके इस विशाल उपन्यास का दुनिया की 100 से अधिक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है।टॉल्सटॉय एक उदार मानवतावादी विचारक और लेखक थे। तो आइए इस वीडियो के जरिए उनके इस उपन्यास के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।